Last Updated:April 17, 2025, 11:59 IST
Robert Vadra ED Enquiry: लैंड डील मामले में पूछताछ के लिए रॉबर्ट वाड्रा लगातार तीसरे दिन ईडी के ऑफिस पहुंचे हैं. उनके साथ उनकी पत्नी प्रियंका गांधी भी दिखीं. 2008 में गुरुग्राम में जमीन खरीद-बिक्री में कथित अनि...और पढ़ें

रॉबर्ट वाड्रा आज लगातार तीसरे ईडी ऑफिस पहुंचे हैं.
हाइलाइट्स
रॉबर्ट वाड्रा तीसरे दिन ईडी ऑफिस पहुंचे.प्रियंका गांधी भी वाड्रा के साथ दिखीं.गुरुग्राम लैंड डील मामले में पूछताछ जारी.Robert Vadra ED Enquiry: बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा गुरुग्राम लैंड डील मामले में पूछताछ के लिए ईडी ऑफिस पहुंचे हुए हैं. वह आज 11 बजे अपनी पत्नी और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा भी उनके साथ दिखीं. रॉबर्ट वाड्रा से 2008 के हरियाणा के गुरुग्राम जमीन सौदे मामले में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ चल रही है. इसी मामले में वह आज भी ईडी के समक्ष पेश हुए.
पिछले दो दिनों में वाड्रा से 12 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई है. मनी लॉन्ड्रिंग (पीएमएलए) के तहत उनके बयान दर्ज करने की प्रक्रिया आज भी जारी है. वहीं, वाड्रा ने ईडी की कार्रवाई को अपने और अपने परिवार के खिलाफ “राजनीतिक प्रतिशोध” से प्रेरित बताया है. उन्होंने कहा कि हालांकि उन्होंने हमेशा एजेंसी के साथ सहयोग किया है और हजारों पन्नों के कागजात पेश किए हैं. मगर अब इन मामलों को खत्म करने की जरूरत है क्योंकि ये लगभग 20 साल पुराने मामले हैं.
वाड्रा पर केस
वाड्रा के खिलाफ जांच हरियाणा के गुरुग्राम के मानेसर-शिकोहपुर (अब सेक्टर 83) में एक जमीन सौदे से जुड़ी है. फरवरी 2008 में यह सौदा स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी ने किया था. उस समय वाड्रा इसके डायरेक्टर हुआ करते थे. कंपनी ने ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज से 3.5 एकड़ जमीन 7.5 करोड़ रुपये में खरीदी थी. फिर इसे 2012 में डीएलएफ को 58 करोड़ रुपये में बेच दी. इस जमीन का सौदा मामले और गड़बड़ी को आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने सामने लाया था.
खेमका ने रद्द किया था सौदा
खेमका उस समय हरियाणा के भूमि चकबंदी और भूमि अभिलेख महानिदेशक-सह-पंजीकरण महानिरीक्षक के पद पर तैनात थे. उन्होंने इस सौदे को राज्य चकबंदी अधिनियम और कुछ संबंधित प्रक्रियाओं का उल्लंघन बताते हुए दाखिल खारिज रद्द कर दिया था. उस दौरान विपक्ष में रही भाजपा ने इस मामले पर कांग्रेस को जमकर घेरा था. भूमि सौदे को ‘भ्रष्टाचार’ और ‘भाई-भतीजावाद’ का उदाहरण बताया था. क्योंकि यह डील रॉबर्ट वाड्रा से जुड़ी थी और उस समय हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार सत्ता में थी.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
April 17, 2025, 11:29 IST