Last Updated:June 07, 2025, 07:19 IST
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की फर्जी वेबसाइट से 77 छात्रों से ₹22,000 की ठगी के मामले में साइबर पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. फर्जी साइट को बंद कर दिया गया है.

डीसीपी सृष्टि गुप्ता ने बताया कि फर्जी वेबसाइट के माध्यम से करीब 77 छात्रों से लगभग ₹22,000 की ठगी की गई थी.
हाइलाइट्स
हरियाणा में फर्जी वेबसाइट से 77 छात्रों से ₹22,000 की ठगी.साइबर पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया.फर्जी वेबसाइट को बंद कर दिया गया है.पंचकूला. हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) की सीईटी से जुड़ी एक फर्जी वेबसाइट के मामले में डीसीपी पंचकूला सृष्टि गुप्ता ने सेक्टर-1 में प्रेस वार्ता कर जानकारी दी कि इस मामले में साइबर पुलिस ने पाँच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.डीसीपी सृष्टि गुप्ता ने बताया कि फर्जी वेबसाइट के माध्यम से करीब 77 छात्रों से लगभग ₹22,000 की ठगी की गई थी. उन्होंने स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर चल रही ₹14 लाख की ठगी की खबरें भ्रामक हैं.
हिरासत में लिए गए पाँच आरोपियों में से तीन गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) से, एक फतेहाबाद और एक कुरुक्षेत्र (हरियाणा) से हैं. इन सभी से पूछताछ जारी है. पुलिस के अनुसार, आरोपियों में एक महिला भी शामिल है.
जैसे ही इस फर्जी साइट की जानकारी हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग को मिली, आयोग की बैकएंड टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए साइट को बंद कर दिया. प्राथमिक जांच में सामने आया है कि जिन खातों में ₹22,000 जमा करवाए गए थे, उन्हें भी सील कर दिया गया है. हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के सदस्य भूपेंद्र सिंह ने बताया कि आयोग की एक विशेष टीम ऐसी फर्जी वेबसाइट्स पर लगातार नजर रखती है और जैसे ही इस साइट की जानकारी मिली, तुरंत उसे बंद करवाया गया.
डीसीपी सृष्टि गुप्ता ने कहा कि आरोपियों से लगातार पूछताछ की जा रही है. साइबर थाना पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है. जैसे ही पूछताछ में ठोस जानकारी सामने आएगी, उसी आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस ने बताया कि आयोग की शिकायत पर साइबर थाना में मामला दर्ज किया गया था. इसके बाद फर्जी वेबसाइट को ब्लॉक कर दिया गया ताकि और छात्र इसके शिकार न हों. पुलिस टीमों ने अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर पाँच लोगों को हिरासत में लिया.यह भी जानकारी मिली है कि ठगी का पूरा खेल QR कोड के माध्यम से किया जा रहा था. मामले में आगे और खुलासे होने की संभावना है. गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने बताया कि इस धोखाधड़ी (स्कैम) के मास्टरमाइंड, जिसने फर्जी पोर्टल बनाया और उसे संचालित किया, को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है.
कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया है
इस मामले में कुल छह आरोपी अभी पुलिस की हिरासत में हैं, जिनमें गोरखपुर से 4, कुरुक्षेत्र से 1 और फतेहाबाद से 1 संदिग्ध शामिल है. डॉ. सुमिता मिश्रा ने बताया कि गिरोह ने एक फर्जी वेबसाइट https://onetimeregn.examinationservices.in बनाई थी.
इसे सीईटी 2025 पंजीकरण के लिए एचएसएससी के आधिकारिक पोर्टल (https://onetimeregn.haryana.gov.in) की नकल करने के लिए डिज़ाइन किया गया था और पंजीकरण शुल्क के नाम पर क्यूआर कोड के माध्यम से बेखबर उम्मीदवारों से पैसे वसूले जा रहे थे. फर्जी वेबसाइट को तुरंत गूगल से हटा दिया गया और क्यूआर कोड को भी निष्क्रिय कर दिया गया.
13 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesar and Amar Ujala . Currently, handling Haryana and Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from ...और पढ़ें
13 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesar and Amar Ujala . Currently, handling Haryana and Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from ...
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