Last Updated:May 03, 2025, 11:32 IST
Heral case: नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं. दिल्ली के स्थानीय कोर्ट ने सभी आरोपियों को 8 मई को होने वाली सुनवाई के दौरान उपस्थित होने का निर्देश जारी ...और पढ़ें

सोनिया-राहुल गांधी संग नेशनल हेराल्ड केस में आरोपी सुनील भंडारी कौन हैं.
हाइलाइट्स
सोनिया, राहुल समेत सभी आरोपियों को 8 मई को कोर्ट में पेश होना है.सुनील भंडारी डोटेक्स मर्चेंडाइज प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े हैं.भंडारी पर नेशनल हेराल्ड केस में पैसों के हेरफेर का आरोप है.Heral case: नेशनल हेराल्ड केस में राहुल गांधी और सोनिया गांधी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. इस मामले में शुक्रवार को सुनवाई करते हुए दिल्ली के एक स्थानीय अदालत ने अगली सुनवाई की तारीख दी है. इस सुनवाई में राहुल गांधी और सोनिया गांधी समेत सभी सातों आरोपियों को पेश होने का आदेश दिया है. दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में 8 मई को सुनवाई होने वाली है.
कोर्ट ने राहुल गांधी, सोनिया गांधी के साथ-साथ जिन अन्य आरोपियों को नोटिस जारी किया है, उनके नाम प्रमुख तौर पर इस प्रकार से है-
सोनिया गांधी राहुल गांधी सुमन दुबे सैम पित्रोदा मेसर्स यंग इंडियन कंपनी Ms Dotex merchandise Private limited सुनील भंडारीइस केस के आरोपियों की लिस्ट में एक नाम का जिक्र कोर्ट ने किया है. मगर, नेशनल हेराल्ड केस में अन्य आरोपियों की तरह मीडिया में इनकी काफी कम ही चर्चा होती है. अगर आप गूगल भी करने जाएं तो सार्वजनिक रूप से इनकी बहुत ही कम जानकारी मिलती है. चलिए इनके बारे में जानते हैं और इनका नेशनल हेराल्ड केस में लिंक को जानते हैं.
Herald Case: सुनील भंडारी कौन हैं और उनका रोल है?
सुनील भंडारी नेशनल हेराल्ड केस में एक आरोपी हैं. उनका नाम ईडी की चार्जशीट में शामिल है. वह कोलकाता के एक प्रवाइवेट कंपनी डोटेक्स मर्चेंडाइज प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े हैं. ईडी ने अप्रैल 2025 में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में दायर अपनी चार्जशीट में सुनील भंडारी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सैम पित्रोदा, सुमन दुबे, यंग इंडिया और डोटेक्स मर्चेंडाइज को आरोपी बनाया है.
सुनील भंडारी की भूमिका
सुनील भंडारी डोटेक्स मर्चेंडाइज के एक अधिकारी हैं. ईडी का आरोप है कि इस कंपनी ने नेशनल हेराल्ड मामले में पैसों के हेरफेर में भूमिका निभाई थी. जांच में दावा किया गया कि एजेएल-यंग इंडिया नेटवर्क के जरिए 18 करोड़ रुपये की अवैध फंडिंग, 38 करोड़ रुपये की अग्रिम किराए की राशि और 29 करोड़ रुपये के विज्ञापनों से ब्लैक मनी जमा किया गया था. सुनील भंडारी का नाम इस फाइनेंसियल लेनदेन से जोड़ा गया है. हालांकि, उनकी सटीक भूमिका अभी जांच के दायरे में है.
सुनील भंडारी का बैकग्राउंड
सुनील भंडारी के निजी जीवन या पेशेवर लाइफ की जानकारी सार्वजनिक नहीं है. बस इतनी जानकारी है कि वह डोटेक्स मर्चेंडाइज के एक अधिकारी हैं. इस मामले में एक छोटी लेकिन अहम कड़ी मानी जा रही है. उनकी भूमिका को लेकर जांच जारी है, और कोर्ट में अगली सुनवाई से और तथ्य सामने आ सकते हैं.
क्या है नेशनल हेराल्ड केस?
नेशनल हेराल्ड केस की शुरुआत 2012 में हुई, जब बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सोनिया और राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि उन्होंने यंग इंडिया लिमिटेड के जरिए एजेएल की 2000 करोड़ रुपये की संपत्तियों को गलत तरीके से हासिल किया. स्वामी का दावा था कि यह सब हेराल्ड हाउस और अन्य संपत्तियों पर कब्जा करने के लिए किया गया। ईडी ने 2021 में इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की और अप्रैल 2025 में चार्जशीट दायर की.
Location :
New Delhi,Delhi