जहरीली शराब पीने से 13 की मौत, 21 लोगों ने खो दी आंखों की रोशनी, जानें पूरा मामला

2 days ago

Kuwait News: कुवैत से एक चौंकाने वाली और दर्दनाक खबर सामने आई है. यहां जहरीली शराब पीने से 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 21 लोगों की आंखों की रोशनी हमेशा के लिए चली गई. मरने वालों और पीड़ितों में भारतीय नागरिक भी शामिल हैं. यह हादसा तब हुआ जब कई प्रवासी मजदूरों ने अवैध तरीके से बनी शराब का सेवन किया, जिसमें घातक मिथेनॉल मिला हुआ था.

मौत और अंधेपन का कहर

कुवैत के स्वास्थ्य मंत्रालय के रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार से अब तक 63 लोग जहरीली शराब पीने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए हैं. इनमें से 51 मरीजों को तत्काल किडनी डायलिसिस की जरूरत पड़ी, जबकि 31 मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया है. 13 लोगों की मौत हो चुकी है और 21 लोग पूरी तरह से या आंशिक रूप से अपनी आंखों की रोशनी खो चुके हैं. अधिकारियों का कहना है कि जहरीली शराब में मौजूद मिथेनॉल ने पीड़ितों के अंगों को बुरी तरह नुकसान पहुंचाया है.

भारतीय दूतावास की पुष्टि

कुवैत में भारतीय दूतावास ने 13 अगस्त को पुष्टि की कि करीब 40 भारतीय नागरिक इस जहरीली शराबकांड के बाद विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं. दूतावास के मुताबिक, “कुछ की मौत हो गई है, कुछ की हालत गंभीर है और बाकी लोग की इलाज चल रहा है.” दूतावास ने स्थानीय अधिकारियों से विस्तृत जानकारी मांगी है और पीड़ितों के परिवारों से संपर्क में है. हालांकि, कुवैत सरकार ने अभी तक आधिकारिक तौर पर पीड़ितों की राष्ट्रीयता नहीं बताई है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि मृतकों में कुछ मलयाली और तमिल मूल के लोग भी हो सकते हैं. नेपाल और अन्य एशियाई देशों के लोग भी इस हादसे का शिकार हुए हैं.

अवैध शराब पर सख्त कानून

कुवैत में 1964 से शराब आयात पर प्रतिबंध है और 1980 के दशक में इसके सेवन को भी अपराध घोषित कर दिया गया. इसके बावजूद अवैध शराब का काला कारोबार गुप्त ठिकानों पर चलता रहता है, जहां किसी तरह का सुरक्षा मानक नहीं अपनाया जाता. इसी वजह से अक्सर शराब में मिथेनॉल जैसी जहरीली मिलावट हो जाती है जो पीने वालों के लिए जानलेवा साबित होती है. कुवैत में बड़ी संख्या में भारतीय, नेपाली, बांग्लादेशी और श्रीलंकाई प्रवासी मजदूर काम करते हैं, खासकर निर्माण, घरेलू सेवाओं और रिटेल सेक्टर में. इन्हीं में से कई इस हादसे का शिकार हुए हैं.

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