Ceasefire in Gaza: गाजा में इजरायल और हमास के बीच बहुप्रतीक्षित सीजफायर समझौता लागू होने के बाद, भारत में इजरायल के राजदूत रियुवेन अजार ने रविवार को अपने देश के आत्मरक्षा के "अधिकार" का ‘समर्थन’ करने के लिए भारत को धन्यवाद दिया. दोनों पक्षों के बीच युद्ध विराम समझौता 15 महीने के संघर्ष के बाद हुआ है.
सात अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर हमास के हमले के बाद इस युद्ध की शुरुआत हुई थी. इस समझौते से गाजा में जारी युद्ध को रोकने और हमास द्वारा बंधक बनाए गए इजरायली बंधकों की रिहाई में मदद मिली है. इस बीच तय समझौते के मुताबिक हमास ने तीन बंधकों को रविवार को छोड़ भी दिया है. तीनों बंधकों को रेडक्रॉस की टीम ने आईडीएफ को सुपुर्द कर दिया है.
इजरायल ने भारत का शुक्रिया अदा किया है. इजरायल दूतावास द्वारा जारी एक वीडियो में अजार ने कहा, "मैं आत्मरक्षा के हमारे अधिकार का समर्थन करने के लिए भारत सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूं और हम खास तौर से भारतीय लोगों के जबरदस्त समर्थन की सराहना करते हैं."
"Would like to thank Indian govt to our right to self defence, & overwhelming support of Indian people", Reuven Azar, @ReuvenAzar Israel Ambassador to India @IsraelinIndia on Israel -Hamas Ceasefire in Gaza pic.twitter.com/CGO7lNcqRR
— Sidhant Sibal (@sidhant) January 19, 2025
भारत ने लगातार सीजफायर का किया था आह्वान
इजराइल ने 7 अक्टूबर, 2023 को हमास द्वारा इजरायल के शहरों पर किए गए हमले के जवाब में गाजा में बड़े पैमाने पर सैन्य हमला किया था. हमास द्वारा किए गए हमले की कड़ी निंदा करते हुए भारत ने लगातार सीजफायर और फलस्तीन मुद्दे के द्वि-राष्ट्र समाधान की दिशा में प्रत्यक्ष शांति वार्ता के लिए माहौल बनाने का आह्वान किया है.
इजरायली राजदूत ने क्या कहा?
इजरायल के राजदूत ने कहा, "इजराइल ने जिस सीजफायर पर हस्ताक्षर किए हैं, वह क्रमिक समझौते का पहला फेज है, जिसमें हमारे बंधकों को वापस लाने में मदद मिलेगी और यह भी सुनिश्चित किया जा सकेगा कि हमास कभी भी इजरायल के लोगों का नरसंहार नहीं कर पाएगा जैसा कि उसने सात अक्टूबर (2023) को किया था."
अजार ने ईरान पर साधा निशाना
उन्होंने कहा कि अगर हमास को "तुरंत हथियारों से लैस होने और पुनः संगठित" होने की अनुमति दी गई तो शांति स्थापित नहीं हो सकेगी. अजार ने ईरान पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि ईरानी शासन "अभी भी हमारे क्षेत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा बना हुआ है." भारत ने बुधवार को गाजा सीजफायर समझौते का स्वागत किया था.
विदेश मंत्रालय ने कहा, "हम बंधकों की रिहाई और गाजा में युद्ध विराम के लिए समझौते की घोषणा का स्वागत करते हैं." विदेश मंत्रालय ने कहा, ठहमें उम्मीद है कि इससे गाजा के लोगों को मानवीय सहायता की सुरक्षित और निरंतर आपूर्ति हो सकेगी."