Last Updated:September 09, 2025, 19:26 IST
Kanhaiya Kumar News: बिहार चुनाव से पहले दिल्ली में कांग्रेस की अहम बैठक में कन्हैया कुमार की मौजूदगी ने सबको चौंका दिया है. तेजस्वी यादव के मंच पर कांग्रेस के जिन नेताओं को जगह नहीं मिली, वे अब सीधे राहुल गांध...और पढ़ें

नई दिल्ली. बिहार चुनाव से पहले सीटों के बंटवारे को लेकर नेता एक टेबल पर बैठने लगे हैं. महागठबंधन में भी सीट शेयरिंग के फॉर्मूले पर मंथन शुरू हो गया है. खास बात यह है कि इस मंथन में कांग्रेस के वो नेता भी बैठ रहे हैं, जिनको हाल ही में पटना में तेजस्वी के मंच पर खून का घूट पीकर नीचे बैठना पड़ा था या मंच पर जगह नहीं मिली थी. मंगलवार को बिहार कांग्रेस के दिग्ग्जों की दिल्ली में जुटान हुआ. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के साथ मीटिंग में जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव भी नजर आए.
इस मीटिंग में एक तरफ बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम और कई दिग्गज थे दूसरी तरफ बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु और कन्हैया कुमार भी मौजूद थे. ऐसे में सवाल उठता है कि जिस कन्हैया कुमार और पप्पू यादव को आरजेडी-कांग्रेस के संयुक्त मंच पर पटना में जगह नहीं मिली, वही लोग अब सीट बंटवारे में तेजस्वी यादव का गणित बिगाड़ने बैठ गए हैं.
कन्हैया को कांग्रेस में कितनी अहमियत?
बिहार चुनाव से पहले सीटों के बंटवारे को लेकर महागठबंधन में चल रहा मंथन अब एक नए मोड़ पर आ गया है. इस मंथन में एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसने सीधे तौर पर राजद के सीएम फेस तेजस्वी यादव की चिंता बढ़ा दी है. यह तस्वीर है कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी के साथ कन्हैया कुमार और पप्पू यादव की है. इस तस्वीर को देखकर सबसे ज्यादा मिर्ची अगर किसी नेता को लगी होगी तो वह हैं तेजस्वी यादव. इसके कई कारण हैं. सबसे बड़ा कारण यह है कि राजद महागठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते सीटों के बंटवारे में अपनी शर्तें थोपना चाहता है. लेकिन दिल्ली में हुई इस बैठक से यह साफ हो गया है कि कांग्रेस अब राजद के सामने झुकने वाली नहीं है. कन्हैया और पप्पू यादव से मिलकर राहुल गांधी ने यह संदेश दे दिया है कि कांग्रेस के पास भी अपने तुरुप के पत्ते हैं.
पटना में मिले ‘धोखा’, दिल्ली में किया ‘खेला’
आरजेडी हमेशा से यह मानता आया है कि कांग्रेस का बिहार में जनाधार कम है और उसे कुछ ही सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए. लेकिन कन्हैया कुमार और पप्पू यादव की लोकप्रियता और उनके अपने जनाधार को देखते हुए कांग्रेस अब राजद से ज्यादा सीटों की मांग कर सकती है. यह सीधे तौर पर तेजस्वी यादव के ‘गणित’ को बिगाड़ सकता है, जो महागठबंधन में अपनी ताकत के बल पर अपनी शर्तों को मनवाना चाहते हैं.
कन्हैया कुमार बिहार में युवाओं के बीच एक लोकप्रिय चेहरा हैं. उनकी भाषण शैली और मुद्दों पर उनकी पकड़ उन्हें एक मजबूत नेता बनाती है. तेजस्वी यादव कन्हैया कुमार को अपने लिए खतरा मानते हैं. यही वजह है कि पटना में बिहार बंद के दौरान दोनों को मंच पर जगह नहीं मिली थी. राहुल गांधी के साथ हुई इस बैठक को सिर्फ एक सामान्य मुलाकात मानना एक बड़ी भूल होगी. यह संकेत देता है कि बिहार में कुछ बड़ा होने वाला है. क्या कांग्रेस अब राजद पर ज्यादा दबाव डालेगी? कन्हैया और पप्पू यादव की उपस्थिति से कांग्रेस का पलड़ा भारी हो गया है, जिससे राजद को शायद ज्यादा सीटें देनी पड़ें.
रविशंकर सिंहचीफ रिपोर्टर
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...और पढ़ें
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
September 09, 2025, 19:26 IST