जिस M4 राइफल का इस्तेमाल पहलगाम में हुआ, वह US में बनी थी, कश्मीर कैसे पहुंची?

5 hours ago

Last Updated:April 24, 2025, 16:12 IST

Pahalgam Terror Attack: पहलगाम हमले में आतंकियों के पास M4 कार्बाइन राइफल मिलने से सुरक्षा एजेंसियां चिंतित हैं. 22 अप्रैल को हुए इस हमले में 26 लोग मारे गए. ये हथियार अफगानिस्तान से पाकिस्तान के जरिए कश्मीर पह...और पढ़ें

जिस M4 राइफल का इस्तेमाल पहलगाम में हुआ, वह US में बनी थी, कश्मीर कैसे पहुंची?

कश्मीर में आतंकवादी बड़े पैमाने पर एम4 राइफल का इस्तेमाल कर रहे हैं.

नई दिल्ली. पहलगाम आतंकवादी हमले में दहशतगर्दों के पास मौजूद M4 कार्बाइन असॉल्ट राइफल ने सुरक्षा एजेंसियों को हैरत में डाल दिया है. 22 अप्रैल को हुए इस हमले में एक विदेशी नागरिक सहित 26 लोगों की मौत हो गई. हालांकि यह पहली बार नहीं है, जब आतंकवादियों के पास से M4 राइफल मिली है. हाल के महीनों में जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के पास से अमेरिकी निर्मित M4 असॉल्ट राइफलों की बरामदगी ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, ये हथियार 2021 में अमेरिकी सेना द्वारा अफगानिस्तान से वापसी के दौरान छोड़े गए थे, जो अब पाकिस्तान के जरिए कश्मीर में सक्रिय आतंकियों तक पहुंच रहे हैं.

डिफेंस एक्सपर्ट का मानना है कि M4 जैसे अत्याधुनिक हथियारों का आतंकियों के हाथ लगना क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है. ये हथियार पाकिस्तान के माध्यम से कश्मीर में पहुंच रहे हैं, जो भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए चुनौती बन रहे हैं. M4 राइफल की बढ़ती मौजूदगी भारतीय सुरक्षा बलों के लिए नई चुनौती पेश कर रही है. इससे निपटने के लिए सीमा सुरक्षा को मजबूत करना और हथियारों की तस्करी पर कड़ी निगरानी आवश्यक है.

आखिर क्यों आतंकवादी बड़े पैमान पर M4 राइफल का इस्तेमाल कर रहे:
M4 असॉल्ट राइफल वजन में काफी हल्की होने के साथ ही गैस-ऑपरेटेड, एयर-कूल्ड और मैगज़ीन-फेड होती है. M4 असॉल्ट राइफल की फायरिंग ताकत भी जबर्दस्त है. इससे एक मिनट में 700 से 970 राउंड फायरिंग की जा सकती है. इतना ही नहीं, M4 राइफल की रेंज 500 से 3600 मीटर तक है, जो इसे बेहद ताकतवर बनाती है. रात में टारगेट को देखने केलिए नाइट विजन, स्टील बुलेट फायरिंग क्षमता और दुश्मनों पर सटीकता से हमला करना M4 राइफल की सबसे खास विशेषता है.

कश्मीर में M4 राइफल की मौजूदगी:
कश्मीर में M4 राइफल की पहली बरामदगी 2017 में हुई थी. उस वक्त पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर ताल्हा रशीद मसूद के पास से M4 असॉल्ट राइफल मिली थी.

हालिया घटनाएं, जिसमें M4 राइफल बरामद हुई:
किश्तवाड़ में मुठभेड़ के दौरान M4 राइफल और अन्य हथियार बरामद.
गांदरबल जिले में आतंकियों को M4 राइफल के साथ सीसीटीवी में देखा गया.

Location :

Srinagar,Jammu and Kashmir

First Published :

April 24, 2025, 15:58 IST

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