Last Updated:May 09, 2025, 20:40 IST
Forex Reserve : पाकिस्तान से युद्ध जैसे हालात के बीच आरबीआई ने अपने विदेशी मुद्रा भंडार के आंकड़े जारी किए हैं. रिजर्व बैंक ने बताया कि बीते सप्ताह देश का मुद्रा भंडार करीब 2 अरब डॉलर कम हो गया है. इससे पहले ...और पढ़ें

भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के साथ विदेशी मुद्रा भंडार भी घट गया है.
हाइलाइट्स
आरबीआई ने विदेशी मुद्रा भंडार के आंकड़े जारी किए.देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.06 अरब डॉलर घटा.भारत के पास 686.06 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार है.नई दिल्ली. पाकिस्तान के साथ जारी तनाव और युद्ध जैसे हालातों के बीच देश का विदेशी मुद्रा भंडार भी कम हो गया है. रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को बताया कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार दो मई को समाप्त सप्ताह में 2.06 अरब डॉलर घटकर 686.06 अरब डॉलर रह गया है. इससे पहले के सप्ताह में देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 1.98 अरब डॉलर बढ़कर 688.13 अरब डॉलर हो गया था.
आरबीआई का विदेशी मुद्रा भंडार पिछले साल रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया था. सितंबर, 2024 के अंत में विदेशी मुद्रा भंडार 704.89 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था. रिजर्व बैंक की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, दो मई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का एक प्रमुख हिस्सा विदेशी मुद्राओं का होता है. यह भंडार 51.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 581.18 अरब डॉलर हो गया है. इसका मतलब है कि भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में भले ही गिरावट आई हो, लेकिन फॉरेन करेंसी बढ़ गई है.
सोने के भंडार में आई गिरावट
आरबीआई के अनुसार, डॉलर के संदर्भ में उल्लेखित विदेशी मुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है. समीक्षाधीन सप्ताह में स्वर्ण भंडार का मूल्य 2.54 करोड़ डॉलर घटकर 81.82 अरब डॉलर रह गया है. इसके अलावा विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) तीन करोड़ डॉलर घटकर 18.56 अरब डॉलर रह गया. इसी तरह, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास भारत का आरक्षित भंडार 30 लाख डॉलर घटकर 4.51 अरब डॉलर रह गया है.
क्यों जरूरी है विदेशी मुद्रा भंडार
किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को स्थिर रखने के लिए विदेशी मुद्रा भंडार का होना बहुत जरूरी है. इसका मकसद किसी भी आपात स्थिति में देश के आयात को सुचारू बनाए रखना है. आरबीआई के गवर्नर ने पिछले दिनों कहा भी था कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 11 महीने से भी ज्यादा समय के आयात बिल को पूरा करने के लिए पर्याप्त है. इसका मतलब है कि किसी आपात स्थिति में भारत को 11 महीने तक किसी भी चीज की कमी नहीं होने वाली है और देश की अर्थव्यवस्था सुचारू रूप से चलती रहेगी.
किसके पास सबसे बड़ा भंडार
विदेशी मुद्रा भंडार के मामले में भारत चौथे स्थान पर आता है. इस मामले में चीन आज भी पहले पायदान पर काबिज है. उसके पास करीब 3,571 अरब डॉलर का भंडार है, जबकि दूसरे पायदान पर मौजूद जापान के पास 1,238 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार है. इस मामले में तीसरे नंबर पर यूरोपीय देश स्विट्जरलैंड आता है, जिसके पास 952 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार है. इसके बाद भारत का नंबर आता है और पांचवें पायदान पर रूस काबिज है. रूस के पास 620 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार है.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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