UK Woman Dies On Vacation In Turkey: तुर्की से एक बेहद ही हैरान करने वाली खबर सामने आई है. यहां एक महिला टूरिस्ट की इलाज के दौरान मौत हो गई. लेकिन उसकी मौत कैसे हुई ये इस वक्त पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बनी हुई है. दो बच्चों की मां इंग्लैंड से तुर्की छुट्टी मनाने के लिए आई थी. इसी दौरान उसकी तबीयत खराब हो गई. इलाज के लिए उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई. इसके बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो खुलासा हुआ वो डराने वाली है. डॉक्टरों ने बताया कि उनके शरीर में दिल ही नहीं था.
जबकि इंग्लैंड के पोर्ट्समाउथ की रहने वाली 28 साल की बेथ मार्टिन की मौत एक अज्ञात बीमारी की वजह से हुई. लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उनके शरीर में दिल नहीं था. आरोप है कि उनका दिल इलाज के दौरान निकाल लिया गया.
बेथ मार्टिन की मां ने दावा किया कि ब्रिटेन से तुर्की के सफर के दौरान उनकी तबीयत खराब हो गई थी और उन्होंने शुरू में इसका कारण फूड प्वाइजनिंग बताया था. वह बेहोश हो गई थीं और इस्तांबुल में उतरने के कुछ ही घंटों के भीतर उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, अगले दिन 28 अप्रैल को उनकी मौत हो गई.
तुर्की के स्वास्थ्य मंत्रालय ने क्या कहा?
वहीं, तुर्की के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि मार्टिन की मौत 'कई अंगों के काम करना बंद कर देने के कारण हृदय गति रुकने' से हुई, लेकिन उन्होंने मौत होने की वजह की तफसील से जानकारी नहीं दी. मार्टिन के पति ल्यूक मार्टिन तुर्की अफसरों पर सहयोग नहीं करने का भी आरोप लगाया है. उनका मानना है कि शुरू में उन्हें लगा कि उन्होंने ही उन्हें जहर दिया है. उनके शव को ब्रिटेन भेज दिया गया है. वहीं, ब्रिटिश कोरोनर ने बताया कि उनकी पत्नी का दिल गायब है. मार्टिन के परिवार ने तुर्की अफसरों द्वारा संभावित मेडिकल अक्षमता, खराब तरीके से की गई जांच और मिसमैनेजमेंट की रिपोर्ट दी.
मौत की जांच जारी
तुर्की के अपसरों ने हॉस्पिटल में पोस्टमार्टम के दौरान दावा किया कि 'उसकी कोई सर्जरी नहीं की गई थी', जहां उसकी मौत हुई थी, जो ब्रिटिश कोरोनर के अनुमानों से बिल्कुल अलग था. मार्टिन के परिवार को यह शक है कि क्या तुर्की के इस्तांबुल में मौजूद मरमारा यूनिवर्सिटी पेंडिक एजुकेशन एंड रिसर्च हॉस्पिटल के मेडिकल स्टाफ ने उन्हें दवा से एलर्जी होने का एहसास होने से पहले पेनिसिलिन दी थी. उनकी मौत की जांच अभी चल रही है.
मार्टिन के नाम पर फंड जुटाने का ऐलान
मार्टिन उनके पति ल्यूक और उनके दो छोटे बच्चे, एलूइस ( 8 साल ) और टॉमी ( 5 वर्ष ) 27 अप्रैल को तुर्की में एक शानदार छुट्टी पर रवाना हुए. उड़ान के दौरान बीमार पड़ने के बाद परिवार का सपना जल्द ही बुरे सपने में बदल गया. मार्टिन के नाम पर एक GoFundMe पेज बनाया गया जिसका मकसद 250K पाउंड (लगभग 28 लाख) जुटाना था.
जांच में लगे छह महीने
उसके दुखी परिवार ने आरोप लगाया कि तुर्की के डॉक्टरों ने उन्हें अंधेरे में रखा और उसकी मौत से पहले उसे 'दबाया गया, दबाया गया और आक्रामक तरीके से दबाया गया.' वे अभी भी इस बात से हैरान हैं कि उन आखिरी घंटों में क्या हुआ? गोफंडमी पोस्ट के मुताबिक, मार्टिन के पति ल्यूक ने दावा किया कि हथियारबंद पुलिसकर्मियों ने हॉस्पिटल की पार्किंग में एक वैन के पीछे से उनसे पूछताछ की, तथा उनके साथ मारपीट भी की. इंग्लैंड में शव-परीक्षाकर्ताओं ( Morticians ) को यह पता लगाने में छह महीने लग गए कि मार्टिन के अंगों के अचानक काम करना बंद करने का क्या कारण था?