शिक्षकों के लिए नया आदेश! अब ऐसे पता चलेगा स्कूल में शिक्षक हैं या नहीं

3 hours ago

Last Updated:January 19, 2025, 12:02 IST

Maharashtra News: महाराष्ट्र के अनुदान प्राप्त स्कूलों में शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति अब बायोमेट्रिक या चेहरे की पहचान प्रणाली के जरिए ली जाएगी. इससे गैर-हाजिरी की समस्या को सुलझाया जाएगा और उपस्थिति में पारदर्शिता बढ़ेगी. समय सीमा का पालन न करने पर वेतन अनुदान...और पढ़ें

शिक्षकों के लिए नया आदेश! अब ऐसे पता चलेगा स्कूल में शिक्षक हैं या नहीं

टीचर के लिए बायोमेट्रिक उपस्थिति

गोंदिया: महाराष्ट्र के राज्य के अनुदान प्राप्त स्कूलों (State aided schools in Maharashtra) में शिक्षकों और छात्रों के लिए शिक्षा विभाग ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. अब, छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों को भी स्कूल आना अनिवार्य होगा. इसका उद्देश्य स्कूल में उपस्थिति के दौरान की जाने वाली गड़बड़ियों को रोकना है.

बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली लागू
बता दें कि राज्य के सभी अनुदान प्राप्त स्कूलों में शिक्षकों, गैर-शिक्षण कर्मचारियों और छात्रों की उपस्थिति को बायोमेट्रिक या चेहरे की पहचान प्रणाली (Facial Recognition System) के माध्यम से रिकॉर्ड करना अनिवार्य कर दिया गया है. शिक्षा विभाग ने इस निर्देश का पालन न करने वाले स्कूलों और शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है.

आंशिक अनुदान प्राप्त स्कूलों के लिए समयसीमा
बता दें कि आंशिक रूप (Partially) से अनुदान प्राप्त स्कूलों को इस शर्त को पूरा करने के लिए एक तय समयसीमा दी गई है. समय सीमा का पालन न करने पर इन स्कूलों के वेतन अनुदान (School Salary Grants) को रोकने का आदेश दिया गया है. सभी स्कूलों को बायोमेट्रिक मशीनें प्रदान की गई हैं और छात्रों की उपस्थिति इन्हीं मशीनों के माध्यम से दर्ज करनी होगी.

शिक्षक और छात्रों की उपस्थिति की निगरानी
अब स्कूलों में शिक्षकों, गैर-शिक्षण कर्मचारियों (Non-teaching staff) और छात्रों की उपस्थिति बायोमेट्रिक प्रणाली (biometric system) से ली जाएगी. इसके साथ ही, प्रतिदिन की उपस्थिति शिक्षा विभाग को भेजना अनिवार्य होगा. केवल अद्यतन उपस्थिति (Updated appearance) प्राप्त होने के बाद ही अनुदान स्वीकृति और वेतन जैसी सुविधाओं पर विचार किया जाएगा.

बायोमेट्रिक मशीन का उपयोग
बता दें कि शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों में बायोमेट्रिक उपस्थिति मशीनें उपलब्ध कराई हैं. शिक्षक और छात्र अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए अपना चेहरा दिखाएंगे. इससे पहले, शिकायतें मिलती थीं कि कई शिक्षक और कर्मचारी स्कूल में न आकर भी उपस्थिति दर्ज करा लेते हैं.

गैर-हाजिरी की समस्या का समाधान
बता दें कि कुछ स्कूलों में छात्रों और शिक्षकों की गैर-हाजिरी की शिकायतें लगातार आती थीं. हालांकि, उपस्थिति रिकॉर्ड को 100 प्रतिशत दिखाया जाता था. इस गड़बड़ी को रोकने के लिए अब बायोमेट्रिक उपस्थिति को अनिवार्य किया गया है.

स्कूलों में उपस्थिति की पारदर्शिता
बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली लागू होने के बाद, जो शिक्षक और कर्मचारी स्कूल से अनुपस्थित रहते हैं, उनके लिए समस्या खड़ी हो सकती है. अब सभी शिक्षकों और कर्मचारियों को पूरे समय स्कूल में रहना होगा.

शिक्षकों के लिए चेतावनी
शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि समयसीमा का पालन न करने वाले स्कूलों को वित्तीय दंड का सामना करना पड़ेगा. इसके तहत स्कूलों का वेतन अनुदान रोक दिया जाएगा.

शिक्षकों और छात्रों की नियमितता सुनिश्चित
इस नए कदम से शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति में सुधार होगा और स्कूलों में अनुशासन और पारदर्शिता को बढ़ावा मिलेगा.

First Published :

January 19, 2025, 12:02 IST

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