Last Updated:November 26, 2025, 16:04 IST
एसआईआर पर पश्चिम बंगाल में बीजेपी और टीएमसी आमने-सामने हैं. बीजेपी बंगाल प्रभारी अमित मालवीय ने ममता बनर्जी पर बीएलओ को दबाव में लेने और वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि बंगाल में लाखों वोटर ऐसे हैं जो मर चुके हैं, लेकिन उन्हें मतदाता सूची में रखा गया है. यह हैरान करने वाला आंकड़ा है.
एसआईआर पर चुनाव आयोग से मिला बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल.बिहार में एसआईआर को लेकर बीजेपी और टीएमसी के बीच सियासी तलावरें खिंची हुई है. ममता बनर्जी का आरोप है कि बीजेपी जबरदस्ती लोगों के नाम कटवा रही है. उसके नेताओं ने चुनाव आयोग में गुहार भी लगाई. लेकिन इसी बीच बीजेपी की पश्चिम बंगाल यूनिट चुनाव आयोग पहुंच गई. उसके बाद बंगाल प्रभारी अमित मालवीय ने जो दावा किया, अगर वो सच हो गया तो बंगाल में सियासी भूचाल आना तय समझिए. अमित मालवीय ने साफ कहा कि बंगाल में 88 लाख से ज्यादा वोटर ऐसे हैं जो मर चुके हैं, लेकिन आज भी वोटर लिस्ट में हैं. इन्हें हटाया जाना जरूरी है.
पश्चिम बंगाल बीजेपी की चुनाव आयोग के साथ बैठक के बाद अमित मालवीय ने बताया कि एसआईआर के के दौरान ममता सरकार और मुख्यमंत्री बीएलओ पर दबाव बना रहे हैं. नियम के अनुसार हर बीएलओ को इस काम के लिए 18,000 रुपये दिए जाने चाहिए, लेकिन ममता सरकार उन्हें पैसे नहीं दे रही है. यहां तक कि बीएलओ की की मदद के लिए डेटा एंट्री ऑपरेटर तक नियुक्त नहीं किए जा रहे हैं. ममता बनर्जी के बयान और तृणमूल कार्यकर्ताओं के रवैये से साफ है कि बीएलओ को डराया-धमकाया जा रहा है.
खेल पलट देंगे ये दावे
पश्चिम बंगाल में मृत व्यक्तियों के नाम वोटर लिस्ट में जोड़े जा रहे हैं. 88 लाख से ज्यादा मृत लोगों के नाम सूची में शामिल होने का दावा. राज्य छोड़ चुके/पलायन कर चुके लोगों के नाम भी वोटर लिस्ट में जोड़े जा रहे हैं. अधिकारियों पर ममता बनर्जी की ओर से दबाव डालने का आरोप. घुसपैठिये गलत रिश्तेदारी दिखाकर दस्तावेज तैयार करा रहे. ससुर को पिता बताने तक के मामले सामने आने का दावा. कुछ जगहों पर मां की उम्र बेटे से कम दिख रही है. कई जूनियर अधिकारियों को AERO और ERO बना दिया गया है.बीजेपी ने चुनाव आयोग से क्या कहा?
पश्चिम बंगाल बीजेपी के नेताओं ने चुनाव आयोग से कहा कि स्वतंत्र पर्यवेक्षक भेजे जाएं. मतुआ समाज और अन्य हिंदू, बौद्ध, जैन, ईसाई जो बांग्लादेश से आए हैं, चुनाव आयोग उन्हें आश्वस्त करे कि एसआईआर के दौरान उनके नाम सुरक्षित रूप से जोड़े जाएं और उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो.
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...और पढ़ें
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Location :
Delhi,Delhi,Delhi
First Published :
November 26, 2025, 16:01 IST

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