Last Updated:April 24, 2025, 20:26 IST
PAK FEAR OF MRSAM: पाकिस्तान के पास मिसाइलों की भरमार है. चीन की मदद से उसने काफी कुछ इकट्ठा कर लिया है. पाक की नेवी को चीन ही नई शक्ल दे रहा है. पाक के हर मिसाइल हमले की काट भारत के पास पलहले से ही मौजूद है. ए...और पढ़ें

MRSAM ने दिखाया अपना जलवा
हाइलाइट्स
MRSAM मिसाइल सिस्टम से पाक को खतराINS सूरत से मीडियम रेंज मिसाइल फायरINS सूरत दुश्मन के रडार से बच सकता हैPAK FEAR OF MRSAM: पाकिस्तान की नौसेना ने अपने सर्फेस और सब सर्फेस अभ्यास का एलान किया. उसी वक्त अरब सागर में भारतीय नौसेना के स्टील्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर अपनी ताकत का ट्रेलर दिखा रहा था. हाल ही में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया INS सूरत से मीडियम रेंज सर्फेस टू एयर मिसाइल को फायर कर दिया. नौसेना ने बाकायदा इस परिक्षण का वीडियो जारी कर दिया.इस परिक्षण में मिसाइल अपने तय किए गए मानकों पर खरी उतरते हुए टार्गेट को सटीक निशाना बनाया. पाक नेवी भी भारत की स्वदेशी तकत से रूबरू हो रही थी.
नौसेना का अचूक एयर डिफेंस सिस्टम है
यह डिफेंस सिस्टम दुश्मन के एयरक्राफ्ट और गाइडेड हथियार से अपने इलाके की और फोर्स की रक्षा करने में पूरी तरह से सक्ष्म है. यह सिस्टम डेडिकेटेड रडार के सपोर्ट से अकेले फायरिंग यूनिट की तरह ऑपरेट कर सकता है. खतरा चाहे ट्रेडिशनल हो या फिर एडवांसड यह सिस्टम बहुत जल्दी से रिएक्ट कर दुशमन के खतरे को नष्ट कर सकता है. यह सिस्टम एक ही वक्त में दुश्मन के अलग अलग 16 टारगेट पर 24 मिसाइल दाग सकता है. यह एक सुपरसोनिक मिसाइल हैं और इसमें एक ऐसा सीकर से लैस है यानी दुश्मन को ढूंढकर उसे नष्ट कर देता है. इसकी रेंज 70 किलोमीटर तक है लेकिन यह दुश्मन के एयरक्राफ्ट को 110 किलोमीटर तक भी निशाना बना सकती है.
INS सूरत है बेहद घातक
स्टील्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर INS सूरत को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में इसी साल जनवरी में नौसेना में शामिल किया गया था. इसकी तैनाती इस वक्त अरब सागर के इलाके में है. यह विशाखपत्तनम क्लास स्टील्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर का चौथा जंगी जहाज है. आज के दौर का सबसे आधुनिक स्टील्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर है. स्वदेशी स्टील्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर की सबसे बड़ी खूबी है कि यह दुश्मन के रडार की पकड़ में नहीं आता. दुश्मन की नजर से बचकर यह किसी भी ऑपरेशन को अंजाम दे सकता है. यह सतह से सतह, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से लैस है. इसमें सतह से हवा में मार करने वाले दो वर्टिकल लॉन्चर लगे हैं. हर लॉन्चर से 16-16 मिसाइलें यानी कुल मिलाकर 32 मीडियम रेंज सर्फेस टू एयर मिसाइल दागी जा सकती है. INS सूरत एंटी सर्फेस वॉरफेयर के लिये ब्रह्मोस एंटी शिप मिसाइल सिस्टम से भी लैस है. इस सिस्टम से 16 ब्रह्मोस मिसाइलें फायर की जा सकती हैं. आधुनिक सर्विलांस रडार से यह लेस है. इतना ही नहीं इसमें दुश्मन की सबमरीन को नष्ट करने के लिए रॉकेट लॉन्चर और हैवि वेट अंडर वॉटर टॉरपीडो वरुणास्त्र भी मौजूद है. 7400 टन वजनी यह डिस्ट्रायर चार पावरफुल गैस टर्बाइन की मदद से 30 नॉटिकल मील की अधिकतम रफ़्तार से चल सकता है.
First Published :
April 24, 2025, 20:20 IST