स्टेट गेम्स स्पेशल एथलेटिक्स 2025, जयपुर मिलिट्री स्टेशन बना उम्मीदों का मैदान

19 minutes ago

जयपुर: जयपुर मिलिट्री स्टेशन में स्पेशल एथलीट्स के लिए आयोजित स्टेट गेम्स एथलेटिक्स 2025 सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ. यह आयोजन राजस्थान में समावेशी खेल संस्कृति को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण और परिवर्तनकारी पहल साबित हुआ. सप्त शक्ति आर्मी वुमन वेलफेयर एसोसिएशन (AWWA) और स्पेशल ओलंपिक्स भारत–राजस्थान चैप्टर द्वारा पहली बार हुआ यह ऐतिहासिक सहयोग, गरिमा, संवेदना और समान अवसरों पर आधारित समाज निर्माण की साझा दृष्टि को प्रदर्शित करता है.

कार्यक्रम का उद्घाटन राजस्थान की उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी द्वारा किया गया. इस अवसर पर डॉ. (श्रीमती) मल्लिका नड्डा; अध्यक्षा; स्पेशल ओलंपिक्स भारत, लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह; आर्मी कमांडर; सप्त शक्ति कमांड, श्रीमती बरिंदर जीत कौर; रीजनल प्रेसिडेंट; सप्त शक्ति आवा तथा श्रीमती विनिता आहूजा; अध्यक्षा; स्पेशल ओलंपिक्स भारत–राजस्थान चैप्टर उपस्थित रहीं.

Source: Ministry of Defence

उद्घाटन समारोह की शोभा 20 जिलों से आए विशेष एथलीटों द्वारा प्रस्तुत प्रभावशाली मार्च-पास्ट ने बढ़ाई जिसमें NCC कैडेट्स की तालबद्ध ड्रम बीट्स ने परेड ग्राउंड में उत्साह और ऊर्जा का संचार किया. आर्मी पब्लिक स्कूल, जयपुर के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत पारंपरिक राजस्थानी नृत्य ने राज्य की सांस्कृतिक समृद्धि और रंगों की जीवंतता को आकर्षक रूप से उजागर किया.

राज्य के विभिन्न जिलों से आए 247 विशेष रूप से सक्षम एथलीटों ने सात ट्रैक एवं फील्ड इवेंट्स में शानदार प्रदर्शन किया. इन प्रतियोगिताओं ने प्रतिभागियों को अपनी शारीरिक क्षमता, आत्मविश्वास और अनुशासन प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान किया. भारतीय सेना ने बाहरी जिलों से आए प्रतिभागियों के लिए व्यापक प्रशासनिक और लॉजिस्टिक सहयोग सुनिश्चित किया.

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कार्यक्रम की विशेष आकर्षणों में मिलिट्री हॉस्पिटल, जयपुर के विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा आयोजित व्यापक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य जांच शिविर शामिल रहा. इसी दौरान उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने “चिल्ड्रेन विद स्पेशल नीड्स” के अभिभावकों हेतु तैयार की गई एक विशेष संसाधन पुस्तिका का विमोचन भी किया डॉ. (श्रीमती) मल्लिका नड्डा ने भारतीय सेना के सहयोग की सराहना करते हुए बताया कि विशेष रूप से सक्षम बच्चों ने राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, विशेषकर हाल ही में आयोजित वर्ल्ड समर गेम्स, बर्लिन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए 200 से अधिक पदक जीते हैं. उन्होंने भारत सरकार एवं खेल मंत्रालय द्वारा इन बच्चों के लिए प्रदत्त प्रोत्साहन, रोजगार अवसरों और पेंशन योजनाओं का भी उल्लेख किया, जो उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है.

माननीया उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी जी ने युवा एथलीटों के साहस और उत्साह की प्रशंसा की तथा सप्त शक्ति AWWA और स्पेशल ओलंपिक्स भारत के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह मंच न केवल विशेष एथलीटों को प्रोत्साहन देता है, बल्कि समाज में जागरूकता बढ़ाकर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाता है.

लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह, आर्मी कमांडर, सप्त शक्ति कमांड ने अपने सम्बोधन में कहा कि भारतीय सेना लंबे समय से राष्ट्रीय समावेशन को बढ़ावा देने वाली पहलों का नेतृत्व करती रही है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ये बच्चे दुनिया को हम सब से अलग दृष्टिकोण से देखते हैं. हमें भी आवश्यक है कि हम उन्हें उन्ही की दृष्टि से समझने की कोशिश करें, ताकि हम उनकी क्षमताओं को पहचानकर उन्हें निखारने में सहायता कर सकें.

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उन्होंने सप्त शक्ति कमांड के अंतर्गत संचालित Asha Schools, Early Intervention Centres, Asha Kiran, Asha Milap, स्क्रीनिंग कैंप तथा रोजगार सहायता जैसी पहलों का उल्लेख किया, जो इन बच्चों के समग्र विकास और समावेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं. यह चैंपियनशिप उत्साह और नई ऊर्जा के साथ सम्पन्न हुई.

राजस्थान से चयनित एथलीटों की टीम अब दिल्ली में आयोजित होने वाले नेशनल स्पेशल ओलंपिक्स भारत गेम्स में भाग लेगी, जिसके लिए विशेष प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाएगा. सप्त शक्ति AWWA, भारतीय सेना और स्पेशल ओलंपिक्स भारत के संयुक्त प्रयासों ने यह सुदृढ़ किया है कि उचित समर्थन, प्रेरणा और अवसर के साथ प्रत्येक बच्चा उत्कृष्टता प्राप्त कर सकता है और समाज को प्रेरित कर सकता है. भारतीय सेना एक प्रगतिशील, सशक्त और समावेशी समाज के निर्माण के अपने संकल्प पर दृढ़ बनी हुई है तथा भविष्य में भी ऐसी सार्थक पहलों को निरंतर आगे बढ़ाती रहेगी.

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