बिहार में विकास का दम या जुमलेबाजी का शोर... भीड़ का शोर किसे कर रहा कन्फ्यूज

5 hours ago

Last Updated:August 25, 2025, 19:28 IST

Bihar Chunav 2025: बिहार चुनाव 2025 में पीएम नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, प्रशांत किशोर और तेज प्रताप यादव की रैलियों में भीड़ तो है, पर क्या यह वोटों में तब्दील होगी?

बिहार में विकास का दम या जुमलेबाजी का शोर... भीड़ का शोर किसे कर रहा  कन्फ्यूजबिहार में जुट रही भीड़ किसको कन्फ्यूज कर रही है?

पटना. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का बिगुल बज चुका है और राज्य की सियासी जमीन पर भीड़ का शोर नेताओं को कन्फ्यूज करने लगा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की जोड़ी, प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी और तेज प्रताप यादव की जन संवाद यात्रा की सभाओं में उमड़ रही भीड़ ने सवाल खड़े कर दिए हैं, यह भीड़ किसके लिए जुट रही है? क्या यह वोटों में तब्दील होगी या महज उत्साह का प्रतीक है? बिहार चुनाव 2025 में भीड़ का उत्साह देखते ही बन रहा है. लेकिन असली लड़ाई भीड़ को वोट में बदलने की होने वाली है. पीएम मोदी का करिश्मा, नीतीश का विकास और राहुल-तेजस्वी की जोड़ी पर पीके की प्रयोगधर्मी राजनीति और तेज प्रताप की बगावत का क्या असर होने वाला है? गठबंधन का गणित और बिखरते वोटों को समेटने की रणनीति में कौन बीस साबित होगा?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया गया रैली में भारी भीड़ उमड़ी. 13,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन करते हुए मोदी ने विपक्ष पर “लाल आतंक” और “घुसपैठियों” को लेकर निशाना साधा. उनकी सभाओं में भीड़ का उत्साह एनडीए के लिए उम्मीद जगाता है, लेकिन विपक्ष इसे “चुनावी जुमला” करार दे रहा है. तेजस्वी यादव ने X पर एक व्यंग्यात्मक गाना शेयर कर मोदी के वादों को “खोखला” बताया. स्थानीय विश्लेषकों का मानना है कि मोदी की रैलियों में भीड़ बीजेपी के कोर वोटरों और नीतीश के समर्थकों का मिश्रण है, लेकिन यह भीड़ ग्रामीण और युवा वोटरों को कितना प्रभावित करेगी, यह सवाल बना हुआ है.

राहुल-तेजस्वी की जोड़ी

राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ में तेजस्वी यादव के साथ उमड़ रही भीड़ ने महागठबंधन को नई ऊर्जा दी है. सासाराम से शुरू इस यात्रा में राहुल ने मतदाता सूची में हेराफेरी का आरोप लगाया, जबकि तेजस्वी ने बेरोजगारी और सामाजिक न्याय जैसे मुद्दों को उठाया. नवादा के एक पत्रकार के अनुसार, तेजस्वी की ज़मीनी भाषा और युवा अपील ग्रामीण और पिछड़े वर्ग में प्रभावी है, जबकि राहुल का राष्ट्रीय चेहरा कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश भरता है. C-Voter सर्वे के मुताबिक, 60% लोग मानते हैं कि मतदाता सूची (SIR) मुद्दा चुनाव में बड़ा बन सकता है. लेकिन, भीड़ का यह उत्साह क्या वोटों में बदलेगा, या कांग्रेस-राजद के बीच नेतृत्व की खींचतान इसे कमजोर कर देगी?

प्रशांत किशोर का जन सुराज

प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी की सभाओं में भी भीड़ जुट रही है, जिसने एनडीए और महागठबंधन दोनों को बेचैन किया है. C-Voter सर्वे में उनकी बढ़ती लोकप्रियता ने सियासी समीकरण बदले हैं. पीके का फोकस बिहार के विकास और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर है, जो युवाओं को आकर्षित कर रहा है. लेकिन, उनकी नई पार्टी का सीमित संगठनात्मक ढांचा और वोटों में तब्दील होने की अनिश्चितता सवाल उठाती है.

तेज प्रताप की बगावत

तेज प्रताप यादव की जन संवाद यात्रा ने राजद के भीतर और महागठबंधन में तनाव पैदा किया है. महुआ से चुनाव लड़ने का ऐलान और AIMIM के साथ गठबंधन की अटकलों ने उनकी सभाओं में भीड़ को चर्चा का विषय बना दिया. तेज प्रताप की बागी तेवर और ‘जयचंद’ जैसे बयान राजद के लिए चुनौती हैं. उनकी भीड़ युवाओं और स्थानीय समर्थकों की है, लेकिन यह राजद के वोट बैंक को बांट सकती है.

बिहार की सियासत में भीड़ का यह मेला उत्साह तो दिखाता है, लेकिन इसका वोटों में अनुवाद अनिश्चित है. मोदी की रैलियां एनडीए के विकास के दावों को मजबूती देती हैं, राहुल-तेजस्वी की जोड़ी ज़मीनी मुद्दों पर जोर दे रही है, पीके नया विकल्प पेश कर रहे हैं, और तेज प्रताप का बागी तेवर सियासी ध्रुवीकरण को बढ़ा रहा है. बिहार का वोटर इस बार विकास, रोजगार और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर फैसला लेगा, और भीड़ का यह शोर कितना प्रभावी होगा, यह नवंबर 2025 में साफ होगा.

रविशंकर सिंहचीफ रिपोर्टर

भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...और पढ़ें

भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...

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First Published :

August 25, 2025, 19:28 IST

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