Last Updated:May 01, 2025, 17:49 IST
IAS Ashok Khemka, IAS Story: आईएएस अशोक खेमका 30 अप्रैल 2025 को 34 साल की सेवा के बाद रिटायर हुए. उनका 57 बार ट्रांसफर हुआ. रिटायरमेंट के बाद अब वह क्या करेंगे? इसका भी उन्होंने खुलासा किया है.

IAS ki kahani, IAS Officer Ashok Khemka: अशोक खेमका आईएएस पद से रिटायर हो गए.
हाइलाइट्स
अशोक खेमका 34 साल की सेवा के बाद रिटायर हुए.खेमका का 57 बार ट्रांसफर हुआ.अब खेमका वकालत की दुनिया में कदम रखेंगे.IAS Story, IAS Ashok Khemka Story: देश में जब आईएएस अधिकारियों के ट्रांसफर की चर्चा होती है, तो उसमें सबसे पहला नाम आता है आईएएस अशोक खेमका (IAS Ashok Khemka) का. खेमका 30 अप्रैल 2025 को रिटायर हो गए. 34 साल की आईएएस की नौकरी में अशोक खेमका का 57 बार ट्रांसफर हुआ. आठ बार तो ऐसे मौके आए, जब वह किसी एक जगह पर एक महीने भी नहीं टिक पाए और उनका तबादला कर दिया गया. अशोक खेमका ने रिटायर होने के बाद अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया, जो काफी सुर्खियों में है. एक सवाल यह भी उठ रहा है कि अब रिटायर होने के बाद अशोक खेमका क्या करेंगे, तो आइए आपको बताते हैं अशोक खेमका के आईएएस बनने से लेकर उनके रिटायरमेंट के बाद के प्लान तक की पूरी कहानी…
IAS Ashok Khemka Profile: कोलकाता के के रहने वाले हैं खेमका
अशोक खेमका मूल रूप से कोलकाता, पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं.वह वर्ष 1991 में हरियाणा कैडर के आईएएस अधिकारी बने. हरियाणा सरकार की वेबसाइट web1.hry.nic.in/civillist पर दी गई जानकारी के मुताबिक खेमका का जन्म 30 अप्रैल 1965 को हुआ था. तारीख 30 अप्रैल 2025 को 60 साल की उम्र पूरी कर चुके हैं. जिसके बाद अब अशोक खेमका भारतीय प्रशासनिक सेवा से रिटायर हो गए हैं. इस तरह उन्होंने कुल 34 साल हरियाणा में आईएएस की नौकरी की.
IAS Ashok Khemka Viral Post: अशोक खेमका ने क्या लिखा
आईएएस के पद से रिटायर होने के बाद अशोक खेमका ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा कि अगर इस सफर में अनजाने में किसी को ठेस पहुंचाई हो, तो मैं क्षमा चाहता हूं. खेमका ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि आज मैं अपनी IAS यात्रा पूरी कर रहा हूं.अपने परिवार, सहयोगियों और शुभचिंतकों का आभार व्यक्त करता हूं, जिनके अडिग समर्थन के बिना यह सफर संभव नहीं था. यदि इस यात्रा के दौरान किसी को ठेस पहुंची हो, तो क्षमा चाहता हूं.अब आईएएस अधिकारी के बाद खेमका वकालत की दुनिया में कदम रखने की तैयारी कर रहे हैं. एक रिपोर्ट में बताया गया है कि अशोक खेमका ने कहा ‘मैं बार काउंसिल से अधिवक्ता के रूप में पंजीकरण के लिए आवेदन करूंगा.’
जूट मिल में क्लर्क थे पिता
अशोक खेमका का जन्म पश्चिम बंगाल के कोलकाता में एक मारवाड़ी परिवार में हुआ था. उनके पिता शंकरलाल खेमका एक जूट मिल में क्लर्क थे. खेमका ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) खड़गपुर से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में B.Techकिया. उन्होंने टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, मुंबई से कंप्यूटर साइंस में Ph.D.भी की. इसके अलावा खेमका ने MBA भी किया. खेमका ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU)से इकोनॉमिक्स में MA की डिग्री भी ली थी.इस तरह उनके पास कई डिग्रियां थीं.
कब कब चर्चा में रहे खेमका
अशोक खेमका सबसे अधिक सुर्खियों में तब रहे, जब उन्होंने वर्ष 2012 में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा और रियल एस्टेट कंपनी DLF के बीच की एक जमीन की डील को रद्द कर दिया. इस फैसले के कारण वह राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आ गए. उन्हें एक ईमानदार और निडर अधिकारी के रूप में देखा जाने लगा, लेकिन इस ईमानदारी की कीमत भी उन्हें चुकानी पड़ी. अपने करियर के दौरान उनका 57 बार ट्रांसफर किया गया और कई बार उन्हें कम महत्व वाले विभागों में भेजा गया. 2019 में उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर प्रशासनिक व्यवस्था पर नाराजगी जताई थी और लिखा था कि अब शासन सेवा नहीं रहा, यह व्यापार बन गया है. अब वह हरियाणा के परिवहन विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद से रिटायर हुए.