Last Updated:March 08, 2025, 14:26 IST
Synthetic Paneer Black Market: पुणे में पुलिस और एफडीए ने मिलकर सिंथेटिक पनीर बनाने वाले गैंग का भंडाफोड़ किया, 1,400 किलोग्राम मिलावटी पनीर जब्त किया. आरोपी सोपान साल्वे पर मामला दर्ज.

सिंथएटिक पनीर बनाने वाले गैंग का भंडाफोड़.
Synthetic Paneer Black Market: अगर पनीर खाते तो सावधान हो जाएं. बाजार में सिंथेटिक पनीर का काला मार्केट चल रहा है. बाजार में ऐसे गैंग सक्रिय हो गए हैं जो ताजा पनीर के नाम पर आपको जहर खाने पर मजबूर कर रहे हैं. सस्ते दाम पर मिलने की वजह से लोग इसकी ओर आकर्षित होते हैं, जिनसे इनका बाजार काफी धड़ल्ले से फल-फूल रहा है. अभी हाल में पुणे में एक ऐसे ही गैंग का भंडा फोड़ हुआ है.
पुणे शहर पुलिस की अपराध शाखा इकाई 6 ने खाद्य एवं औषधि विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर मंजरी खुर्द में एक अवैध पनीर निर्माण इकाई पर छापा मारा और 11,56,690 रुपये मूल्य का 1,400 किलोग्राम मिलावटी पनीर जब्त किया. पुलिस अमलदार सचिन पवार और रमेश मेमाने को शुक्रवार को सूचना मिली कि माणिक नगर में बड़े पैमाने पर घटिया डेयरी उत्पादों का उत्पादन और वितरण किया जा रहा है.
पुलिस इंस्पेक्टर वाहिद पठान और अन्य अधिकारियों द्वारा छापेमारी की गई. छापेमारी के दौरान अधिकारियों को पनीर बनाने में हानिकारक रसायनों और सिंथेटिक सामग्री के इस्तेमाल के साथ अस्वास्थ्यकर उत्पादन की स्थिति का पता चला. जब्त किया गया मिलावटी पनीर स्थानीय बाजारों में सप्लाई किया जाना था, जिससे खाने वालों के स्वास्थ्य को गंभीर खतरा हो सकता है.
पुलिस ने 1,400 किलोग्राम पनीर, 400 किलोग्राम जीएमएस पाउडर, 1800 किलोग्राम एसएमपी पाउडर, 718 लीटर पाम ऑयल समेत कुल 11,56,690 रुपये मूल्य के उत्पाद जब्त किए. पुलिस ने वाघोली के दुबेनगर निवासी सोपान चबुराव साल्वे (45) के खिलाफ मामला दर्ज किया है. पठान ने कहा, “पहले आरोपी पर इसी तरह की अवैध मिलावटी पनीर फैक्ट्री चलाने का मामला दर्ज किया गया था. वह FDA द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन नहीं कर रहा था.”
यह अभियान वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मार्गदर्शन में चलाया गया, जिसमें अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) शैलेश बलकावड़े, पुलिस उपायुक्त (अपराध) निखिल पिंगले और सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध 2) राजेंद्र मुलिक शामिल थे. टीम में क्राइम ब्रांच यूनिट 6 के अधिकारी शामिल थे, जिनमें सहायक पुलिस निरीक्षक मदन कांबले, उपनिरीक्षक रामकृष्ण दलवी और कांस्टेबल रमेश मेमाने, नितिन मुंधे, कनिफनाथ करखेले, सचिन पवार के साथ गणेश डोंगरे, बालासाहेब तनपुरे और सुहास तांबे भी शामिल थे.
एफडीए की ओर से इस कार्रवाई की निगरानी संयुक्त आयुक्त (सतर्कता) डॉ. राहुल खाड़े, सहायक आयुक्त (खाद्य) नारायण सरकटे और खाद्य सुरक्षा अधिकारी बालाजी शिंदे, अस्मिता गायकवाड़, सुप्रिया जगताप और एलडब्ल्यू साल्वे ने की.
Location :
Pune,Maharashtra
First Published :
March 08, 2025, 14:26 IST