अहमदाबाद: 5 जनवरी को रात 12:30 बजे, कैलाश पटेल ने अपने बेटे नीलेश को उसके 28वें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं. नीलेश ने “थैंक यू” कहकर जवाब दिया, लेकिन कुछ घंटों बाद, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट बैंगलोर (IIMB) के हॉस्टल के नीचे एक सुरक्षा गार्ड ने नीलेश का शव पाया. जिसके बाद मंगलवार को, कैलाश पटेल ने अपने इकलौते बेटे का अंतिम संस्कार उनके गांव पलगाभन (नवसारी) में किया. कैलाश कहते हैं, “हमने सब कुछ खो दिया. हमने उसके लिए अच्छी पढ़ाई, शादी, और अपने पोते-पोतियों के सपने देखे थे. लेकिन अब सब खत्म हो गया.” बता दें कि नीलेश भारतीय प्रबंधन संस्थान बैंगलोर(Indian Institute of Management Bangalore) के दूसरे साल के पोस्ट-ग्रेजुएट छात्र थे. पुलिस ने इसे “दुर्घटनावश मौत” मानकर जांच शुरू की है.
हॉस्टल का सीन और पिता की आशंका
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, नीलेश का हॉस्टल रूम दूसरी मंजिल पर था, जिसमें एक बालकनी थी. बालकनी की रेलिंग सिर्फ 2.5 फीट ऊंची थी, जबकि नीलेश की लंबाई 6 फीट से ज्यादा थी. कैलाश ने बताया कि जब वह उसके कमरे में पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि नीलेश की किताबें बिस्तर पर खुली पड़ी थीं और कपड़े दरवाजे के पीछे टंगे हुए थे. सब कुछ व्यवस्थित था. पिता का मानना है कि शायद वह पढ़ाई करते-करते थक गया होगा और ताजी हवा लेने के लिए बालकनी में गया होगा, जहां से वह गलती से गिर गया हो सकता है.
कैलाश गर्व से बताया कि हाल ही में 500 छात्रों के बीच हुई प्रतियोगिता में, नीलेश दूसरे स्थान पर आया था.वह कैंपस प्लेसमेंट की तैयारी कर रहा था और चाहता था कि उसका चयन हो. नीलेश हाल ही में एक मल्टीनेशनल कंपनी में इंटर्नशिप के लिए सेलेक्ट हुआ था. उसने फ्रांस में एक स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम भी किया. पिता ने बताया कि वह हमेशा पढ़ाई में अच्छा था और टॉपर्स में शामिल था.
घटना की रात
नीलेश का जन्मदिन था, इसलिए उसके तीन दोस्तों ने उसे दूसरे रूम में बुलाया. वहां उन्होंने उसे केक के साथ सरप्राइज दिया. रात 12:30 बजे, वह अपने कमरे में लौट आया. घटना रात 1 से सुबह 6:30 बजे के बीच हुई. सुबह 6:30 बजे, एक गार्ड ने नीलेश का शव देखा और कॉलेज प्रशासन को बताया.
पिता की मांग और सुरक्षा पर सवाल
पोस्टमॉर्टम में पता चला कि नीलेश को अंदरूनी चोटें आई थीं, जिससे उसकी मौत हुई. परिवार ने सीसीटीवी फुटेज मांगी, लेकिन हॉस्टल के बाहर कैमरे नहीं लगे थे. कैलाश ने कहा कि कॉलेज को हॉस्टल की सुरक्षा व्यवस्था (Security system) को ऑडिट कराना चाहिए और बालकनी की दीवारों को ऊंचा करवाना चाहिए.
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बता दें कि मंगलवार को परिवार नीलेश के शव के साथ अहमदाबाद पहुंचा. वहां से उसे गांव ले जाया गया, जहां अंतिम संस्कार हुआ. उन्होंने यह कहते हुए अपनी बात खत्म की कि उन्होंने अपने बेटे का सपना पूरा करने की पूरी कोशिश की थी, लेकिन अब उनकी यही कोशिश होगी कि ऐसी घटना किसी और परिवार के साथ न हो.
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FIRST PUBLISHED :
January 8, 2025, 09:38 IST