Last Updated:July 09, 2025, 07:18 IST
Murthal ke parathe: अमरीक सुखदेव मुरथल का प्रसिद्ध रेस्तरां है. दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए नाइट-आउट का पसंदीदा स्थान है. 1956 में शुरू हुआ यह ढाबा अब 100 करोड़ रुपये की वार्षिक राजस्व कमाता है.

अमरीक सुखदेव: छोटे ढाबे से 100 करोड़ रुपये के रेस्तरां तक की जर्नी.
‘चलो आज मुरथल चलते हैं अमरीक सुखदेव के पराठे खाने.’ अगर आप दिल्ली-एनसीआर में रहते हैं तो आपने यह लाइन कई बार सुनी होगी. दिन में दोस्तों के बीत चर्चा होती है और रात को गाड़ी मुरथल की ओर चल देती है. अमरीक सुखदेव के पराठे खाने के लिए अक्सर दिल्ली-एनसीआर के लोग नाइट-आउट करते हैं. लॉन्ग ड्राइव का मजा और फिर पराठे के स्वाद से सफर यादगार हो जाता है.
NH-44 पर स्थित यह रेस्तरां सिर्फ एक खाने की जगह से कहीं ज्यादा बन गया है. यह इस इलाके के लिए एक पहचान बन चुका है. सालों से अमरीक सुखदेव सभी उम्र के लोगों के लिए एक पसंदीदा स्पॉट बन गया है. हर दिन हजारों लोग इसके बड़े, रोशनी से भरे गलियारों में चले आते हैं और इसके पराठे और अन्य व्यंजनों का आनंद लेते हैं. और यह केवल दिन के समय की भीड़ तक सीमित नहीं है. रात में भी रेस्तरां लोगों से भरा रहता है.
अमरीक सुखदेव ढाबे पर जिस तरह की भीड़ लगती है, यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है. इस रेस्तरां को पराठे से भारी राजस्व मिलता है. लेकिन जो बहुत से लोग नहीं जानते हैं वह यह है कि अमरीक सुखदेव एक छोटे से सड़क किनारे ढाबे के रूप में शुरू हुआ था.
हाल ही में रॉकी सग्गू कैपिटल नाम के एक इंस्टाग्राम क्रिएटर ने अमरीक सुखदेव रेस्तरां की जर्नी का एक वीडियो शेयर किया है. उन्होंने फेमस खाने की जगह यानी अमरीक सुखदेव रेस्तरां के बिजनेस मॉडल के बारे में बात की और कुछ आंकड़े साझा किए जो ध्यान आकर्षित करते हैं.
रॉकी सग्गू कैपिटल के अनुसार, आज यह अमरीक सुखदेव रेस्तरां करीब 100 करोड़ रुपये की वार्षिक राजस्व कमाता है. उन्होंने बताया कि अमरीक सुखदेव रोजाना 5,000 से 10,000 ग्राहकों को सेवा देता है. इसे संभालने के लिए उनके पास लगभग 500 कर्मचारियों की टीम है. हर महीने 8 करोड़ की कमाई होती है. यहां ड्राइवरों को फ्री में खिलाया जाता है.
रॉकी ने इस जगह के इतिहास पर भी नजर डाली. उन्होंने बताया कि 1956 में सरदार प्रकाश सिंह ने मुरथल में एक छोटा ढाबा शुरू किया था. उस समय सेट-अप साधारण था जिसमें एक तंबू था. जहां दाल, रोटी, सब्जी और चावल जैसे बुनियादी भोजन परोसे जाते थे. खाना मुख्य रूप से ट्रक ड्राइवरों के लिए था जो हाईवे से गुजरते थे. वे चारपाई पर बैठकर खुले में अपना भोजन करते थे.
साल 1990 में उनके बेटे अमरीक और सुखदेव इस बिजनेस में शामिल हुए. उन्होंने अपने पिता के साथ काम करना शुरू किया और खाने की जगह को अधिक योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ाने का निर्णय लिया. समय के साथ खाने के मेनू का विस्तार हुआ. अब रेस्तरां न केवल उत्तर भारतीय भोजन परोसता है बल्कि दक्षिण भारतीय विकल्प भी उपलब्ध करता है ताकि हर तरह के ग्राहक को टारगेट किया जा सके.
अपने वीडियो में रॉकी ने उन तीन प्रमुख फैक्टर्स की ओर इशारा किया, जिसने अमरीक सुखदेव को इतना फेमस होने और बढ़ने में मदद की.
– पहला था कि अमरीक सुखदेव के मालिक ने शुरुआती ग्राहकों के साथ विश्वास कैसे बनाया. वे ट्रक ड्राइवरों और कैब ड्राइवरों को मुफ्त या रियायती भोजन देते थे. इससे एक लॉयल कस्टमर बे यानी वफादार ग्राहक आधार बना जो बाद में रेगुलर विजिटर यानी नियमित आगंतुकों में बदल गया.
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– रॉकी के मुताबिक, दूसरा फैक्टर यह था कि रेस्तरां का फोकस स्वाद पर था. आज भी मालिक हर एक नए व्यंजन को मेनू में जोड़ने से पहले उसका स्वाद चखते हैं. यह प्रथा उनके इस बिजनेस में दिल से जुड़े होने और भोजन की गुणवत्ता बनाए रखने के प्रयास को दर्शाती है.
– तीसरा प्वाइंट है स्पीड एंड स्केल. रेस्तरां में करीब 150 टेबल हैं और प्रति ग्राहक लगभग 45 मिनट का टर्नअराउंड समय लगता है. इससे वे रोजाना लगभग 9,000 ग्राहकों को सेवा दे सकते हैं. अपनी सफलता के बावजूद रेस्तरां ने कभी विज्ञापनों पर ध्यान केंद्रित नहीं किया. इसके बजाय यह मुख्य रूप से मुंह से मुंह तक बढ़ा. यानी लोगों ने ही तारीफ करके इसे फेमस कर दिया.
अमरीक सुखदेव सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर भी पसंदीदा है. इस साल जनवरी में इसे TasteAtlas की ‘दुनिया के 100 सबसे प्रतिष्ठित रेस्तरां’ की सूची में जगह मिली.
Shankar Pandit has more than 10 years of experience in journalism. Before News18 (Network18 Group), he had worked with Hindustan times (Live Hindustan), NDTV, India News Aand Scoop Whoop. Currently he handle ho...और पढ़ें
Shankar Pandit has more than 10 years of experience in journalism. Before News18 (Network18 Group), he had worked with Hindustan times (Live Hindustan), NDTV, India News Aand Scoop Whoop. Currently he handle ho...
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Sonipat,Haryana