Last Updated:April 15, 2025, 08:37 IST
Srinagar Katra Vande Bharat- कटड़ा से श्रीनगर के बीच ट्रेन इसी सप्ताह चलने वाली है. इनमें से एक टनल ऐसी है, जिसकी खुदाई के दौरान बार बार पानी का सैलाब आ रहा था. इसे बंद करने में एक-दो साल नहीं पूरे छह साल लग ग...और पढ़ें

इसी सप्ताह दौड़ेगी इस नई रेल लाइन में ट्रेन.
हाइलाइट्स
119 किमी. लंबी टनल है इस रूट मेंटनल में प्रति सेकेंड 2000 लीटर आ रहा था पानी2012 में शुरू हो पाया कामनई दिल्ली. भारतीय रेलवे इस सप्ताह ट्रेन से श्रीनगर जाने का सपना पूरा करने जा रहा है. श्रीनगर से माता वैष्णो देवी कटड़ा के बीच वंदेभारत एक्सप्रेस चलने जा रही है. इस पूरे रास्ते में करीब 119 किमी. का सफर टनल से होगा. इनमें से एक टनल ऐसी है, जिसकी खुदाई के दौरान बार बार पानी का सैलाब आ रहा था. आपको यह सुनकर और अचंभा होगा कि इस पानी को बंद करने में एक-दो साल नहीं पूरे छह साल लग गए थे. आइए जानते हैं ये सुरंग कौन सी है?
उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक का कुल सफर 272 किमी. है. इस सफर में 36 प्रमुख टनल पड़ती हैं. इनमें से हर टनल की कोई न कोई अनूठी बात है. कोई सबसे लंबी तो चौड़ी. सफर के दौरान आप करीब आधा सफर टनल के अंदर करेंगे.
ये है सैलाब वाली टनल
ऐसी ही एक टनल टी-25 है, जिसकी खुदाई के दौरान प्रति सेकेंड 2000 लीटर तक पानी आ रहा था. 2006 में इसकी खुदाई शुरू की गयी, इस दौरान भूमिगत जलधारा मिली. इसे बंद करना भारतीय रेलवे के इंजीनियरों के लिए बड़ी चुनौतीपूर्ण रहा. यही वजह है कि इसको बंद करने में छह साल लगे, यानी 2012 में पानी आना बंद हुआ, इसके बाद काम शुरू हुआ. इस टनल की लंबाई 3 किमी. है, जो झज्जर नदी पर बने ब्रिज 186 से जुड़ती है.
इस टनल में कीचड़ की समस्या थी
वहीं एक और टनल टी 1 है. इसका निर्माण भी कम चैलेंजिंग नहीं था. टनल में मेन बाउंड्री थ्रस्ट क्षेत्र के कारण यहां कीचड़ और पानी की समस्या बार बार आ रही थी. ‘आई-सिस्टम टनलिंग’ की मदद से इसे सफलतापूर्वक पार किया गया. इसके निर्माण में गहरे ड्रेनेज पाइप, छतरीनुमा पाइप रूफिंग और केमिकल ग्राउटिंग जैसी तकनीकों का उपयोग किया गया. इसकी लंबाई 3 किमी. से अधिक है.
Location :
Jammu and Kashmir
First Published :
April 15, 2025, 08:37 IST