बहन को डोली में विदा नहीं कर पाए हरमेश, महेंद्र ने भाई से कहा था-तू हिम्मत...

4 hours ago

Last Updated:March 04, 2025, 09:12 IST

Chamoli Avalanche: उत्तराखंड के चमोली में एवलांच से हिमाचल प्रदेश के दो लोगों की मौत हो गई. ऊना के हरमेश कुमार और कांगड़ा के महिंद्र पाल की जान गई. हरमेश का शव घर पहुंचते ही परिवार में शोक का माहौल है.

बहन को डोली में विदा नहीं कर पाए हरमेश, महेंद्र ने भाई से कहा था-तू हिम्मत...

चमोली एवलांच में हिमाचल प्रदेश के दो लोगों की मौत.

हाइलाइट्स

चमोली एवलांच में हिमाचल के 2 लोगों की मौतहरमेश और महिंद्र की मौत से परिवार में शोकपरिजनों ने सरकार से मुआवजे की मांग की

ऊना/कांगड़ा.  उत्तराखंड के चमोली में एलवांच ने हिमाचल प्रदेश को भी जख्म दिए हैं. प्रदेश के दो लोगों की इस एवलांच में चली गई. कांगड़ा और ऊना के रहने वाले दो लोगों को हिमस्खलन में जान गंवानी पड़ी. अब ऊना के युवक का शव उनके घर पहुंचा है. गौरतलब है कि इस एवलांच में हिमाचल प्रदेश के कुल 6 लोग लापता हुए थे. जिनमें से चार सुरक्षित हैं और दो की मौत हो गई है.

जानकारी के अनुसार, चमोली एवलांच में जान गंवाने वाले ऊना के कुठार खुर्द के हरमेश का शव उनके पैतृक गांव पहुंचा  और शव को हरमेश का चचेरा भाई लेकर आया और शव के घर पहुंचते ही मां और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया और फिर सोमवार दोपहर बाद गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया गया। हैरानी की बात यह है कि इस हादसे के बारे में जिला प्रशासन को कोई जानकारी नहीं थी और कोई भी परिजनों को सांत्वना देने नहीं पहुंचा था.

जानकारी  के अनुसार, ऊना जिले के कुठार गांव के हरमेश कुमार की मौत की खबर परिजनों को ऊना थाना प्रभारी गौरव भारद्वाज को दी थी.  सोमवार को घर पहुंचते ही हरमेश की पत्नी सोनिया देवी और मां कांता देवी की चीख-पुकार मच गई और दोनों की आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे और पिता ज्ञान सिंह एक किनारे बेसुध दिखाई दिए.

मृतक हरमेश के चचेरे भाई करणवीर ने बताया कि हरमेश कुमार आखिरी बार 8 फरवरी को घर आया था. दो सप्ताह घर रहने के बाद वह वापस अपने काम पर चमोली लौट गया था. करीब चार दिन पहले हरमेश की पत्नी ने मां-बाप से बात की थी, जिसमें हरमेश ने खुद को सही-सलामत बताया था. यह हरमेश की परिजनों से आखिरी बात थी. उन्होंने बताया कि हरमेश की करीब दो साल पहले शादी हुई थी. हरमेश की दूसरी बहन की शादी दो महीने बाद होने वाली थी, जिसके लिए हरमेश ने खुद ही टेंट लगाने की जगह निश्चित कर रखी थी.

उधर, कांगड़ा के नूरपुर के ठेहड़ पंचायत के वार्ड नंबर 3 शोई के रहने वाले महिंद्र पाल (40)  की भी एवलांच में जान चली गई है. महिंद्र पाल स्वर्गीय देस राज के पुत्र थे और डाकघर खुहाडा, तहसील नूरपुर के रहने वाले थे. महिंद्र पाल के परिवार में उनकी माता पुष्पा देवी (62), पत्नी रमता देवी (38), बेटी (8) और बेटा (4) हैं. महिंद्र का एक छोटा भाई राम गोपाल भी है, जो टेलीकॉम क्षेत्र में काम करता है. महिंद्र पाल एक निजी कंपनी में काम करते थे. फरवरी 28 की रात करीब 2 बजे महिंद्र पाल ने अपने छोटे भाई से फोन पर बात की थी. छोटे भाई के ससुर का 27 फरवरी की रात निधन हो गया था, इसलिए महिंद्र ने फोन कर भाई को धीरज बंधाया और कहा, “तू हिम्मत रखना.”

महिंद्र पाल और उनके भाई ही परिवार की कमाई का मुख्य साधन

महिंद्र पाल और उनके भाई ही परिवार की कमाई का मुख्य साधन थे. दोनों भाइयों का संयुक्त परिवार है. महिंद्र पाल की पत्नी और घरवालों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. मासूम बच्चों को अभी तक यह समझ नहीं आया है कि उनके पिता अब इस दुनिया में नहीं रहे. महिंद्र की पत्नी और माता का रो-रोकर बुरा हाल है.ल महिंद्र के भाई ने सरकार और प्रशासन से अपील की है कि महिंद्र पाल की पत्नी और बच्चों के लिए कुछ सोचा जाए और उचित मुआवजा दिया जाए. उधर, कांगड़ा के फतेहपुर के सुनील कुमार बेहद लक्की रहे. क्योंकि वह छुट्टी पर घर आ गए थे और इस वजह से उनकी जान बच गई.

Location :

Shimla,Shimla,Himachal Pradesh

First Published :

March 04, 2025, 09:12 IST

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