Xi Jinping’s Anti-corruption Campaign: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान ने साल 2024 में एक नया रिकॉर्ड बनाया है. इसमें सभी उप-मंत्री या उससे उच्च रैंक के 56 वरिष्ठ अधिकारियों की जांच की जा रही है. साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह 2023 में जांच किए गए 45 उच्च-रैंकिंग अधिकारियों की तुलना में लगभग 25 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.
केंद्रीय अनुशासन निरीक्षण आयोग कर रहा जांचों का नेतृत्व
चीन के शीर्ष भ्रष्टाचार विरोधी निगरानी करने वाले केंद्रीय अनुशासन निरीक्षण आयोग (CCDI) द्वारा इन जांचों का नेतृत्व किया जाता है. अब इस भ्रष्टाचार विरोधी अभियान का दायरा बढ़ गया है, क्योंकि साल 2024 में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के शीर्ष अंगों और मंत्रालयों में भ्रष्टाचार के मामले दोगुने हो गए हैं. विमानन और रक्षा उद्योगों में भी भ्रष्टाचार के मामले में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई. हालांकि, साल 2023 में एक प्रमुख फोकस वाले वित्त क्षेत्र में भ्रष्टाचार के मामले में कमी आई है. पिछले साल आठ की तुलना में इस साल चार वरिष्ठ सरकारी बैंकरों की जांच की गई है.
केंद्रीय एजेंसियों पर भी कड़ी निगरानी
इस साल हिरासत में लिए गए 56 अधिकारियों में से बारह केंद्रीय कम्युनिस्ट पार्टी और राज्य एजेंसियों में कार्यरत थे. साल 2023 के मुकाबले यह संख्या दोगुनी है. यह पार्टी तंत्र और मंत्रालयों के शीर्ष स्तरों के भीतर भ्रष्टाचार को लक्षित करने पर बढ़ते जोर को दर्शाता है. इसलिए साल 2012 में अपने भ्रष्टाचार विरोधी अभियान की शुरुआत करने के बाद से शी जिनपिंग ने उच्च-स्तरीय "चीते" और निम्न-स्तरीय "मक्खियों" दोनों को जड़ से उखाड़ने के लिए एक अथक अभियान चलाया है.
पीएलए के भीतर भी बढ़ी गंभीर चुनौतियां
चीन की सेना, विशेष रूप से चीन के परमाणु शस्त्रागार की देखरेख के लिए जिम्मेदार पीएलए रॉकेट फोर्स इस भ्रष्टाचार विरोधी अभियान का केंद्र बिंदु रही है. पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के भीतर भ्रष्टाचार चीन में शी जिनपिंग के शासन के लिए महत्वपूर्ण चुनौतियां पेश करता रहता है. ये मुद्दे शी जिनपिंग के लिए वित्तीय बोझ से कहीं अधिक हैं. वे बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के समय चीन के सशस्त्र बलों की प्रभावशीलता को कमजोर करते हैं. पीएलए को वैश्विक सैन्य शक्ति में बदलने का शी जिनपिंग का दृष्टिकोण इन आंतरिक कमजोरियों को दूर करने पर टिका है.
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शी जिनपिंग द्वारा सत्ता का एकीकरण भ्रष्टाचार को बढ़ा सकता है
आलोचकों की दलील है कि शी जिनपिंग द्वारा सत्ता का एकीकरण भ्रष्टाचार को बढ़ा सकता है, क्योंकि केंद्रीकृत प्राधिकरण और संस्थागत जांच की कमी से भ्रष्टाचार पनपने लगता है. चीन की राजनीतिक और सैन्य प्रणालियों की अपारदर्शी प्रकृति भ्रष्टाचार की सीमा या सैन्य क्षमताओं पर इसके प्रभाव को मापने के प्रयासों को और जटिल बनाती है.
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भ्रष्टाचार विरोधी अभियान पीएलए और व्यापक कम्युनिस्ट पार्टी के भीतर शक्ति संतुलन को नया आकार दे रहे हैं. यहां तक कि वरिष्ठ वफादार भी इससे अछूते नहीं हैं, जैसा कि पीएलए रॉकेट फोर्स में एक प्रमुख अधिकारी मियाओ हुआ जैसे हाई-प्रोफाइल लोगों की जांच से पता चलता है.
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