Last Updated:April 24, 2025, 21:26 IST
Impact of Pakistani Air Space Closer: 2019 में बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने अपने एयरय स्पेस के 11 में से 9 रूट्स बंद कर दिए थे. जिसकी वजह से पाकिस्तान को करीब 688 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. श...और पढ़ें

पाकिस्तानी एयर स्पेस क्लोजर का क्या होगा असर?
हाइलाइट्स
घबराए पाकिस्तान ने बंद किया अपना एयर स्पेसएयर स्पेस बंद कर अपने ही पैर में मार ली कुल्हाड़ीइस हरकत से पाकिस्तान को सकता है हजारों करोड़ का नुकसानImpact of Pakistani Air Space Closer: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गर्जना के बाद पाकिस्तान की हालत भीगी बिल्ली की तरह हो चुकी है. भारत के प्रकोप से बचने के लिए पाकिस्तान हर वह कोशिश कर रहा है, जिससे किसी तरह वह खुद की जान बचा सके. पाकिस्तान को एक बार फिर यह डर सता रहा है कि बालाकोट की तरह भारत कहीं कोई दूसरी एयर स्ट्राइक न कर दे. इसी डर से पाकिस्तान ने अपने स्पेस को भारतीय फ्लाइट्स के लिए बंद कर दिया है.
अब सवाल यह है कि शहबाज शरीफ की हवाई नाकेबंदी वाली इस हरकत से किसे और कितना नुकसान होगा? इसके अलावा क्या यूरोप-अमेरिका ट्रिप हो जाएगी महंगी? तो इस सवाल का जवाब यह है कि पाकिस्तानी एयर स्पेस बंद होने से भारत से अमेरिका, यूरोप और पश्चिम एशिया जाने वाली फ्लाइट्स को गुजरात या महाराष्ट्र के रास्ते अरब सागर के ऊपर से गुजरना होगा. इससे फ्लाइट के समय में औसतन 60 मिनट से तीन घंटे तक का इजाफा हो सकता है.
अमेरिका जाने वाली फ्लाइट्स पर असर
अभी तक दिल्ली और मुंबई से अमेरिका के न्यूयॉर्क, वाशिंगटन डीसी, शिकागो सहित अन्य एयरपोर्ट्स को जाने वाली फ्लाइट पाकिस्तानी एयर स्पेस से होकर गुजरती थीं. पाकिस्तानी एयर स्पेस बंद होने के बाद भारत से अमेरिका के बीच उड़ान भरने वाली एयरलाइंस के पास दो विकल्प होंगे. पहला- साउदर्न रूट और दूसरा- नॉर्दर्न रूट. यदि एयरलाइंस दक्षिणी मार्ग चुनती हैं तो उन्हें अरब सागर और मध्य पूर्व के ऊपर से गुजरना होगा.
उत्तरी मार्ग चुनने पर रूस और मध्य एशिया के ऊपर से गुजरकर अमेरिका जाना होगा. ऐसी स्थिति में फ्लाइट के फ्लाइंग टाइम में करीब 70-90 मिनट की बढ़ोत्तरी हो सकी है. वहीं, फ्लाइंग टाइम का सीधा असर फ्यूल कंजप्शन और फ्लाइट कॉस्ट पर पड़ेगा. नतीजतन इन सेक्टर्स की एयर टिकट महंगी हो सकती हैं.
यूरोप जाने वाली फ्लाइट पर असर
पाकिस्तानी एयर स्पेस क्लोजर का असर यूके, जर्मनी, फ्रांस सहित यूरोपीय देशों में जाने वाली फ्लाइट्स पर भी पड़ेगा. पाकिस्तानी एयर स्पेस बंद होने के बाद दिल्ली और मुंबई से लंदन और पेरिस जाने वाली फ्लाइट्स के पास भी अल्टरनेटिव ऑप्शन होंगे. पहला फ्लाइट उज्बेकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान के रास्ते यूरोप पहुंचें.
दूसरा साउदर्न रूट यानी सऊदी अरब और ईरान के रास्ते फ्लाइट्स को यूरोपीय देश पहुंचा होगा. वहीं, जहां तक समय की बात है तो 2019 में जब पाकिस्तान ने एयर स्पेस बंद किया था, तब यूरोप की फ्लाइट्स में 10-15 मिनट से लेकर 2-3 घंटे तक की देरी देखी गई थी. यदि सभी रूट्स बंद हों, तो देरी 2-3 घंटे तक हो सकती है.
इन देशों की फ्लाइट्स पर नहीं होगा असर
पाकिस्तानी एयर स्पेस क्लोजार का भारत से सऊदी अरब, यूएई, कतर, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, मलेशिया जाने वाली फ्लाइट्स पर कोई असर नहीं पड़ेगा. भारतीय एयरपोर्ट से इन देशों को जाने वाली फ्लाइट्स पहले से ही पाकिस्तानी एयर स्पेस से बचती हैं. लिहाजा इन फ्लाइट्स का पाकिस्तानी एयर स्पेस क्लोजर का न्यूनतम असर पड़ेगा. यहां आपको बता दें कि 400 से अधिक भारतीय उड़ानें प्रतिदिन पाकिस्तानी स्पेस का इस्तेमाल करती हैं.
क्या करेगा कंगाल पाकिस्तान
भारत की प्रकोप के डर से पाकिस्तान ने अपना एयर स्पेस बंद तो कर दिया, पर इसके एवज में उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. अपनी बदहाली का रोना रोकर पूरी दुनिया में कटोरा लेकर घूमने वाले पाकिस्तान को एयर स्पेस क्लोजर की वजह से कई सौ करोड़ रुपए का नुकसान हो सकता है. आपको बता दें कि 2019 में बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने अपने एयर स्पेस के 11 रूट्स में से 9 को बंद कर दिया था, जिससे पाकिस्तान को 688 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. इस बार पाकिस्तान ने अपने सभी रूट्स को बंद कर दिया है, लिहाजा पाकिस्तान का कंगाली में आटा गीला होने वाला है.
First Published :
April 24, 2025, 21:26 IST