China: चीन की एक कंपनी देश के बेरोजगार लोगों के लिए एक खास ऑफर लेकर आई है. इस ऑफर के तहत नौकरी से निकाल दिए जाने वाले लोगों को फेक वर्कस्पेस मिलेगा. इससे उन्हें अपने घर-परिवार में अपनी इस स्थिति को छुपाने में मदद मिलेगी.
China: चीन में बढ़ती बेरोजगारी के बीच वहां की एक कंपनी लोगों के पास एक अनोखा ऑफर लेकर आई है. ऑफर के तहत कंपनी बेरोजगार लोगों को 'प्रिटेंड टू वर्क' यानी काम करने का दिखावा करने की एक स्कीम लाई है. इसके तहत काम न मिलने वाले लोगों को अपने परिवारों और दोस्तों को अपनी इस स्थिति को छुपाने में मदद मिलेगी.
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फेक बॉस बनने का मिलेगा मौका
'साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट' की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस ऑफर के तहत बेरोजगार लोगों को प्रतिदिन सुबह 10-5 बजे तक बैठने के लिए एक ऑफिस स्पेस मिलेगा, जिसमें उन्हें भोजन के साथ ही कंप्यूटर और मोबाइल फोन से लैस फेक वर्कस्टेशन मिलेगा. वहीं इसमें लोगों के लिए बॉस पैकज भी है, जिसमें व्यक्ति लेदर वाली कुर्सी में बैठकर बॉस की तरह फोटो क्लिक करवा सकता है. इन सारी सर्विसेज के लिए व्यक्ति को प्रतिदिन 30 यूआन यानी 290 भारतीय रुपये का भुगतान करना होगा. बता दें कि यह सर्विस चीन के हैबी प्रांत में मिल रही है. चीन में बढ़ रही बेरोजगारी
बता दें कि चीन में बेरोजगारी काफी तेजी से बढ़ रही है. खासतौर पर युवाओं को इसका ज्यादा सामना करना पड़ रहा है. चीन में नवंबर 2024 के मुकाबले दिसंबर 2024 में बेरोजगारी का स्तर 5.1 प्रतिशत तक पहुंच गया था. पिछले 3 महीने में यह अबतक सबसे अधिक रहा है. ऐसे में समाज में खुद की प्रतिष्ठा बचाने के लिए बेरोजगार तरह-तरह के तरीके आजमा रहे हैं. हांगजाउ नाम के एक पूर्व ई-कॉमर्स वर्कर ने बताया कि वह अपने परिवार वालों को चिंता नहीं देना चाहते थे इसलिए वह दिनभर कॉफी शॉप में बैठकर नौकरी की खोज करते थे. ये भी पढ़ें- शपथ के दिन डोनाल्ड ट्रंप के साथ होगा 'मां का आशीर्वाद', इस खास चीज का होगा इस्तेमाल ऑफर को लेकर लोगों की प्रतिक्रिया
कंपनी के इस 'प्रिटेंड टू वर्क' ऑफर को लेकर लोगों की तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि परेशानी से बचने का यह तरीका हेल्दी नहीं है. 'वुहान यूनिवर्सिटी' के प्रोफेसर जांग यूंग ने इसको लेकर कहा कि अचानक नौकरी खोने से अवसाद की स्थिति पैदा होती है. उन्होंने लोगों को इससे बचने के लिए अपने घरवालों से खुलकर बातचीत करने की बात कही. सोशल मीडिया पर कई लोग इसे तनाव से बचने का तरीका बता रहे हैं तो कुछ लोग इस इस ऑफर की आलोचना भी कर रहे हैं. उनका मानना है कि यह तरीका नौकरी खोजने की प्रक्रिया में बाधा डाल सकता है.
'साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट' की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस ऑफर के तहत बेरोजगार लोगों को प्रतिदिन सुबह 10-5 बजे तक बैठने के लिए एक ऑफिस स्पेस मिलेगा, जिसमें उन्हें भोजन के साथ ही कंप्यूटर और मोबाइल फोन से लैस फेक वर्कस्टेशन मिलेगा. वहीं इसमें लोगों के लिए बॉस पैकज भी है, जिसमें व्यक्ति लेदर वाली कुर्सी में बैठकर बॉस की तरह फोटो क्लिक करवा सकता है. इन सारी सर्विसेज के लिए व्यक्ति को प्रतिदिन 30 यूआन यानी 290 भारतीय रुपये का भुगतान करना होगा. बता दें कि यह सर्विस चीन के हैबी प्रांत में मिल रही है. चीन में बढ़ रही बेरोजगारी
बता दें कि चीन में बेरोजगारी काफी तेजी से बढ़ रही है. खासतौर पर युवाओं को इसका ज्यादा सामना करना पड़ रहा है. चीन में नवंबर 2024 के मुकाबले दिसंबर 2024 में बेरोजगारी का स्तर 5.1 प्रतिशत तक पहुंच गया था. पिछले 3 महीने में यह अबतक सबसे अधिक रहा है. ऐसे में समाज में खुद की प्रतिष्ठा बचाने के लिए बेरोजगार तरह-तरह के तरीके आजमा रहे हैं. हांगजाउ नाम के एक पूर्व ई-कॉमर्स वर्कर ने बताया कि वह अपने परिवार वालों को चिंता नहीं देना चाहते थे इसलिए वह दिनभर कॉफी शॉप में बैठकर नौकरी की खोज करते थे. ये भी पढ़ें- शपथ के दिन डोनाल्ड ट्रंप के साथ होगा 'मां का आशीर्वाद', इस खास चीज का होगा इस्तेमाल ऑफर को लेकर लोगों की प्रतिक्रिया
कंपनी के इस 'प्रिटेंड टू वर्क' ऑफर को लेकर लोगों की तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि परेशानी से बचने का यह तरीका हेल्दी नहीं है. 'वुहान यूनिवर्सिटी' के प्रोफेसर जांग यूंग ने इसको लेकर कहा कि अचानक नौकरी खोने से अवसाद की स्थिति पैदा होती है. उन्होंने लोगों को इससे बचने के लिए अपने घरवालों से खुलकर बातचीत करने की बात कही. सोशल मीडिया पर कई लोग इसे तनाव से बचने का तरीका बता रहे हैं तो कुछ लोग इस इस ऑफर की आलोचना भी कर रहे हैं. उनका मानना है कि यह तरीका नौकरी खोजने की प्रक्रिया में बाधा डाल सकता है.