Last Updated:April 28, 2025, 15:00 IST
Kashmir Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले की जांच में एक स्थानीय वीडियोग्राफर NIA का अहम गवाह बना है. उसने हमले की पूरी घटना कैमरे में रिकॉर्ड की. NIA को आतंकियों की पहचान में मदद की...और पढ़ें

पहलगाम आतंकी हमले की जांच में नया मोड़ आया है. (इमेज- फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
स्थानीय वीडियोग्राफर NIA का अहम गवाह बना.वीडियोग्राफर ने हमले की पूरी घटना रिकॉर्ड की.NIA को आतंकियों की पहचान में मदद की उम्मीद.जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमले में हिन्दुओं के नरसंहार के मामले की जांच में नया मोड़ आया है. न्यूज18 को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के अनुसार, बैसरन घाटी में पर्यटकों के लिए वीडियो रील बनाने वाला एक वीडियोग्राफर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) का अहम गवाह बनकर सामने आया है.
सूत्रों के मुताबिक, इस स्थानीय वीडियोग्राफर ने आतंकवादी हमले के दौरान पूरी घटना को अपने कैमरे में रिकॉर्ड किया. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘जब फायरिंग शुरू हुई तो यह युवक जान बचाने के लिए दौड़ा और एक पेड़ पर चढ़ गया. लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और पूरी घटना को अपने कैमरे में कैद करता रहा.’
एनआईए ने वीडियोग्राफर से पूछताछ की है और अब उसके बनाए वीडियो की गहराई से जांच की जा रही है. एजेंसी को उम्मीद है कि इससे आतंकियों और उनके संभावित ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGWs) की पहचान में मदद मिल सकती है.
पहलगाम हमले के चश्मदीदों ने क्या बताया?
शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है कि चार आतंकवादी दो समूहों में बंटकर घात लगाकर बैठे थे और दोनों ओर से घास के मैदान पर फायरिंग की. चश्मदीदों के मुताबिक, दो आतंकी उन दुकानों के पीछे छिपे थे, जहां स्नैक्स बेचे जा रहे थे.
एक अधिकारी ने बताया, ‘करीब दोपहर 2:30 बजे, दुकानों के पीछे छिपे दो आतंकी बाहर आए. उन्होंने वहां मौजूद गैर-स्थानीय पर्यटकों से उनका धर्म पूछा. कुछ से कलमा सुनाने के लिए भी कहा गया और जो नहीं सुना सके, उन्हें गोली मार दी गई.’
हर पर्यटक को सिर में मारी गोली
एनआईए का मानना है कि यह हमला अंधाधुंध नहीं, बल्कि निशाना साधकर किया गया था. आतंकियों ने हर पर्यटक को सिर पर गोली मारी. जब पहले चार पर्यटकों की हत्या की गई, तब भगदड़ मच गई और तभी अन्य दो आतंकी ज़िपलाइन के पास से बाहर निकले और भागती भीड़ पर गोलियां चलाईं.
आतंकियों ने मौके से दो मोबाइल फोन भी लूटे, एक पर्यटक और एक स्थानीय का. दोनों मोबाइल फोन बंद हैं, लेकिन एजेंसियां इनके जरिए आतंकियों की गतिविधियों का सुराग लगाने की कोशिश कर रही हैं.
AK-47 और M4 के खाली कारतूस क्या कर रहे इशारा?
एनआईए को घटनास्थल से AK-47 और M4 राइफलों के खाली कारतूस भी मिले हैं. एक अधिकारी ने कहा, ‘M4 राइफल्स पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा अफगान युद्ध के बाद से इस्तेमाल की जा रही हैं, जो इस हमले में पाकिस्तान के हाथ होने की पुष्टि करती है.’
जांच में यह भी सामने आया है कि हमले में शामिल एक आतंकी आदिल ठोकर था, जो 2018 में हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ था. बाद में वैध दस्तावेजों के जरिए पाकिस्तान गया और लश्कर-ए-तैयबा में शामिल होकर 2024 में घाटी लौटा. ठोकर पर पाकिस्तानी आतंकियों को लॉजिस्टिक्स सपोर्ट देने और हमलों में गाइड की भूमिका निभाने का भी आरोप है.
Location :
Srinagar,Jammu and Kashmir
First Published :
April 28, 2025, 15:00 IST