Last Updated:April 24, 2025, 12:00 IST
.Pahalgam Attack and Pakistani Woman: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के संबंध और बिगड़ गए हैं. सना, भारतीय मूल की महिला है. वह अपने पाकिस्तानी बच्चों को वापस भेजने के लिए वीजा लेने ...और पढ़ें

सना 10 दिन पहले ही दिल्ली आई हैं.
हाइलाइट्स
पहलगाम हमले के बाद भारत-पाक संबंध बिगड़े.सना अपने पाकिस्तानी बच्चों को वापस भेजने की कोशिश में.सना 10 दिन पहले 45 दिन के वीजा पर भारत आईं.जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बीते मंगलवार को हुए आतंकवादी हमले ने भारत-पाकिस्तान के रिश्ते को बेहद खराब कर दिया है. इस हमले में 27 लोगों की जान गई और कई घायल हुए. भारत ने इसके लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराते हुए सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया, अटारी-वाघा सीमा बंद कर दी और पाकिस्तानी राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है. इस तनाव के बीच एक महिला सना अपनी अनोखी कहानी के कारण चर्चा में आई. सना भारतीय मूल की हैं, लेकिन उनकी शादी पाकिस्तान के कराची में रहने वाले एक डॉक्टर से हुई है.
वह फिलहाल अपने बच्चों के साथ भारत आई हुई हैं. लेकिन, भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों से 48 घंटे में भारत छोड़ने को कहा है. ऐसे में सना के बच्चे मझधार में फंस गए हैं. यह खबर सुना सना अपने परिवार वालों के साथ गुरुवार को पाकिस्तान हाई कमीशन पहुंची, ताकि वह वीजा लेकर अपने बच्चों को पाकिस्तान वापस भेज सके.
10 दिन पहले आई हैं दिल्ली
नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के बाहर सना ने बताया कि वह 10 दिन पहले 45 दिन के वीजा पर भारत आई थीं. वह अपने बच्चों के साथ अटारी-वाघा सीमा के रास्ते भारत में दाखिल हुई थीं. उनके पति कराची में डॉक्टर हैं. उन्होंने उन्हें सीमा तक छोड़ा था, और वहां से सना अकेले भारत आईं. सना का मकसद अपने बच्चों को भारत में कुछ समय के लिए लाना था, लेकिन पहलगाम हमले और उसके बाद सीमा बंद होने की खबर ने उनकी योजना को बदल दिया. सना को इस हमले की पूरी जानकारी नहीं थी, लेकिन उन्हें इतना पता चला कि एक आतंकी हमला हुआ है और सीमा 48 घंटे में बंद हो सकती है. चूंकि उनके बच्चे पाकिस्तानी नागरिक हैं, सना उन्हें वापस पाकिस्तान भेजना चाहती हैं. इसलिए वह वीजा लेने के लिए पाकिस्तान हाई कमीशन पहुंचीं.
हाई कमीशन में सना को मुश्किलों का सामना करना पड़ा. वीजा कार्यालय बंद होने की वजह से उन्हें दूसरे गेट से अंदर जाना पड़ा. सना ने बताया कि वह अपने बच्चों को लेकर बहुत चिंतित हैं, क्योंकि उनके पास सीमित समय है. उनके 45 दिन के वीजा में से अभी सिर्फ 10 दिन ही बीते थे, लेकिन सीमा बंद होने की आशंका ने उन्हें तुरंत कार्रवाई करने के लिए मजबूर कर दिया.
सना का कहना है कि उनके बच्चे पाकिस्तानी नागरिक हैं और उन्हें हर हाल में वापस जाना होगा. इस मुश्किल घड़ी में सना की कोशिश अपने बच्चों की सुरक्षा और उनके भविष्य को सुनिश्चित करने की है. लेकिन, उन्हें कुछ रास्त नहीं सूझ रहा है.
First Published :
April 24, 2025, 11:45 IST