Gaza Ceasefire: इजरायल और हमास के बीच पिछले 2 वर्षों से चली आ रही जंग अब खत्म हो चुकी है. धीरे-धीरे स्थिति सुधर रही है और हमले बंद हो चुके हैं. साथ ही लोग भी अपने-अपने घरों की तलाश में निकल चुके हैं. हालांकि जब समझौते पर औपचारिक रूप से हस्ताक्षर हो रहे थे तो उस वक्त भी लोग मर रहे थे. अब आप सोच रहे हैं कि क्या इजरायल ऐसा कर रहा था, इसका जवाब है नहीं. क्योंकि इस बार गाजा में एक अंदरूनी लड़ाई, जिसमें 27 लोगों की जान चली गई.
दरअसल यह लड़ाई हमास और गाजा के अंदर ही रहने वाले एक कबीले के बीच में हुई है. इस कबीले का नाम है 'डोगमुश'. हमास का दावा है कि उसकी टीम ने शहर में इस ग्रुप को घेरने और उनके सदस्यों को गिरफ्तार करने की कोशिश की, लेकिन इस प्रयास में हामास की सुरक्षा बल के आठ जवान मारे गए. इसके अलावा बीबीसी उर्दू ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि डोगमश कबीले के भी 19 लोगों की मौत हुई है.
क्यों हुई दोनों ग्रुपों में लड़ाई?
रिपोर्ट में दावा है कि दुगमुश के लोगों ने उसके दो सदस्यों को मार डाला था और पांच अन्य को जख्मी कर दिया था. जिसकी वजह से उन्होंने एक ऑपरेशन चलाया और एक रिहायशी इलाके में धावा बोल दिया. जहां दुगमुश के बंदूकधारी लड़ाके पहले से ही छिपे हुए थे. इसके बाद दोनों तरफ गोली बारी हुई और नतीजे में 7 लोगों की मौत हो गई. हालांकि दुगमुश का दावा है कि हमास ने उन्हें एक इमारते से खदेड़ने की कोशिश जिसका इस्तेमाल पहले अस्पताल के तौर पर किा जाता था, ताकि वो इसे नया अड्डा बना सके.
पहले भी भिड़ चुके हैं हमास-डोगमुश
यह पहली बार नहीं जब हमास-डोगमश आमने सामने हुए हों. इससे पहले भी कई बार इनके बीच हमले हो चुके हैं. डोगमश का गाजा में हमास सरकार के साथ अतीत में कई बार टकराव हो चुका है, खासकर नियंत्रण और प्रभाव के मुद्दों पर. दूसरी तरफ हमास इस समूह का संबंध इजरायल से होने का दावा करता है.
डोगमश कौन हैं?
कहा जाता है कि डोगमश कबीला गाजा शहर में एक प्रभावशाली और सशस्त्र जनजाति है, जो अपनी स्वायत्तता और ताकत के लिए जानी जाती है. इस जनजाति के कुछ सदस्य हमास और अल-कायदा से जुड़े संगठनों समेत अलग-अलग सशस्त्र समूहों से जुड़े रहे हैं.