हमास ने ठुकराया इजरायल का ऑफर, तो पीएम नेतन्याहू ने खाई ये कसम, कहा-'हम देखते ...'

1 day ago

Israel Hamas War: इजरायल ने गाजा पर दो महीने के युद्धविराम के बाद फिर से बमबारी शुरू कर दी है. आइडीएफ के ताजा हमले में सैकड़ों फिलिस्तीनी मारे गए हैं. इस बीच, इजरायल ने हमास पर दबाव बढाने का संकल्प लिया है. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए बातचीत जारी करने और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 'स्वैच्छिक प्रवास' योजना को लागू करने के लिए काम करने का संकल्प लिया. उन्होंने कहा कि कैबिनेट ने हमास पर दबाव बढ़ाने पर सहमति जताई है, जिसने कहा है कि वह मध्यस्थों मिस्र और कतर के सीजफायर प्रस्ताव पर सहमत हो गया है.

वहीं, नेतन्याहू ने इस बात को खारिज कर दिया कि इजरायल ने सैनिकों को वापस उस क्षेत्र में भेजा है. हालांकि उन्होंने कहा कि 'हम यह बातचीत गोलीबारी के बीच कर रहे हैं और इसलिए यह प्रभावी भी है.' रविवार को जारी एक वीडियो बयान में उन्होंने कहा, 'हम देखते हैं कि अचानक दरारें आ गयी हैं.'

वहीं, इससे पहले शनिवार को हमास ने कहा कि वह एक प्रस्ताव पर सहमत हो गया है, जिसके बारे में सुरक्षा सूत्रों ने बताया है. इस प्रस्ताव में प्रत्येक सप्ताह पांच इजरायली बंधकों की रिहाई शामिल है. हालांकि, हमास ने इजरायल की हथियार डालने के प्रस्ताव का ठुकरा दिया है. 

ईद की छुट्टी के दिन 20 की मौत
रविवार को ईद-उल-फ़ितर की छुट्टी के पहले दिन गाजा में हेल्थ अफसरों ने बताया कि इज़रायली हमलों में कई बच्चों समेत कम से कम 20 लोग मारे गए हैं. उन्होंने बताया कि दक्षिणी शहर खान यूनिस में एक ही तंबू में नौ लोग मारे गए.

इजरायल ने गाजा में हमले किए तेज
सीजफायर के बावजूद इजरायल ने 18 मार्च से गाजा पर हमले तेज कर दिए हैं. ताजा हमले में अब तक सैकड़ों फिलिस्तीनी मारे गए हैं और हजारों लोगों को उत्तरी गाजा के उन क्षेत्रों को छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है, जहां वे जनवरी में युद्ध विराम समझौते के बाद लौट आए थे.

इजरायल की मांग
नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल हमास से हथियार डालने की मांग कर रहा है और कहा कि उसके नेताओं को गाजा छोड़ने की इजाजत दी जाएगी. हालांकि, उन्होंने इस बारे में कोई विवरण नहीं दिया कि इजरायली सेना कब तक इस क्षेत्र में रहेगी, लेकिन उन्होंने दोहराया कि हमास की सैन्य और सरकारी क्षमताओं को कुचल दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, 'हम गाजा पट्टी में सामान्य सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे और ट्रंप योजना, स्वैच्छिक प्रवास योजना के कार्यान्वयन को सक्षम करेंगे.' यही योजना है, हम इसे छिपाते नहीं हैं, हम किसी भी समय इस पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं.'

अमेरिका का क्या है प्रस्ताव?
दरअसल, ट्रंप ने मूल रूप से गाजा की पूरी 2.3 मिलियन आबादी को मिस्र और जॉर्डन समेत देशों में स्थानांतरित करने और गाजा पट्टी को अमेरिकी स्वामित्व वाले रिसॉर्ट के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव रखा था. हालांकि, कोई भी देश आबादी को अपने यहां लेने के लिए सहमत नहीं हुआ है. वहीं,  इज़रायल का कहना है कि फ़िलिस्तीनियों का कोई भी प्रस्थान स्वैच्छिक होगा.

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