Last Updated:May 19, 2025, 15:38 IST
सुप्रीम कोर्ट ने शरणार्थियों की याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि भारत कोई धर्मशाला नहीं है और 140 करोड़ लोगों के साथ पहले से ही संघर्ष कर रहा है.

दिल्ली में रोहिंग्या शरणार्थियों का वेरिफिकेशन कई महीनों से चल रहा है. (File Photo)
हाइलाइट्स
सुप्रीम कोर्ट ने कहा भारत कोई धर्मशाला नहीं है.भारत 140 करोड़ लोगों के साथ पहले से ही संघर्ष कर रहा है.रोहिंग्या शरणार्थियों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी.शरणार्थियों के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए सोमवार को कहा कि भारत कोई धर्मशाला नहीं है. दुनिया भर से आए लोगों को शरण देने का कोई औचित्य नहीं है. भारत ऐसे लोगों को शरण क्यों दे… सर्वोच्च अदालत ने स्पष्ट किया कि भारत 140 करोड़ लोगों के साथ पहले से ही संघर्ष कर रहा है. हर जगह से आए शरणार्थियों को शरण देना संभव नहीं है. शरणार्थियों को शरण देने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने यह टिप्पणी की.
जस्टिस दीपांकर दत्ता ने श्रीलंका से आए तमिल शरणार्थी को हिरासत में लिए जाने के मामले में हस्तक्षेप करने से इनकार करते हुए ये बड़ी टिप्पणी की. श्रीलंका के याचिकाकर्ता की ओर से वकील ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि वह एक श्रीलंकाई तमिल है, जो वीजा पर यहां आया था. उसके अपने देश में उसकी जान को खतरा है. याचिकाकर्ता बिना किसी निर्वासन प्रक्रिया के लगभग तीन वर्षों से नजरबंद है.
यहां हर कोई आकर नहीं बस सकता
इस पर जस्टिस दत्ता ने पूछा, ‘यहां बसने का आपका क्या अधिकार है?’ वकील ने दोहराया कि याचिकाकर्ता एक शरणार्थी है. इस पर जस्टिस दत्ता ने कहा, भारत कोई ऐसा देश नहीं है, जहां दुनियाभर के शरणार्थी आकर बस जाएं.
140 करोड़ लोग खुद यहां पर
सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता से पूछा, क्या भारत को दुनिया भर से आए शरणार्थियों को शरण देनी चाहिए? हम 140 करोड़ लोगों के साथ संघर्ष कर रहे हैं. यह कोई धर्मशाला नहीं है. हम हर जगह से आए शरणार्थियों को शरण नहीं दे सकते. इससे पहले पूर्व चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने एक बार सुनवाई के दौरान कहा था, शरणार्थियों की मौजूदगी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकती है, और भारत की सीमित संसाधनों को ध्यान में रखते हुए यह कदम जरूरी है. कोर्ट ने यह भी कहा था कि भारत ने पहले ही कई शरणार्थियों को शरण दी है, लेकिन अब यह संभव नहीं है.
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...और पढ़ें
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...
और पढ़ें
भारत पाकिस्तान की ताज़ा खबरें News18 India पर देखें
Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi