How Big is Our Kashmir: पाकिस्तान पर आक्रामक एयर स्ट्राइक करने के बाद अब बारी पाक अधिकृत कश्मीर को वापस लेने की है. भारत का दृढ़संकल्प है कि पूरा कश्मीर हमारा है लेकिन कश्मीर के कुछ खुबसूरत हिस्से को पाकिस्तान हथियाए हुआ है. पूरे देशवासियों की ख्वाहिश है कि अब समय आ गया है कि भारत पूरे कश्मीर को वापस ले ले जो 1948 में पाक के पास चला गया था. आखिर कितना बड़ा है हमारा वो कश्मीर जो पाकिस्तान के कब्जे में है. पाक अधिकृत कश्मीर में ही नीलम घाटी है जो दुनिया के बेहद खूबसूरत वादियों में से एक है. वह कश्मीर भी जन्नत से कम नहीं है. अगर यह हिस्सा हम वापस ले लेते हैं तो एक मुकम्मल कश्मीरी जन्नत का सपना पूरा हो जाएगा. इस कश्मीर का पूरा लेखा-जोखा यहां जान लीजिए.
कितना बड़ा है पाक अधिकृत कश्मीर
15 अगस्त 1947 को देश आजाद होने के बाद जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह ने अक्टूबर 1947 में इसे भारत में विलय कर दिया. उस समय जम्मू-कश्मीर का मूल राज्य 2 लाख 22 हजार 236 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला हुआ था. यह पूरा इलाका उतना ही बड़ा था जितना बड़ा आज का बेल्जियम, डेनमार्क, होलैंड, ऑस्ट्रिया और अल्बानिया को मिलाकर बनता है. लेकिन आज भारत के पास उस मूल राज्य का केवल 1 लाख 06 हजार 566 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र का ही भौतिक नियंत्रण में है. पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) का क्षेत्रफल 72,935 वर्ग किलोमीटर है, जिसमें से 5,180 वर्ग किलोमीटर का शाक्सगाम वैली क्षेत्र पाकिस्तान ने 1963 में चीन को लीज पर दे दिया था. वहीं चीन अधिकृत कश्मीर (CoK) में अक्साई चिन का 37,555 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल शामिल है. साथ ही शाक्सगाम घाटी और अन्य क्षेत्रों पर समय-समय पर कब्जा कर लिया गया. इस तरह कुल 42,735 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र चीन के नियंत्रण में है. यह आंकड़ा भारतीय सेना में इंफॉर्मेशन सिस्टम के पूर्व डायरेक्टर जनरल लेफ्टिनेंट जनरल पीसी कटोच ने तैयार किया है.
PoK में क्या-क्या है
कश्मीर का जो एरिया पाकिस्तान ने अनाधिकृत तौर पर रखा हुआ है उसे वह दो क्षेत्रों में बांट दिया है. एक क्षेत्र है गिलगिट बाल्टिस्तान और दूसरा है आजाद कश्मीर. आजाद कश्मीर का आकार करीब 400 किलोमीटर लंबा और 16 से 64 किलोमीटर चौड़ा है. इसमें पूंछ और मीरपुर डिवीजन सबसे बड़ा है. पूरा पीओके तीन भागों में विभाजित है जिसमें मुज्जफरा बाद डिवीजन, पूंछ डिवीजन और मीरपुर डिवीजन शामिल है. मुज्जफराबाद डिवीजन में ही खूबसूरत नीलम घाटी और झेलन घाटी है. पूरे पीओके में मुस्लिम आबादी है. 1947 में यहां अन्य धर्मों के लोग भी रहते थे लेकिन या तो उन्हें सामूहिक नरसंहार का शिकार बना दिया गया या वे लोग वहां से पलायन कर गए.
नीलम घाटी.
PoK में बहने वाली जीवनदायी नदियां
नीलम नदी-PoK में मुख्य रूप से तीन नदियां बहती है जो वहां के लिए जीवनदायी है. यानी इन्हीं तीनों नदियों स पाकिस्तान के लगभग पूरे भाग को पानी मिलता है और पूरे पंजाब में खेती होती है. इनमें प्रमुख है नीलम घाटी में बहने वाली नीलम नदी. भारत में इसका नाम किसनगंगा है. यह अपने सोनमर्ग से निकलती है. नीलम की कई सहायक नदिया है जो एलओसी के करीब-करीब से बहती है.
झेलम नदी:यहां बहने वाली दूसरी महत्वपूर्ण नदी है झेलम जो वसंती नदी है. यह पीरपंजाल श्रेणी के नीचे स्थित वेरीनाग झरने से निकलती है. यह श्रीनगर और वुलर झील से होते हुए एक गहरी और संकरी खाई के माध्यम से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में प्रवेश करती है. इसकी सबसे बड़ी सहायक नदी नीलम नदी, डोमेल (मुअज्जफराबाद) में आकर झेलम से मिलती है. इसके बाद झेलम नदी में कुंहार नदी और पुंछ नदी भी मिलती हैं, और फिर यह मीरपुर ज़िले में स्थित मंगला डैम जलाशय में प्रवेश करती है. झेलम नदी पर सबसे बड़ा हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट है.
पुंछ नदी- इस नदी की उत्पत्ति पीर पंजाल श्रेणी के पश्चिमी तलहटी में स्थित नील-कंठ गली और जेमियां गली से निकलती है. पुंछ, टट्टा पानी और कोटली जैसे शहर इस नदी के तट पर बसे हुए हैं.
पाक अधिकृत कश्मीर.
पीओके में क्या-क्या खेती होती है
पीओके की तलहटी में शानदार किस्म की फसलें उगती हैं. यहां वे सारे ड्राई फ्रूट्स के पेड़ हैं जो भारत में मौजूद है. वहीं यहां बार्ली, मोटा अनाज, मक्का, गेहूं उपजाए जाते हैं. वहीं यहां के आम बहुत स्वादिष्ट और उत्कृष्ट किस्म के होते हैं. यहां सेब, संतरे, अखरोट, चेरी जैसे फल तो उगते ही है, यहां कई तरह के मेडिसीनल प्लांट भी उगाए जाते हैं. यहां भेड़ और बकरियां भी खूब पाले जाते हैं. यहां टेक्सटाइल, पेपर, स्टील, टायर, रबड़, कॉस्मेटिक, फर्मास्युटिकल, प्लास्टिक और पाइप की कई फैक्ट्रियां हैं.
बेशकीमती रत्नों से भरा है PoK
पाक अधिकृत कश्मीर में कई बेशकीमती रत्न पाए जाते हैं. ग्रेफाइट, लिमोनाइट, मार्बल, लाइमस्टोन, जिप्सम, कोयला, क्वाट्ज, ग्रेनाइट, स्लेट जैसे रत्न और पत्थर पाए जाते हैं.
यहां की खूबसूरत वादियां
पाक अधिकृत का खूबसूरत वादियां ठीक कश्मीर की तरह है बल्कि नीलम घाटी ज्यादा खूबसूरत है जहां घास के मैदानों वाली कई घाटियां जहां से कलकल कर नीलम नदी और कई झड़ने बहते हैं. यहां लोग ट्रैकिंग, हाइकिंग, पैराग्लाइडिंग जैसे एडवेंचर गेम्स के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं. नीलम घाटी में रत्ती गली झील बेहद खूबसूरत है. यहां धानी वाटरफॉल है जहां जो शारदा पहाड़ से गिरता है. यहां पर हमारा शारदा पीठ है जो 52 शक्तिपीठों में से एक हैं. नीलम घाटी की तरह ही झेलम घाटी की वादियां भी बेहद दिलकश है. मुज्जफराबाद में लीपा वैली भी गजब का खूबसूरत है. सुधानोती के पहाड़ से रावलपिंडी, कोटली और पलांद्री शहर का खूबसूरत नजारा आता है. यहां पलांद्री वावली को रानी की वावली भी कहा जाता है जिसे डोगरा राजा ने अपनी रानी के लिए बनवाया था. हालांकि पीओके में लोगों को एनओसी लेना पड़ता है.