America News: व्हाइट हाउस में ट्रंप और जेलेंस्की के बीच तीखी बहस हुई. इस बहस ने पूरी दुनिया की निगाहों को खींच लिया. रूस भी इसे लेकर प्रतिक्रिया दी है. इसके अलावा कई और देशों से इस पर टिप्पणी की गई है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने शुक्रवार को यूक्रेन में युद्ध को लेकर यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की आलोचना की और उन पर अमेरिका का आभार नहीं जताने का भी आरोप लगाया. इस बहस के बाद समझौते को रद्द कर दिया गया. जानिए आखिर व्हाइट हाउस में क्या- क्या हुआ.
ओवल ऑफिस में तीनों नेताओं के बीच हुई कहासुनी को वैश्विक स्तर पर प्रसारित किया गया. इसके कारण जेलेंस्की की व्हाइट हाउस यात्रा का शेष भाग रद्द कर दिया गया और इस बात को लेकर भी सवाल उठा कि रूस से 2022 से जारी युद्ध में यूक्रेन का अब अमेरिका कितना समर्थन करेगा.इस बैठक के दौरान हुई बातचीत के प्रमुख अंश इस प्रकार हैं.
जेलेंस्की ने रूस और कूटनीति को लेकर वेंस को चुनौती दी.
वेंस : चार वर्षों तक, अमेरिका में एक ऐसे राष्ट्रपति रहे जो प्रेस कॉन्फ्रेंस में खड़े होकर व्लादिमीर पुतिन के बारे में कड़ी बातें करते थे और फिर पुतिन ने यूक्रेन पर आक्रमण कर दिया तथा देश के एक बड़े हिस्से को नष्ट कर दिया. शांति और समृद्धि का मार्ग संभवतः कूटनीति से जुड़ा हुआ है. हमने जो बाइडन की राह को अपनाया, अपना सीना ठोका और यह दिखावा किया कि अमेरिका के राष्ट्रपति के शब्द इसके राष्ट्रपति की कार्रवाई से अधिक महत्वपूर्ण हैं. जो बात अमेरिका को एक बेहतर देश बनाती है वह है यह कूटनीति में शामिल है. राष्ट्रपति ट्रंप यही कर रहे हैं.
जेलेंस्की : क्या मैं आपसे एक बात पूछ सकता हूं?
वेंस : ''जरूर, हां.''
जेलेंस्की : ठीक है. तो उन्होंने हमारे हिस्से, यूक्रेन के बड़े हिस्से, पूर्वी हिस्से और क्रीमिया को कब्जा लिया. तो उन्होंने 2014 में इसे कब्जा लिया. कई वर्षों के दौरान - मैं सिर्फ बाइडन के बारे में बात नहीं कर रहा हूं, लेकिन इस दौरान (बराक) ओबामा थे, फिर राष्ट्रपति ओबामा, फिर राष्ट्रपति ट्रंप, फिर राष्ट्रपति बाइडन, अब फिर से राष्ट्रपति ट्रंप और ईश्वर की कृपा से, अब राष्ट्रपति ट्रंप उन्हें रोकेंगे. लेकिन 2014 के दौरान, किसी ने उन्हें नहीं रोका. उन्होंने बस कब्जा किया और लूटा. उन्होंने लोगों को मारा. तुम्हें पता है क्या...
ट्रंप : 2015
जेलेंस्की : (नहीं) 2014.
ट्रंप : ओह 2014, तब मैं (राष्ट्रपति) नहीं था.
वेंस : ''यह बिल्कुल सही है.''
जेलेंस्की : हां, लेकिन 2014 से 2022 तक, एक जैसी स्थिति रही, सीमा रेखा पर लोग मरते रहे। किसी ने उन्हें नहीं रोका. आपको पता है, हमने उनके (पुतिन के) साथ बातचीत की, बहुत सारी वार्ता हुई, मैने द्विपक्षीय वार्ता की और हमने उनके साथ, आपकी तरह, राष्ट्रपति जी, 2019 में, समझौते पर हस्ताक्षर किए. मैंने उनके, (फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल) मैक्रों और (पूर्व जर्मन चांसलर एंजेला) मर्केल के साथ हस्ताक्षर किए. हमने युद्ध विराम पर हस्ताक्षर किए.....लेकिन उसके बाद, उन्होंने युद्ध विराम तोड़ा, उन्होंने हमारे लोगों को मारा और उन्होंने कैदियों की अदला-बदली भी नहीं की. हमने कैदियों की अदला-बदली पर हस्ताक्षर किए. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. जेडी, आप किस तरह की कूटनीति की बात कर रहे हैं? आपका क्या आशय है?
वेंस : मैं उस कूटनीति की बात कर रहा हूं जो आपके देश में तबाही को खत्म करेगी. राष्ट्रपति महोदय, आदर के साथ, मेरा मानना है कि आपका ओवल ऑफिस में आकर अमेरिकी मीडिया के सामने इस मामले पर आरोप लगाने का प्रयास करना अपमानजनक है. इस समय आप लोग घूम-घूम कर जबरन भर्ती सैनिकों को अग्रिम मोर्चे पर आने के लिए मजबूर कर रहे हैं, क्योंकि आप जनबल (की कमी) से जूझ रहे हैं.आपको इस युद्ध को खत्म करने का प्रयास करने के लिए राष्ट्रपति (ट्रंप) को धन्यवाद देना चाहिए.
जेलेंस्की : क्या आप कभी यूक्रेन गए हैं कि (जैसा कि) आप कह रहे हैं कि हमारे यहां क्या समस्याएं हैं?
वेंस : मैं गया हूं...
जेलेंस्की : एक बार आइये.
वेंस : राष्ट्रपति महोदय, मैं वास्तव में उन कहानियों से वाकिफ हूं और मैं जानता हूं कि क्या होता है कि आप लोगों को लाते हैं, उन्हें 'प्रोपेगेंडा टूर' पर ले जाते हैं. क्या आप इस बात से असहमत हैं कि लोगों को अपनी सेना में शामिल करने में आपको समस्याएं हुई हैं? जेलेंस्की : हमारे समक्ष समस्याएं हैं.
वेंस : और क्या आपको लगता है कि अमेरिका के ओवल ऑफिस में आना और उस प्रशासन पर हमला करना शिष्टतापूर्ण है जो आपके देश के विनाश को रोकने की कोशिश कर रहा है?
जेलेंस्की : बहुत सारे सवाल हैं. चलिए शुरू से बात करते हैं.
वेंस : जरूर
जब जेलेंस्की ने कहा कि अमेरिका को भविष्य में इसका सामना करना पड़ सकता है तो ट्रंप भड़क गए.
जेलेंस्की : सबसे पहली बात कि युद्ध के दौरान, हर किसी को समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं, यहां तक कि आपको भी. अभी आपको इसका अहसास नहीं है. लेकिन भविष्य में आपको इसका अहसास होगा.
ट्रंप : आपको यह नहीं पता. आपको यह नहीं पता. हमें मत बताओ कि हमे क्या अहसास होगा. हम एक समस्या के समाधान की कोशिश कर रहे हैं. हमें मत बताओ कि हमे क्या अहसास होगा.
जेलेंस्की : मैं आपको नहीं बता रहा हूं. मैं इन सवालों का जवाब दे रहा हूं.
ट्रंप: क्योंकि आप यह निर्देश देने की स्थिति में नहीं हैं.
वेंस: “आप बिल्कुल यही कर रहे हैं.”
ट्रंप : आप यह तय करने की स्थिति में नहीं हैं कि हम क्या महसूस करेंगे. हम बहुत अच्छा महसूस करेंगे.
जेलेंस्की : आपको प्रभावित होने का अहसास होगा.
ट्रंप : हम बहुत अच्छा और बहुत सशक्त महसूस करेंगे.
जेलेंस्की : मैं आपको बता रहा हूं. आप प्रभावित महसूस करेंगे.
ट्रंप : आप अभी बहुत अच्छी स्थिति में नहीं हैं. आपने खुद को बहुत बुरी स्थिति में फंसा लिया है.
जेलेंस्की : युद्ध की शुरुआत से ही..।
ट्रंप : आपके हालात अच्छे नहीं है. अभी आपके पास जरूरी संसाधन नहीं हैं. हमारे साथ होने से आपके पास संसाधन जुटने लगे.
जेलेंस्की : मैं इसे हल्के में नहीं ले रहा हूं. श्रीमान राष्ट्रपति, मैं बहुत गंभीर हूं.
ट्रंप : आप इसे हल्के में ले रहे हैं. आप लाखों लोगों का जीवन दांव पर लगा रहे हैं. आप तीसरे विश्व युद्ध को आमंत्रित कर रहे हैं.
जेलेंस्की : आप क्या बात कर रहे हैं?
ट्रंप : आप तीसरे विश्व युद्ध को आमंत्रित कर रहे हैं, और आप जो कर रहे हैं वह देश के लिए बहुत अपमानजनक है, इस देश के लिए जिसने आपका बहुत अधिक समर्थन किया है.
वेंस : क्या आपने एक बार भी धन्यवाद बोला?
जेलेंस्की : बहुत बार. आज भी कहा है.
वेंस : नहीं, इस पूरी बैठक में। आप अक्टूबर में पेंसिल्वेनिया गए और विपक्ष के लिए प्रचार किया.
जेलेंस्की : नहीं.
वेंस : अमेरिका और राष्ट्रपति की प्रशंसा में कुछ शब्द कहें जो आपके देश की रक्षा की कोशिश कर रहे हैं.
जेलेंस्की : कृपया. आपको लगता है कि अगर आप युद्ध के बारे में बहुत जोर से बोलेंगे, तो आप...
ट्रंप : वह जोर से नहीं बोल रहे हैं. वह जोर से नहीं बोल रहे हैं. आपका देश बड़े संकट में है.
जेंलेस्की : क्या मैं जवाब दे सकता हूं?
ट्रंप : नहीं, नहीं. आपने बहुत बात कर ली है. आपका देश बड़े संकट में है.
जेलेंस्की : मुझे पता है, मुझे पता है.
ट्रंपः आप जीत नहीं रहे. आप इसमें नहीं जीतेंगे. हमारी वजह से आपके पास एक बहुत बढ़िया मौका है इससे बाहर आने का.
जेलेंस्कीः श्रीमान राष्ट्रपति, हम अपने देश में हैं, हम मजबूत हैं. युद्ध की शुरुआत से ही हम अकेले थे और हम आभारी हैं. मैने धन्यवाद दिया है. (भाषा)