पहलगाम अटैक पर देश में गम और गुस्सा... लेकिन पाकिस्तानी मीडिया क्या कह रही है?

3 hours ago

नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तानी मीडिया में भी कुतर्क गढ़े जा रहे हैं. पाकिस्तानी अखबारों और न्यूज चैनलों पर हो रहे डिबेट से हर हिंदुस्तानी का खून खौल जाएगा. 26 लोगों की मौत को पाकिस्तानी मीडिया आंतरिक मामला करार दे रहा है. कुछ अखबारों और न्यूज चैनलों ने तो यहां तक कह दिया है कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति के दौरे के बीच यह हमला पाकिस्तान को बदनाम करने की साजिश है. पाकिस्तान के कई अखबारों और न्यूज चैनलों ने भारत के आरोपों को खारिज करते हुए इसे गलत सूचना फैलाने की कोशिश करार दिया है.

पाकिस्तान के पांच प्रमुख अखबार Dawn, The News , Express Tribune, Daily Times, The Nation और पांच प्रमुख न्यूज चैनल Geo News, ARY News, Samaa TV, Dunya News, PTV News की कवरेज में हमले की गंभीरता और संवेदना में कमी थी. हालांकि, कुछ अखबारों और न्यूज चैनलों ने इस घटना की निंदा जरूर की, लेकिन उसमें भी वह भारत पर ही सवाल उठाए.

Dawn अखबार ने पहलगाम हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह 2008 के मुंबई हमलों के बाद भारत में सबसे बड़ा हमला है. इस अखबर ने एएफपी के हवाले से लिखा कि हमला पीएम मोदी और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की मुलाकात के अगले दिन हुआ. Dawn ने पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफाकत अली खान के बयान को भी छापा है, जिसमें उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति सहानुभूति जताई. लेकिन भारत के पाकिस्तान पर लगाए आरोपों को नकार दिया है.

The News अखबर ने इस हमले को क्षेत्रीय अशांति से जोड़ा और भारत के दावों को संदेह के साथ प्रस्तुत किया. इसने लिखा कि भारत बिना सबूतों के पाकिस्तान को दोषी ठहरा रहा है, जिससे तनाव बढ़ रहा है. इस अखबार ने संवेदना के बजाय, कवरेज में भारत की प्रतिक्रिया को आलोचनात्मक रूप से दिखाया.

Express Tribune अखबार ने हमले की खबर को अन्य पाकिस्तानी मीडिया संस्थानों से थोड़ा अलग कवर किया, लेकिन भारत के सिंधु जल संधि निलंबन जैसे कदमों को पाकिस्तान के खिलाफ आक्रामक बताया. हालांकि, संवेदना व्यक्त करने पर जोर कम था और पाकिस्तान को पानी नहीं मिलने की स्थिति को लेकर क्या करना चाहिए, उस पर फोकस ज्यादा था. मृतकों के प्रति किसी भी तरह की संवेदना वाला कोई बात नहीं थी.

Daily Times अखबार ने हमले को अंतर्राष्ट्रीय संदर्भ में रखा, लेकिन भारत के आरोपों को ‘बिना सबूत’ करार दिया. इसने क्षेत्रीय स्थिरता पर चिंता जताई, पर हिंदुओं के प्रति स्पष्ट संवेदना नहीं दिखाई.

The Nation अखबार ने भारत के दावों को प्रचार के रूप में खारिज किया और हमले को भारत की आंतरिक सुरक्षा विफलता बताया. कवरेज में मृतकों के प्रति संवेदना की कमी थी.

न्यूज चैनलों की कवरेज
Geo News ने इस हमले पर चिंता जताई और विदेश मंत्रालय के बयान को प्रमुखता दी, जिसमें पाकिस्तान ने मृतकों के परिवारों के प्रति सहानुभूति दिखाई. हालांकि, इसने भारत के आरोपों को अस्वीकार किया और हमले को भारत की रणनीति से जोड़ा.

ARY News इस चैनल ने भारत को धमकी भरे अंदाज में कवरेज दी है. चैनल में आकर ने रक्षा विश्लेषक तारिक रशिद ने कहा कि भारत सबूत नहीं दे सका और सिंधु जल संधि निलंबन को बहाना बताया. कवरेज में संवेदना से ज्यादा आक्रामकता थी.

Samaa TV ने इस हमले को भारत का ‘झूठा फ्लैग ऑपरेशन’ करार दिया, जिससे भारत पर सवाल उठाए गए. संवेदना के बजाय, कवरेज में भारत को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश थी.

Dunya News ने इस हमले को क्षेत्रीय तनाव से जोड़ा, लेकिन भारत के दावों को खारिज किया. हिंदुओं के प्रति संवेदना स्पष्ट नहीं थी.

PTV News सरकारी चैनल होने के नाते, इसने विदेश मंत्रालय की लाइन को दोहराया, जिसमें संवेदना जताई गई, लेकिन भारत के आरोपों को बेबुनियाद बताया.

कुलमिलाकर पाकिस्तानी मीडिया की कवरेज में Dawn और Geo News ने आधिकारिक तौर पर संवेदना जताई, लेकिन अधिकांश वक्त भारत के आरोपों को खारिज करने और हमले को भारत की रणनीति से जोड़ने पर था. ARY News और Samaa TV जैसे चैनलों ने आक्रामक रुख अपनाया, जबकि The Nation ने भारत को दोषी ठहराया. पाकिस्तानी अखबारों और न्यूज चैनलों में 26 हिंदुओं की मौत पर स्पष्ट संवेदना की कमी नजर आई और कवरेज में पाकिस्तान का पक्ष ही हावी रहा.

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