Last Updated:May 16, 2025, 12:04 IST
Punjab hair oil influencer case: सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर अमनदीप सिंह के बाल उगाने वाले तेल से 70 लोग अस्पताल पहुंच गए. हाई कोर्ट ने झूठे दावे और बिना वैज्ञानिक प्रमाण वाले प्रचार को खतरनाक बताते हुए अग्रिम जमानत...और पढ़ें

संगरूर हेयर ऑयल केस
हाइलाइट्स
इंफ्लुएंसर अमनदीप के तेल से 70 लोग अस्पताल पहुंच गए और चेहरे पर सूजन आ गई.हाई कोर्ट ने अमनदीप की जमानत खारिज कर झूठे प्रचार पर सख्त टिप्पणी की.बिना वैज्ञानिक प्रमाण वाले दावों को कोर्ट ने खतरनाक बताया और निंदा की.पंजाब के संगरूर में एक मुफ्त हेयर ऑयल कैंप के बाद 70 से ज्यादा लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. ये मामला सामने आया सोशल मीडिया पर मशहूर हुए एक हेयर ग्रोथ इंफ्लुएंसर का, जिसने दावा किया था कि उसका तेल गंजापन ठीक कर सकता है. लेकिन जब लोगों ने ये तेल इस्तेमाल किया, तो उन्हें चेहरे पर सूजन, आंखों में जलन और जलन जैसी गंभीर समस्याएं होने लगीं.
हाई कोर्ट ने बेल से किया इनकार
पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने आरोपी अमनदीप सिंह उर्फ अमन को अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया. अदालत ने कहा कि बिना किसी वैज्ञानिक जांच या मेडिकल टेस्ट के ऐसा झूठा प्रचार करना खतरनाक है और इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए. जस्टिस हरप्रीत सिंह बराड़ ने अपने आदेश में कहा कि आज के समय में जब सोशल मीडिया पर सुंदर दिखने का दबाव इतना बढ़ गया है, तब ऐसे झूठे दावों से समाज को और नुकसान होता है.
सुंदरता के दिखावे ने बढ़ाई परेशानी
कोर्ट ने ये भी कहा कि लोग सुंदरता के समाजिक मानकों को पाने के लिए कई बार ऐसे जोखिम भरे उपाय अपनाते हैं, जिनसे उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है. खासकर बच्चों और युवाओं पर इसका मानसिक असर बहुत गहरा होता है. सोशल मीडिया ने इस दिखावे को और भी बढ़ावा दिया है. हमें नकली सुंदरता की जगह असली और सच्चेपन को बढ़ावा देना चाहिए.
सोशल मीडिया की चमक के पीछे का सच
कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि ये मामला दिखाता है कि किस तरह सोशल मीडिया पर लोकप्रिय लेकिन बिना किसी योग्यता वाले लोग आम जनता की भावनाओं और परेशानियों का फायदा उठाते हैं. ऐसे मामलों में सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वो लोगों की सेहत और बाजार में भरोसे को बनाए रखे.
तेल के कारण 70 से ज्यादा लोग हुए बीमार
अमनदीप ने सोशल मीडिया पर प्रचार किया था कि उसका आयुर्वेदिक तेल गंजापन दूर कर सकता है. उसने 16 मार्च को संगरूर के काली माता मंदिर में एक मुफ्त कैंप भी आयोजित किया, जिसमें दर्जनों लोगों ने तेल लगवाया. इसके बाद कई लोगों को जलन, चेहरे की सूजन और आंखों में परेशानी की शिकायत हुई. जब पीड़ितों ने संगरूर के सिविल अस्पताल का रुख किया, तो सामने आया कि 60 से 70 लोग एक जैसी समस्याओं के साथ अस्पताल पहुंच चुके थे.
डॉक्टरों ने दी गंभीर चेतावनी
सिविल अस्पताल के वरिष्ठ मेडिकल अफसर ने बताया कि मरीजों को “सीवियर कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस” हुआ था, जो एक प्रकार की एलर्जी होती है. उन्होंने यह भी कहा कि अगर तेल आंखों की पुतली तक पहुंचता, तो मरीजों की आंखों की रोशनी भी जा सकती थी. हालांकि अभी चोटें मामूली बताई गई हैं.
कोर्ट ने आरोपी की दलीलों को किया खारिज
अमनदीप ने कोर्ट में कहा कि वह एक जाना-माना हेयर स्टाइलिस्ट है और उसके 86,900 से ज्यादा सोशल मीडिया फॉलोअर्स हैं. उसने दावा किया कि उसका तेल पूरी तरह हर्बल है और अब तक कई लोगों की मदद कर चुका है. लेकिन सरकारी वकील ने बताया कि तेल के कारण अस्पताल में 71 लोगों को भर्ती किया गया था, जो अपने आप में गंभीर मामला है.
न्यायालय का सख्त संदेश
सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद हाई कोर्ट ने आरोपी को अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया. कोर्ट ने साफ कहा कि ऐसे झूठे और भ्रामक प्रचार से न केवल लोगों की सेहत को खतरा है, बल्कि समाज में भरोसे को भी नुकसान होता है.
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