Last Updated:July 28, 2025, 16:55 IST
Operation sindoor Debate: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता पर चर्चा की और बताया कि इसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए. राहुल गांधी ने ऑपरेशन रोकने को लेकर पर सवाल उठाए.

हाइलाइट्स
राहुल गांधी ने ऑपरेशन सिंदूर रोकने पर सवाल उठाए.राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर चर्चा की.ऑपरेशन सिंदूर में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए.नई दिल्ली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सेना के तीनों अंगों (थलसेना, वायुसेना और नौसेना) का बेमिसाल उदाहरण है और इसके तहत पाकिस्तान की हर हरकत का करारा जवाब दिया गया. उन्होंने सदन को यह भी बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में हिज़बुल मुजाहिद्दीन, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए.
राजनाथ सिंह ने यह भी साफ कर दिया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ रुका नहीं है, बल्कि स्थगित किया गया है और अगर पाकिस्तान ने कोई हिमाकत की तो फिर से इसे शुरू कर दिया जाएगा. वह सदन में अपनी बात रख ही रहे थे कि अचानक से लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी अपने चेयर से उठ खड़े हुए और उन्होंने रक्षा मंत्री पर सवाल दागे.
दरअसल, रक्षा मंत्री ने जब लोकसभा में कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से डरकर पाकिस्तान ने भारत से गुहार लगाई अब कार्रवाई रोक दी जाए, तो उसी वक्त राहुल ने उनसे पूछा तो आपने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को क्यों रोका? रक्षा मंत्री ने तुरंत ही उन्हें टोका और कहा कि पहले मेरी बात खत्म होने दें, आपके सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने जवाब में कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिये सभी राजनीतिक और सैन्य उद्देश्य हासिल किए गए, लेकिन यह कहना ‘गलत और निराधार’ है कि इस ऑपरेशन को किसी दबाव में आकर रोका गया था. उन्होंने संसद के निचले सदन में “पहलगाम में आतंकवादी हमले के जवाब में भारत के मजबूत, सफल एवं निर्णायक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विशेष चर्चा” की शुरुआत करते हुए यह कहा कि पाकिस्तान की तरफ से सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) के स्तर पर संपर्क कर आग्रह किया गया था कि अब कार्रवाई रोक दी जाए.
रक्षा मंत्री ने कहा, “…लेकिन यह पेशकश इस शर्त के साथ स्वीकार की गई कि यह ऑपरेशन सिर्फ रोका जा रहा है, और अगर भविष्य में कोई दुस्साहस हुआ तो अभियान फिर प्रारंभ होगा.” सिंह ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “प्रतिपक्ष के लोग पूछते हैं कि कितने विमान गिरे, यह राष्ट्रीय भावनाओं का सही प्रतिनिधित्व नहीं करता.” उन्होंने कहा कि जब लक्ष्य बड़े हों तो अपेक्षाकृत छोटे मुद्दे पर सवाल नहीं किए जाते.
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...
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