ये दोस्ती नहीं टूटेगी... जयशंकर ने लावरोव से क्‍या कहा क‍ि मुस्‍कुरा उठे

5 hours ago

Last Updated:July 15, 2025, 19:58 IST

SCO Summit 2025: एससीओ समिट में ह‍िस्‍सा लेने चीन गए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मुलाकात की. लेकिन इसी दौरान जयशंकर ने कुछ ऐसी बात कह दी क‍ि लावरोव मुस्‍कुरा उठे.

ये दोस्ती नहीं टूटेगी... जयशंकर ने लावरोव से क्‍या कहा क‍ि मुस्‍कुरा उठे

जयशंकर रूसी विदेश मंत्री से मिले तो ख‍िलख‍िला उठे.

हाइलाइट्स

चीन में SCO समिट के दौरान जयशंकर-लावरोव की मुलाकात में गहरी दोस्ती झलकी.मुलाकात के दौरान जयशंकर की हल्की-फुल्की बात पर लावरोव खुलकर मुस्कुरा उठे.भारत-रूस संबंधों की गर्मजोशी और भरोसा एक बार फिर मंच पर साफ नजर आया.

भारत- रूस की दोस्ती फिर दुनिया के सामने चमक उठी. मौका था, चीन के त्‍यानज‍िन शहर में हो रही एससीओ समिट का, जहां विदेश मंत्री एस. जयशंकर और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की मुलाकात हुई. दोनों नेताओं ने जैसे ही एक-दूसरे से हाथ मिलाया और मुस्कराए, तो वो लम्हा कैमरे में कैद हो गया और यही मुस्कान सब कुछ बयां कर गई. बता गई क‍ि ये दोस्‍ती टूटने वाली तो नहीं है, चाहें हालात कुछ भी हों.

एस जयशंकर और सर्गेई लावरोव की बॉडी लैंग्वेज साफ-साफ दिखा रही थी कि दोनों देशों के रिश्ते सिर्फ औपचारिक नहीं, बल्कि भरोसे और पुराने याराने पर टिके हैं. बातचीत में गर्मजोशी थी और चेहरे पर ऐसी मुस्कान, जो बताती है क‍ि यूं ही हम सबसे अच्‍छे दोस्‍त नहीं. पिछले कुछ दशकों में दुनिया में चाहे जैसे भी समीकरण बदले हों, लेकिन भारत-रूस की इस दोस्ती में ना कोई शक है, ना दरार. दोनों देशों के रणनीतिक रिश्ते हमेशा मजबूत रहे हैं. चाहे डिफेंस की बात हो, एनर्जी का क्षेत्र हो या फ‍िर वैश्व‍िक मंचों पर एक दूसरे को समर्थन देने की बात, दोनों देश खुलकर साथ आते रहे हैं.

Reviewed our bilateral cooperation and global developments with Foreign Minister Sergey Lavrov of Russia in Tianjin this afternoon.

जयशंकर का मजाक और हंस पड़े लावरोव
शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की मीटिंग से अलग जब जयशंकर लावरोव से मिलने गए तो ऐसा लगा क‍ि उन्‍होंने कुछ मजाक टाइप की बात कही, जिस पर लावरोव हंस पड़ पड़े. फ‍िर दोनों नेता मुस्‍कुराते नजर आए. यह दोनों नेताओं के बीच पर्सनल बॉन्‍ड‍िंग दिखाने के ल‍िए काफी थी. भारत-रूस के संबंध दशकों पुराने हैं. चाहे वह शीतयुद्ध का दौर रहा हो या आज का मल्‍टीपोलर वर्ल्‍ड. भारत आज भी रूस के हथ‍ियारों पर सबसे ज्‍यादा भरोसा करता है. ब्रह्मोस मिसाइल से लेकर एस-400 डिफेंस सिस्टम तक, रूस भारत के सबसे भरोसेमंद रक्षा साझेदारों में बना हुआ है.

यूक्रेन युद्ध के वक्‍त भी नहीं छोड़ा साथ
यूक्रेन युद्ध के दौरान जब कई पश्चिमी देशों ने रूस से दूरी बनाई, तब भारत ने संतुलन बनाए रखा और कूटनीतिक संवाद जारी रखा. यही वो भरोसा है जो इस रिश्ते को औरों से अलग बनाता है. जयशंकर और लावरोव की ये मुलाकात एक और वजह से अहम है. यह ऐसे समय पर हुई है जब ट्रंप के आने के बाद व्‍यवस्‍था बदल रही है. चीन अपनी ताकत बढ़ाता जा रहा है. इस उथलपुथल के दौर में भारत और रूस एक साथ पूरी ताकत से खड़े हैं.

Gyanendra Mishra

Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...और पढ़ें

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