हाइलाइट्स
इंडिया अलायंस को लेकर तेजस्वी यादव के बड़े बयान से सियासी खलबली. बिहार में कांग्रेस के लिए जोरदार झटका माना जा रहा है तेजस्वी का बयान. अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल के बाद कांग्रेस को तेजस्वी की खरी-खरी.
पटना. बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच सभी राजनीतिक दल अपनी रणनीतियों पर आगे बढ़ रही है. इसी क्रम में राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने साफ तौर पर कह दिया है कि इंडिया अलायंस लोकसभा चुनाव के लिए था, और यह राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए के मुकाबले के लिए था. बिहार में तो हमारा पहले से ही कांग्रेस से अलायंस है. तेजस्वी यादव के इस बयान को इस संदर्भ में देखा जा रहा है कि ममता बनर्जी, अखिलेश यादव और अरविंद केजरीवाल के बाद बिहार में आरजेडी की भी कांग्रेस से दूरी बढ़ गई है. हालांकि, सियासत के जानकार इसे बिहार में आरजेडी और कांग्रेस के बीच सीटों की हिस्सेदारी को लेकर प्रेशर पॉलिटिक्स से जोड़कर देख रहे हैं.
दरअसल, तेजस्वी यादव का बयान बड़ा तब बन जाता जब बिहार में भी कांग्रेस और राजद के बीच सीटों की हिस्सेदारी को लेकर अभी से खींचतान शुरू हो चुकी है. कांग्रेस ने 243 सदस्यीय विधानसभा में 70 सीटों पर दावेदारी ठोक दी है, जबकि बिहार महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस, सीपीआई एमएल, सीपीआई, सीपीएम और विकासशील इंसान पार्टी समेत छह दल शामिल हैं. ऐसे में तेजस्वी यादव का यह बयान आने वाले विधानसभा चुनाव के संदर्भ में कांग्रेस पार्टी के आगे दबाव में नहीं आने की रणनीति कही जा सकती है. जाहिर है राजद नेता के इस बयान से कांग्रेस पार्टी को झटका माना जा रहा है.
तेजस्वी यादव जब इंडिया अलायंस को लेकर बयान दे रहे थे तो मीडियाकर्मियों ने उनसे यह पूछा कि क्या राजद भी दिल्ली चुनाव में उतरेगा, तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि अभी हमने तय नहीं किया है कि दिल्ली चुनाव में उतरेंगे कि नहीं. बता दें कि दिल्ली में बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला कहा जा रहा है. लेकिन, लोकसभा चुनाव में ऐसी स्थिति नहीं थी. तब आम आदमी पार्टी और कांग्रेस साथ मिलकर लड़ी थी. लेकिन, विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियों के रास्ते अलग हैं.
दूसरा पहलू यह भी है कि उत्तर प्रदेश में जहां कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का तालमेल रहा है, वहीं दिल्ली विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने अपना समर्थन आम आदमी पार्टी को दे दिया है. जाहिर है कांग्रेस कई मोर्चों पर अकेले पड़ती दिख रही है. इससे पहले ममता बनर्जी ने भी अपने आप को एक तरह से इंडिया अलायंस का लीडर घोषित कर कांग्रेस पार्टी को झटका दिया था. अब तेजस्वी यादव का यह रुख कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है.
बता दें कि बिहार में इसी वर्ष विधानसभा चुनाव है. कांग्रेस ने इस बार ऐलान कर दिया है कि 243 सदस्य विधानसभा में कम से कम वह 70 सीटों पर लड़ेगी. अब जब पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का यह बयान आया है तो इसे सीट शेयरिंग में बारगेनिंग को लेकर देखा जा रहा है. तेजस्वी यादव ने निश्चित तौर पर यह संकेत देने की कोशिश की है कि कांग्रेस की बारगेनिंग पर वह दबाव में नहीं आने वाले हैं और सीट बंटवारे पर किसी भी तरह के प्रेशर पॉलिटिक्स को हावी नहीं होने देंगे.
Tags: INDIA Alliance, Lok Sabha Elections, Tejashwi Yadav
FIRST PUBLISHED :
January 8, 2025, 18:11 IST