France Crown Jewels Theft: उस गहने की कीमत भारतीय रुपये में 9 अरब के करीब है. एक मशहूर म्यूजियम में इस बेशकीमती चीज को रखा गया था लेकिन चोरों ने इसे उड़ा दिया. पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया. हालांकि पुलिस ने जिस तरह से एक हफ्ते में दोनों चोरों को दबोचा उससे लग रहा है जैसे चुटकियों में सारा केस सुलझ गया. आखिर पुलिस ने बड़े आराम से तीनों संदिग्धों का पता कैसे लगा लिया? यह बहुचर्चित मामला फ्रांस के लूवर म्यूजियम का है.
यहां सेंध लगाकर चोरों ने फ्रांस के आठ ऐतिहासिक मुकुट रत्नों को चुरा लिया था. इन तीनों मामलों में डीएनए जांच कारगर साबित हुई. हां, संग्रहालय में घुसे चोर खुद को तीस मार खां समझ रहे थे लेकिन जिस खिड़की को तोड़कर वे घुसे थे. जिस स्कूटर से भागे थे, वहां मिले डीएनए ने उन्हें जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.
फ्रांस के अधिकारियों ने बताया है कि एक आरोपी का डीएनए ट्रक पर लगी उस मशीनी सीढ़ी पर भी पाया गया जिसका इस्तेमाल दो चोरों को म्यूजियम की दूसरी मंजिल की बालकनी तक पहुंचाने के लिए किया गया था.
वैसे, पढ़ने या देखने में यह डकैती यूरोपीय संग्रहालय में सुरक्षा की कमी पर प्रश्नचिह्न लगाती दिखती है लेकिन संदिग्धों का पता लगाने की रफ्तार ने साबित कर दिया फ्रांस पुलिस के पास कैसा 'ब्रह्मास्त्र'है? दरअसल, यह डीएनए के डेटाबेस का कमाल था.
यह इस बात का भी संकेत है कि दुनिया के सबसे मशहूर म्यूजियम में से एक में दिनदहाड़े डकैती होने के बाद चोर कितने लापरवाह थे. उन्हें जरा भी अंदाजा नहीं था कि पुलिस और सिक्योरिटी गार्ड से बचने की हड़बड़ी में वे पीछे कौन से निशान छोड़ आए हैं. हां, उसमें एक दस्ताना, एक मुकुट जो उन्होंने गिरा दिया था और मशीनी सीढ़ी वाला ट्रक भी था, जिसमें उन्होंने आग लगाने की असफल कोशिश भी की थी.

                        5 hours ago
                    
          
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        