Last Updated:March 03, 2025, 14:44 IST
Indian Economy : शेयर बाजार में आ रही गिरावट को देखकर यह अंदाजा लगाना जल्दबाजी है कि भारतीय अर्थव्यवस्था दबाव में है. इंडियन इकनॉमी की रीढ़ शेयर बाजार में नहीं, बल्कि ग्रामीण भारत में है. हालिया आंकड़े भी इस...और पढ़ें

बाइक की बिक्री ग्रामीण अर्थव्यवस्था में आ रही मजबूती का संकेत देती है.
हाइलाइट्स
ग्रामीण भारत है भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़.ग्रामीण क्षेत्रों में मोटरसाइकिल की बिक्री में उछाल.ग्रामीण अर्थव्यवस्था से विकास दर में सुधार.नई दिल्ली. शेयर बाजार में जारी गिरावट से लाखों निवेशकों को न सिर्फ बड़ा झटका लगा है, बल्कि उन्हें बाजार से डर भी लगने लगा है. पिछले 2 महीने से ही बाजार में लगातार गिरावट का माहौल है. हाल में जारी विकास दर के आंकड़े भी बहुत उत्साहजनक नहीं रहे हैं. इन सभी के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता करने की बात नहीं है, क्योंकि इसकी रीढ़ शेयर बाजार नहीं, बल्कि ग्रामीण भारत है और हालिया आंकड़े बताते हैं कि देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूती से आगे बढ़ रही है.
यह बात तो सभी को पता है कि देश के करीब 60 फीसदी उपभोक्ता ग्रामीण भारत में बसते हैं. जाहिर है इन उपभोक्ताओं की खपत बढ़ेगी तो अर्थव्यवस्था को निश्चित रूप से मजबूती मिलेगी. यह मजबूती सीधे कंपनियों के कारोबार और मुनाफे पर असर डालेगी जो आखिरकार शेयर बाजार में उनके प्रदर्शन को भी निर्धारित करेगा. इस तरह, देखा जाए तो ग्रामीण अर्थव्यवस्था पूरी इंडियन इकनॉमी को ग्रोथ देने का काम करती है.
क्या कहते हैं आंकड़े
ऑटो कंपनियों ने हाल में ग्रामीण क्षेत्र में वाहनों की बिक्री के आंकड़े जारी किए हैं. शादियों का सीजन होने और ग्रामीण क्षेत्र में कमाई बढ़ने की वजह से मोटरसाइकिल की बिक्री में जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है. फरवरी में टीवीएस कंपनी के बाइक की बिक्री 10 फीसदी बढ़कर 3,57,810 पहुंच गई है, जो घरेलू बाजार में 3 फीसदी का उछाल दिखा रहा है. बजाज ऑटो की बाइक की सेल्स में गिरावट दिख रही है. हीरो मोटोकॉर्प की बाइक बिक्री भी 17 फीसदी गिरकर 3.88 लाख रही, लेकिन कुल मिलाकर देखा जाए तो बाइक की बिक्री में बड़ा उछाल आया है.
चालू वित्तवर्ष में दिखा बड़ा उछाल
हीरो ने चालू वित्तवर्ष में बिक्री में बड़ा उछाल दर्ज किया है, जो 4 फीसदी से ज्यादा बढ़कर
53,49,583 रहा है. बुलेट की बिक्री भी फरवरी, 2025 में 19 फीसदी से ज्यादा उछाल के साथ 90,670 रही है. इसमें से घरेलू बाजार में ही 80,799 यूनिट बेच डाली है. होंडा ने 2024 में 1.90 करोड़ से ज्यादा बाइक बेची है. इसमें से बड़ी संख्या में घरेलू बाजार में ही बाइक की बिक्री की गई है.
ग्रामीण क्षेत्र से मिलेगी मजबूती
भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में मजबूती आने से तीसरी तिमाही में विकास दर में भी सुधार आया है. खरीफ की फसल अच्छी होने और ग्रामीण भारत में लोगों की आमदनी बढ़ने से डिमांड भी बढ़ रही है. अनुमान है कि एग्रीकल्चर ग्रोथ इस तीसरी तिमाही में 4.5 फीसदी रही, जो पिछले वित्तवर्ष की तीसरी तिमाही में 0.4 फीसदी ही रहा था. यही कारण है कि इस बार मोटरसाइकिल और स्कूटर की बिक्री ग्रामीण क्षेत्र में तेजी से बढ़ी है. अनुमान है कि आगे भी ग्रामीण क्षेत्र की डिमांड और बढ़ेगी, जिसका सीधा फायदा रूरल इकनॉमी को मिलेगा और आखिर में देश की कुल विकास दर भी बढ़ेगी.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
March 03, 2025, 14:44 IST