Last Updated:April 24, 2025, 12:54 IST
Pahalgam Attack Congress CWC Meeting: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में 27 पर्यटक मारे गए, 20 घायल. टीआरएफ ने जिम्मेदारी ली. इस मसले पर कांग्रेस की सीडब्ल्यूसी की बैठक हुई है. इस बैठक में मल्लिकार्जुन ख...और पढ़ें

पहलगाम हमले के बाद कांग्रेस सीडब्ल्यूसी की बैठक में पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी गई.
हाइलाइट्स
पहलगाम हमले में 27 पर्यटक मारे गए, 20 घायल.मल्लिकार्जुन खरगे ने हमले की कड़ी निंदा की.कांग्रेस ने केंद्र की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए.जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को हिला दिया है. आतंकवादियों ने नाम और धर्म पूछकर 27 पर्यटकों की हत्या कर दी, जबकि करीब 20 अन्य लोग घायल हैं. हमले की जिम्मेदारी लश्कर से जुड़े संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है. इस बीच देश की मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस हमले की कड़ी निंदा की है. उन्होंने इसे एक कायराना हरकत बताया और केंद्र सरकार से मांग की कि वह अपनी सभी शक्तियों का इस्तेमाल कर आतंकवादियों को पकड़े. सरकार की ओर से उठाए गए हर कदम में कांग्रेस उसके साथ है. हालांकि, कांग्रेस ने इस हमले को लेकर केंद्र सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं.
पहलगाम हमले को लेकर आयोजित कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में खरगे ने कहा कि पार्टी पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करती है. यह एक कायराना कृत्य है. उन्होंने सरकार से अपील की कि वह सभी उपलब्ध संसाधनों का उपयोग कर आतंकवादियों को जल्द से जल्द पकड़े और उन्हें कड़ी सजा दे. सीडब्ल्यूसी की बैठक में इस हमले पर विस्तार से चर्चा हुई.
केंद्र से सवाल
पार्टी नेताओं ने कहा कि चूंकि जम्मू-कश्मीर अब एक केंद्र शासित प्रदेश है और पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं रखता, इसलिए इस क्षेत्र की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है. कांग्रेस की वरिष्ठ नेता मीरा कुमार ने इस मुद्दे को और स्पष्ट करते हुए कहा कि इस सुरक्षा चूक की जिम्मेदारी सीधे तौर पर केंद्र सरकार की है. उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल किया कि इतना बड़ा हमला कैसे हो गया और सुरक्षा व्यवस्था में कहां कमी रह गई.
कांग्रेस ने यह भी कहा कि पहलगाम जैसे पर्यटन स्थल पर हमला न केवल निर्दोष लोगों की जान लेता है, बल्कि जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था और पर्यटन उद्योग को भी नुकसान पहुंचाता है. पार्टी ने मांग की कि सरकार इस हमले के पीछे के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करे और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए. साथ ही, कांग्रेस ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की.
इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर कड़ा रुख अपनाया है. सरकार ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया, अटारी-वाघा सीमा बंद की और पाकिस्तानी राजनयिकों को निष्कासित किया. कांग्रेस ने इन कदमों का समर्थन करते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ हर संभव कार्रवाई होनी चाहिए. हालांकि, पार्टी ने यह भी जोर दिया कि केंद्र सरकार को अपनी खुफिया और सुरक्षा व्यवस्थाओं को और मजबूत करना होगा, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों.
First Published :
April 24, 2025, 12:54 IST