Last Updated:May 13, 2025, 19:27 IST
Bihar Road Project: बिहार के सात जिलों को एक साथ जोड़ने वाला इंडो-नेपाल बॉर्डर सड़क परियोजना का 80% काम पूरा हो चुका है.दिसंबर तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इस रोड प्रोजेक्ट के पूरा हो जाने से बिहार के...और पढ़ें

इंडो-नेपाल बॉर्डर सड़क परियोजना दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
हाइलाइट्स
बिहार में इंडो-नेपाल बॉर्डर सड़क परियोजना का 80% कार्य पूरा दिसंबर तक पूर्ण होने का लक्ष्य, सात सीमावर्ती जिलों को जोड़ेगी.इससे सीमा सुरक्षा, व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा.पटना. बिहार के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी जल्दी ही मिलने वाली है. इंडो-नेपाल बॉर्डर सड़क परियोजना का 80% कार्य पूरा हो चुका है और इसके दिसंबर तक पूर्ण हो जाने का लक्ष्य रखा गया है.यह सड़क परियोजना बिहार में भारत-नेपाल सीमा से सटे सात जिलों को जोड़ने वाली है. यह सड़क पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज जैसे सीमावर्ती जिलों को आपस में जोड़ने वाली है. भारत-नेपाल की कुल 729 किलोमीटर लंबी सीमा में से बिहार की 554 किलोमीटर सीमा इस सड़क परियोजना के दायरे में आती है.
यह योजना वर्ष 2010 में शुरू की गई थी और इसका मुख्य उद्देश्य सीमा सुरक्षा बल की चौकियों को सड़क मार्ग से जोड़ना और सीमावर्ती क्षेत्रों में अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण स्थापित करना है. उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार को मिलाकर इस मार्ग की कुल लंबाई 1372 किलोमीटर होगी.यह सड़क सीमा सुरक्षा बल की चौकियों तक तेज और सुरक्षित पहुंच सुनिश्चित करेगी. इस रोड के पूरा हो जाने से अवैध घुसपैठ और तस्करी जैसी गतिविधियों पर सख्त नियंत्रण करने का किया जा सकेगा.
131 पुल पुलिया का होगा निर्माण
पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने बताया कि बिहार में यह परियोजना पश्चिम चंपारण के मदनपुर से शुरू होकर किशनगंज के गलगलिया होते हुए सिलीगुड़ी तक जाती है.इस महत्वपूर्ण केंद्रीय परियोजना का निर्माण 2486.22 करोड़ की लागत से किया जा रहा है. इसके अतिरिक्त, परियोजना के अंतर्गत भूमि अधिग्रहण और 131 पुल औरपुलियों के निर्माण हेतु राज्य सरकार की ओर से लगभग 3300 करोड़ की राशि खर्च की जा रही है.
सड़क परियोजना के बनने से क्या बदलेगा
इसके परियोजना के पूरा हो जाने से सीमावर्ती क्षेत्र के लाखों लोगों को व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और कृषि उत्पादों के बिना बाधा के इधर से उधर ले जाना सुगम हो सकेगा.यह सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षित और सीधा संपर्क मार्ग होगा. सीमावर्ती गांवों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ते हुए किसानों और स्थानीय निवासियों के लिए निर्बाध परिवहन सुविधा उपलब्ध कराएगी.
पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...और पढ़ें
पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...
और पढ़ें
Location :
Patna,Patna,Bihar