Last Updated:November 04, 2025, 14:38 IST
बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) का प्रोजेक्ट योजक आज धूमधाम से अपना 5वां स्थापना दिवस मना रहा है. BRO के प्रोजेक्ट योजक ने हिमाचल में 351.45 किलोमीटर सड़कें, अटल टनल और शिंकुन ला टनल जैसी उपलब्धियां हासिल कीं, जिससे सीमाएं मजबूत और गांव जुड़े हैं.
बीआरओ के नाम पर कई वर्ल्ड रिकार्ड भी हैं.नई दिल्ली. बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) का प्रोजेक्ट योजक आज धूमधाम से अपना 5वां स्थापना दिवस मना रहा है. हिमाचल प्रदेश की खूबसूरत सोलंग वैली में आयोजित समारोह में बीआरओ के जांबाज़ों ने ऊंचे हिमालय में बनाई सड़कों और सुरंगों की गाथा सुनाई. पिछले चार सालों में इस प्रोजेक्ट ने मुश्किल से मुश्किल इलाकों में कमाल कर दिखाया है.
योजक प्रोजेक्ट ने अब तक 351.45 किलोमीटर लंबी सड़कें बनाई हैं. ये सड़कें बर्फीले पहाड़ों, गहरी खाइयों और तेज़ हवाओं के बीच बनी हैं. साथ ही 295.88 मीटर लंबे बड़े पुल और 171 मीटर सुरंगें भी तैयार की गईं. ये काम लद्दाख को हिमाचल से जोड़ने के लिए किए गए, ताकि फौज को हर मौसम में रसद पहुंचे और आम लोग आसानी से यात्रा कर सकें. सबसे बड़ा गौरव है अटल टनल – रोहतांग दर्रे के नीचे बनी दुनिया की सबसे लंबी हाई-ऐल्टीट्यूड सुरंग है. ये 9.02 किलोमीटर लंबी है और मनाली से लेह की दूरी 46 किलोमीटर कम कर देती है. अब सर्दियों में भी रास्ता बंद नहीं होता. दुनिया की सबसे ऊंची मोटरेबल सुरंग शिंकुन ला टनल बनने वाली है. ये 4.1 किलोमीटर लंबी होगी और 16,580 फीट की ऊंचाई पर बनेगी. इससे दारचा से पदुम तक का रास्ता पूरे साल खुला रहेगा।
योजक का मतलब है जोड़ना. लोगों को जोड़ रहे हैं, सीमाओं को मजबूत कर रहे हैं और भारत को आगे बढ़ा रहे हैं. समारोह में जवानों को सम्मानित किया गया. बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए. स्थानीय लोग भी खुश – अब गांव तक पक्की सड़क पहुंच गई, स्कूल-हॉस्पिटल आसान हो गए. सीमा पर सड़कें बनाना आसान नहीं, लेकिन ये लोग नामुमकिन को मुमकिन बना रहे हैं.
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Location :
Himachal Pradesh
First Published :
November 04, 2025, 14:38 IST

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