Last Updated:September 14, 2025, 18:14 IST
Bihar New Rail Line : जिसने अपने घर के पास कभी ट्रेन की सीटी तक नहीं सुनी थी, अब उसकी खिड़कियों से रेल की रफ्तार झांकेगी... बिहार के सीमावर्ती इलाके अररिया और किशनगंज के कई गांवों में न तो रेलवे स्टेशन था, न ही पटरी और न ही वो बचपन की यादें जो ट्रेन को देख रोशनी से आंखें चौंधिया देने वाली होती हैं. लेकिन अब 18 साल की लंबी प्रतीक्षा के बाद पहली बार इन गांवों के लोग रेल की सीटी और छुक-छुक की आवाज का अनुभव करने जा रहे हैं. 15 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2300 करोड़ की लागत से बनी गलगलिया-अररिया नई रेल लाइन का उद्घाटन करेंगे.

किशनगंज/आशीष कुमार सिन्हा. जिसने अपने घर के पास कभी ट्रेन गुजरते नहीं देखा, उसका सपना अब साकार होने वाला है… 18 वर्षों के इंतजार के बाद बिहार के किशनगंज-अररिया इलाके में पहली बार ट्रेन की आवाज गूंजने जा रही है. वो भी एक नई, आधुनिक रेल लाइन से जो न सिर्फ इस क्षेत्र को देश के बड़े हिस्सों से जोड़ेगी, बल्कि लोगों की जिंदगी में नए सपनों और उम्मीदों को भी जन्म देगी. इस रेल लाइन की शुरुआत 15 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. दरअसल, यह सिर्फ एक रेल सेवा का उद्घाटन नहीं, बल्कि इलाके के लोगों की एक लंबे वक्त की ख्वाहिश पूरी होने का जश्न है.
दरअसल, अररिया और किशनगंज के गलगलिया इलाके के लोग उस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं जब पहली बार उनकी धरती से ट्रेन गुजरेगी. बहुत से ऐसे परिवार हैं जिन्हें अपने घर के बाहर ट्रेन का सायरन सुनने का मौका आज तक नहीं मिला. यह नई रेल लाइन उनके लिए जीवन का नया अध्याय खोलेगी. उम्मीद है कि लोगों की यात्राएं आसान होंगी, रोजगार बढ़ेगा और बच्चे बेहतर स्कूल, कॉलेज पहुंच पाएंगे.
18 सालों का लंबा इंतजार
इस रेल परियोजना का सपना 2006 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने देखा था. लेकिन कई अड़चनों के चलते यह पूरा होने में 18 साल लग गए. अब 2300 करोड़ रुपये की भारी लागत से यह काम पूरा हुआ है और यह रास्ता क्षेत्र की आर्थिक और सामरिक मजबूती के लिए भी एक वरदान साबित होगा. 2300 करोड़ की इस परियोजना से स्थानीय लोगों की जिंदगी में बदलाव आएगा और भारत-नेपाल के बीच भी बेहतर रेल संपर्क बनेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किशनगंज से अररिया तक 2300 करोड़ की नई रेल लाइन का उद्घाटन कर करेंगे.
सामरिक दृष्टि से बेहद खास
यह रेल लाइन चिकन नेक क्षेत्र से होकर गुजरती है जो भारत के पूर्वोत्तर राज्यों को जोड़ने का महत्वपूर्ण मार्ग है. न केवल आवागमन आसान होगा, बल्कि देश की सुरक्षा भी मजबूत होगी. साथ ही इस रेल मार्ग के जरिए भारत-नेपाल के बीच सीधी रेल सेवा की संभावनाएं भी बहुत हैं.इस परियोजना से बिहार के पूर्वी जिलों का विकास होगा और उत्तर-पूर्व भारत के साथ बेहतर कनेक्शन होगा.
लोगों की खुशियां और उम्मीदें
यहां के लोगों के लिए यह सिर्फ एक रेल लाइन नहीं, बल्कि उनके सपनों की सवारी है. किसान, व्यापारी, छात्र और बुजुर्ग, सभी इसे बदलाव की शुरुआत मानते हैं. वो जो वर्षों से अपने घर के बाहर ट्रेन के गुजरने का इंतजार करते रहे आज वे नयी उम्मीदों के साथ इस रेल सेवा का स्वागत कर रहे हैं. बताया जा रा है कि आने वाले वर्षों में इस रेल मार्ग को नेपाल तक बढ़ाने की योजना भी है जो क्षेत्रीय सहयोग और आर्थिक समृद्धि को और मजबूत करेगा.
पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...और पढ़ें
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Location :
Kishanganj,Kishanganj,Bihar
First Published :
September 14, 2025, 18:14 IST