नई दिल्ली. भारत और पाकिस्तान में हालिया तनाव और युद्ध के बीच एक चीज की चर्चा सबसे ज्यादा रही, भारतीय डिफेंस सिस्टम की. भारत के आकाशतीर मिसाइल ने पाकिस्तान के 400 से भी ज्यादा ड्रोन को हवा में ही मार गिराया. इसमें से एक भी ड्रोन अपने निशाने को छू भी नहीं सका और यह सबकुछ आकाशतीर के अचूक निशाने की वजह से संभव हुआ था. लेकिन, क्या आपको पता है कि इस अचूक मिसाइल को किस कंपनी ने बनाया. यह कंपनी पिछले 70 साल से देश की सुरक्षा कर रही है और अभी तक एक से बढ़कर हथियार व डिफेंस सिस्टम तैयार किया है. इतना ही नहीं 25 साल पहले जब से शेयर बाजार में कदम रखा है, कंपनी अपने निवेशकों को भी मालामाल बना रही है.
आकाशतीर मिसाइल को बनाने वाली यह कंपनी और कोई नहीं भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) है, जिसे नवरत्न का दर्जा मिल चुका है. हालिया युद्ध की बात छोड़ दें तो इस कंपनी की ज्यादा चर्चा आम आदमी और निवेशकों के बीच नहीं होती थी, लेकिन अपने मजबूत डिफेंस सिस्टम के बूते अब इस कंपनी का डंका देश ही नहीं, दुनियाभर में बज रहा है. कंपनी को धड़ाधड़ ऑर्डर तो मिल ही रहे, उसके शेयरों का टार्गेट भी मार्केट एक्सपर्ट ने डेढ़ गुना से ज्यादा बढ़ा दिया है. इसका मतलब है कि यह कंपनी देश को मजबूत बनाने के साथ निवेशकों को मालामाल भी बना रही है.
आजादी के बाद हुई थी शुरुआत
बीईएल की शुरुआत आजादी के बाद साल 1954 में हुई थी. इसके देखरेख का जिम्मा रक्षा मंत्रालय के पास है. यह कंपनी खासकर सेना के लिए हथियार और सुरक्षा सिस्टम तैयार करती है. अभी तक यह कंपनी रडार सिस्टम, फायर कंट्रोल सिस्टम, मिसाइल सिस्टम, कम्यूनिकेशन एवं C4I सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर, नेवल सिस्टम, एंट्रीसबमरीन वॉरफेयर सिस्टम, इलेक्ट्रो ऑप्टिक्स, टैंक इलेक्ट्रॉनिक्स एंड गन अपग्रेड सिस्टम के साथ कई रणनीतिक उपकरण भी इस कंपनी ने तैयार किए हैं.
समुद्र की अचूक पहरेदारी
बीईएल ने हाल में आकाश एयर डिफेंस वेपन सिस्टम तैयार किया, जो मिसाइल और ड्रोन को हवा में ही मार गिराता है. इसके अलावा कोस्टल सर्विलांस सिस्टम भी बनाया, जो देश की 7,500 किलोमीटर लंबी समुद्री सीमा की 24 घंटे रखवाली करता है. देश के एडवांस्ड रडार सिस्टम को भी इसी कंपनी ने बनाया है, जो हथियारों को पहचानने, पकड़ने के अलावा 3डी कंट्रोल सिस्टम के साथ काम करता है. इसके अलावा कंपनी सिविल एविएशन सेक्टर, एंटी ड्रोन सिस्टम, सैटेलाइट इंटीग्रेशन, सोलर, रेलवे और मेट्रो के समाधान, नेटवर्क और साइबर सॉल्यूशंस, ई-वाहनों के लिए एनर्जी स्टोरेज प्रोडक्ट, देश के अंदर सुरक्षा तंत्र विकसित करने, स्मार्ट सिटीज बनाने, मेडिकल उपकरण बनाने और एआई के खेत्र में भी बड़ा योगदान दे रही है.
ईवीएम से वेंटिलेटर, सब बनाया
बीईएल देश की सेवा में किस कदर योगदान दे रही है, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि सिर्फ रक्षा उपकरण और सिस्टम बनाने के अलावा यह कंपनी गैर-रक्षा सेक्टर में भी काम कर रही है. देश के वोटिंग सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए बीईएल ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशनी (ईवीएम) बनाया, जिससे मतदान और उसकी गिनती काफी आसान हो गई. इस मशीन को न तो हैक किया जा सकता है और न ही इससे छेड़छाड़ की जा सकती है. इतना ही नहीं कोविड-19 महामारी के दौरान जब देश को मेडिकल हेल्प की जरूरत थी, तब इस कंपनी ने रिकॉर्ड टाम में 30 हजार से ज्यादा आईसीयू वेंटिलेटर बनाकर दिया था.
कंपनी के पास बड़ी ऑर्डर बुक
बीईएल के डिफेंस सिस्टम और वेपन की क्षमताओं पर पूरी दुनिया का भरोसा बढ़ रहा है. यही वजह है कि कंपनी के पास करीब 76 हजार करोड़ रुपये का ऑर्डर है. इसके देशभर में 9 प्लांट और 24 बिजनेस यूनिट हैं. कंपनी में 51 फीसदी से ज्यादा सरकार की हिस्सेदारी है. कंपनी ने 28,494 करोड़ रुपये का ऑर्डर साल 2024 में भी सप्लाई किया है. कंपनी ने चौथी तिमाही में 2,134 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया है, जो पिछले साल की समान तिमाही से 18 फीसदी ज्यादा है.
5 साल में 6 गुना कर दिया पैसा
बीईएल ने साल 2000 में शेयर बाजार में कदम रखा था और तब से अब तक यह मल्टीबैगर बन चुका है. बीते 5 साल में ही कंपनी ने निवेशकों का पैसा करीब 6 गुना कर दिया है और 578.31 फीसदी का रिटर्न दिया है. 21 मई यानी बुधवार को भी कंपनी के शेयर 5 फीसदी से ज्यादा चढ़कर करीब 383 रुपये के भाव पहुंच गया है. बीईएल का मार्केट कैप भी बढ़कर 2.80 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया है. मार्केट एक्सपर्ट ने कंपनी के शेयरों का टार्गेट प्राइस भी बढ़ाकर 445 करोड़ रुपये कर दिया है.