Last Updated:April 27, 2025, 12:43 IST
India-Pakistan Tension: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. पहलगाम नरसंहार के बाद पूरे देश में आक्रोश है. वहीं, नियंत्रण रेखा (LoC) पर बसे गांव के लोग भी अब आरपार की बात करने लगे हैं.

LoC पर स्थित गांवों में भारत-पाकिस्तान युद्ध से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है.
जम्मू. पहलगाम में हिन्दू पर्यटकों के नरसंहार के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है. भारत ने स्पष्ट शब्दों में कह दिया है कि जिन्होंने इस हमले में अपनों को खोया है उन्हें न्याय जरूर मिलेगा. पहलगाम हमले के बाद दोनों देश अपनी-अपनी सेनाओं को अर्ल्ट मोड पर रहने को कहा है. दूसरी तरफ, पाकिस्तान के संरक्षण में फल-फूल रहे आतंकवादियों की इस बर्बर कार्रवाई की दुनियाभर में निंदा की गई है. वहीं, भारत-पाक सीमा (LoC) के करीब बसे गांवों के लोग किसी भी टकराव की स्थिति से खुद को सुरक्षित करने की तैयारियों में जुट गए हैं. LoC के आखिरी गांव के लोगों में पहलगाम हमले के बाद काफी गुस्सा देखा जा रहा है. उनका कहना है कि अब बहुत हो गया…आरपार की हो जानी चाहिए.
LoC के आखिरी गांव में स्थानीय लोग जंग के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. आरपार की लड़ाई की मांग करते हुए लोगों ने कहा कि बहुत सह लिया अब और नहीं. उन्होंने कहा कि जंग हुई तो जान भी देने को तैयार हैं. दरअसल, न्यूज 18 इंडिया की टीम LoC के आखिरी गांव भवानी में है, जहां 6 जुलाई 1948 की लड़ाई में ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान खान ने अपने प्राणों की आहुति दी थी. आजादी के बाद कबायलियों ने जम्मू-कश्मीर पर किया था, तब ब्रिगेडियर उस्मान खान ने पाकिस्तानी सैनिकों को खदेड़ा था. वे पाकिस्तान की गोलीबारी में शहीद हो गए थे. यही वो जगह है जहां अभिनन्दन का विमान गिरा और वे सीमा पार चले गए थे.
हमने कई लड़ाइयां देखीं…
भवानी गांव के लोगों ने कहा कि उन्होंने बहुत लड़ाइयां देखी हैं. अब उन्हें किसी बात का डर नहीं है. अब आरपार की लड़ाई होना जरूरी है. ग्रामीणों ने कहा कि फायरिंग की जद में हमारा पूरा गांव है. डर भी है लेकिन अब पाकिस्तान का इलाज होना जरूरी है. स्थानीय लोगों ने कहा कि उन्हें पहलगाम हमले का दुख है. उसका बदला लेते हुए अगर हमारी जान भी देनी पड़े तो दे देंगे. बता दें कि पहलगाम नरसंहार के बाद सीमा पर हालात तनावपूर्णा हो गए हैं.
नेवी की एंटी-शिप फायरिंग
इंडियन नेवी ने राष्ट्र के समुद्री हितों की रक्षा के लिए किसी भी समय, कहीं भी और किसी भी प्रकार से मुकाबले के लिए तैयार है. अपनी यही तैयारी प्रदर्शित करते हुए नौसेना ने सफलतापूर्वक एंटी-शिप फायरिंग की है. यह परीक्षण भारतीय नौसेना के जहाजों से किया गया. नौसेना की इस एंटी-शिप फायरिंग ने लंबी दूरी के सटीक आक्रामक हमले के लिए प्लेटफार्म, सिस्टम और चालक दल की तत्परता को फिर से प्रमाणित किया है. रविवार को नेवी ने बताया कि चालक दल की तत्परता को प्रदर्शित करने के लिए उन्होंने कई सफल एंटी-शिप फायरिंग की हैं. भारतीय नौसेना किसी भी समय, कहीं भी, किसी भी तरह से राष्ट्र के समुद्री हितों की रक्षा करने के लिए युद्ध के लिए तैयार हैं.
Location :
Jammu,Jammu and Kashmir
First Published :
April 27, 2025, 12:31 IST