Last Updated:March 03, 2025, 16:39 IST
India vs Pakistan Medical Education: भारत और पाकिस्तान के एजुकेशन स्टेटस में कई अंतर हैं. दोनों की प्रवेश परीक्षाओं के स्तर से लेकर कॉलेजों की संख्या तक में जमीन-आसमान का अंतर है. भारत बनाम पाकिस्तान सीरीज़ में...और पढ़ें

India vs Pakistan MBBS: पाकिस्तान में एमबीबीएस कोर्स 5 साल का है
हाइलाइट्स
भारत में मेडिकल सीटें पाकिस्तान से ज्यादा हैं.पाकिस्तान में MBBS के लिए MDCAT परीक्षा जरूरी है.पाकिस्तान में MBBS की फीस भारत से कम है.नई दिल्ली (India vs Pakistan Medical Education). भारत से सटे पाकिस्तान की पढ़ाई-लिखाई का स्ट्रक्चर काफी अलग है. स्कूली शिक्षा से लेकर यूनिवर्सिटी एजुकेशन तक में इसकी झलक दिख जाती है. भारत और पाकिस्तान की मेडिकल एजुकेशन में काफी अंतर है. दोनों देशों में मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा पास करना जरूरी है, लेकिन उसके स्तर में फर्क है. जानिए, पाकिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई कैसे होती है.
MBBS in Pakistan: क्या पाकिस्तान में एमबीबीएस होता है?
कई लोगों के मन में यह सवाल होना आम है. हर देश में मेडिकल की डिग्री का नाम अलग होता है. पाकिस्तान में मेडिकल की पढ़ाई करके एमबीबीएस (MBBS) की डिग्री मिलती है. यह 5 साल का कोर्स है, जिसमें 4 साल की पढ़ाई और 1 साल की इंटर्नशिप (हाउस जॉब) शामिल होती है. पाकिस्तान में डॉक्टरी करने के लिए एमबीबीएस की डिग्री होना अनिवार्य है (Medical Education in Pakistan). इसके बिना पड़ोसी देश में डॉक्टर नहीं बन सकते हैं.
India vs Pakistan MBBS: भारत बनाम पाकिस्तान: दोनों देशों की मेडिकल एजुकेशन के बेसिक अंतर
भारत में NEET के बिना मेडिकल कॉलेज में एडमिशन मिलना संभव नहीं है, जबकि पाकिस्तान में MDCAT जरूरी है (MDCAT Exam Pakistan). भारत में सीटों की संख्या ज्यादा है, लेकिन प्रतिस्पर्धा भी पड़ोसी देश की तुलना में अधिक है (Medical Colleges in Pakistan). फीस में भारत के निजी कॉलेज पाकिस्तान से महंगे हैं (MBBS Fees in Pakistan). भारत में मेडिकल शिक्षा का स्ट्रक्चर एनसीईआरटी पर आधारित है, जबकि पाकिस्तान में इसे PMC नियंत्रित करता है.Pakistan Medical College Admission: पाकिस्तान में मेडिकल कॉलेज में एडमिशन कैसे मिलता है?
पात्रता:1- 12वीं (FSc प्री-मेडिकल या समकक्ष) में कम से कम 70% अंक.
2- विषय: जीव विज्ञान (Biology), रसायन विज्ञान (Chemistry) और भौतिकी (Physics).
3- A-Level करने वालों के लिए IBCC से समकक्षता प्रमाणपत्र जरूरी है. प्रवेश परीक्षा:
MDCAT: यह एकमात्र मुख्य प्रवेश परीक्षा है, जिसे Pakistan Medical Commission (PMC) आयोजित करता है. इसमें 60% अंक हासिल करना जरूरी है. पाकिस्तान मेडिकल प्रवेश परीक्षा में जीव विज्ञान (Biology), रसायन विज्ञान (Chemistry), भौतिकी (Physics) और अंग्रेजी (English) से जुड़े सवाल पूछे जाते हैं. यह परीक्षा साल में एक बार (अगस्त-सितंबर) होती है. एमडीकैट में नीट वाले विषयों से ही सवाल आते हैं. मेरिट:
मेरिट = 50% MDCAT + 40% FSc + 10% मैट्रिक.
सरकारी कॉलेजों में मेरिट हाई (85-90%) होती है, प्राइवेट में कम. प्रक्रिया:
1- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन (जून-जुलाई में शुरू).
2- MDCAT पास करने के बाद कॉलेजों में आवेदन.
3- मेरिट लिस्ट के आधार पर सीट आवंटन.
4- जरूरी दस्तावेज: मैट्रिक, FSc सर्टिफिकेट, डोमिसाइल, MDCAT स्कोर.
Pakistan Medical College Fees: पाकिस्तान एमबीबीएस फीस
सरकारी कॉलेज: 40,000-60,000 रुपये प्रति वर्ष (कुल 5 साल के लिए 2-3 लाख रुपये, भारतीय करेंसी में लगभग 93,805.26 रुपये).
निजी कॉलेज: 10-15 लाख रुपये प्रति वर्ष (कुल 50-75 लाख रुपये 5 साल के लिए, 75 लाख के हिसाब से भारतीय करेंसी- 23,45,131.43 रुपये).
अतिरिक्त खर्च: हॉस्टल, किताबें और अन्य खर्च के लिए 2-5 लाख रुपये सालाना.
Medical Colleges in Pakistan: पाकिस्तान में कितने मेडिकल कॉलेज हैं?
2021 के PMC डेटा के अनुसार, पाकिस्तान में कुल 176 मेडिकल कॉलेज हैं:
सार्वजनिक (पब्लिक): 45
निजी (प्राइवेट): 72
इसके अलावा, 17 पब्लिक और 42 प्राइवेट डेंटल कॉलेज भी हैं.
सबसे ज्यादा मेडिकल कॉलेज पंजाब में हैं, उसके बाद सिंध में.
Global recognition of Pakistan MBBS: पाकिस्तानी मेडिकल कॉलेज की ग्लोबल स्तर पर मान्यता
पाकिस्तान के MBBS डिग्री को निम्नलिखित संस्थाओं से मान्यता प्राप्त है:
यह डिग्री अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्य है, लेकिन:
भारत में डॉक्टरी की प्रैक्टिस करने के लिए FMGE (Foreign Medical Graduate Examination) पास करना होगा. अमेरिका में USMLE (United States Medical Licensing Examination) और यूके में PLAB (Professional and Linguistic Assessments Board) की जरूरत पड़ती है. कुछ देशों में अतिरिक्त मान्यता या परीक्षा की शर्तें हो सकती हैं.
Medical Entrance Exam in Pakistan: पाकिस्तान मेडिकल कॉलेज प्रवेश परीक्षा सिलेबस और परीक्षा पैटर्न
कुल परीक्षा: केवल 1 मुख्य प्रवेश परीक्षा (How to become a doctor in Pakistan).
नाम: MDCAT (Medical and Dental College Admission Test).
फॉर्मेट: बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ).
विषय: जीव विज्ञान (80 प्रश्न), रसायन विज्ञान (60), भौतिकी (40), अंग्रेजी (20).
कुल अंक: 200.
अवधि: 3.5 घंटे.
कुछ निजी कॉलेज अपनी अलग प्रवेश परीक्षा ले सकते हैं, लेकिन MDCAT उनके लिए भी अनिवार्य है.
भारत और पाकिस्तान की मेडिकल शिक्षा में क्या अंतर है?
भारत बनाम पाकिस्तान एमबीबीएस को नीचे टेबल में बेहतर तरीके से समझ सकते हैं.
पहलू | भारत | पाकिस्तान |
प्रवेश परीक्षा | नीट यूजी (NEET UG) | MDCAT (मुख्य परीक्षा) |
कोर्स अवधि | 5.5 साल (4.5 साल पढ़ाई + 1 साल इंटर्नशिप) | 5 साल (4 साल पढ़ाई + 1 साल हाउस जॉब) |
सीटों की संख्या | 2024 तक 1,18,137 एमबीबीएस सीटें. | 2021 तक लगभग 20,000 MBBS सीटें (सार्वजनिक और निजी कॉलेज मिलाकर) |
एमबीबीएस की फीस | सरकारी: 10,000-50,000 रुपये/वर्ष; निजी: 5-25 लाख/वर्ष | सरकारी: 40,000-60,000 रुपये/वर्ष; निजी: 10-15 लाख/वर्ष (भारतीय करेंसी में 4,69,026.29 रुपये) |
मान्यता | एनएमसी ( Medical Commission), WHO, FAIMER. | पीएमसी (Pakistan Medical Commission), WHO, FAIMER |
पाठ्यक्रम | एनसीईआरटी आधारित, भारतीय स्वास्थ्य समस्याओं पर फोकस | PMC द्वारा निर्धारित, अंतरराष्ट्रीय मानकों के साथ स्थानीय फोकस |
प्रतिस्पर्धा | बहुत ज्यादा (26 लाख उम्मीदवार, 1.18 लाख सीटें) | मध्यम (लगभग 2-3 लाख उम्मीदवार, 20,000 सीटें). |
भाषा | मुख्य रूप से अंग्रेजी, कुछ जगहों पर क्षेत्रीय भाषा | मुख्य रूप से अंग्रेजी, लेकिन उर्दू का भी प्रभाव. |
भारत में मेडिकल की पढ़ाई कठिन है, कह सकते हैं कि मेडिकल कॉलेज में एडमिशन मिलना ही मुश्किल है. लेकिन पाकिस्तान में फिलहाल इस क्षेत्र में स्पर्धा कम है. इसलिए वहां मेडिकल की सीटें कम होने पर भी एडमिशन मिल जाना आसान है.
First Published :
March 03, 2025, 16:39 IST