शाहबाज शरीफ आंखें खोलकर देखें ये तस्वीर, आतंकवाद और इस्लाम एक नहीं है

7 hours ago

हाइलाइट्स

पीएम मोदी को सी-ऑफ करने एयरपोर्ट तक आए कुवैत के प्रधानमंत्रीभारत-कुवैत के टॉप लीडर्स की गर्मजोशी पाकिस्‍तान के लिए सीधा संदेशविपक्षी दलों को भी संकेत, मुस्लिम देशों ने PM मोदी को सिर-आंखों पर बिठाया

कुवैत सिटी (कुवैत). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सामरिक रूप से अहम वेस्‍ट एशिया में इंडिया की पैठ को मजबूती प्रदान करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं. उनकी कुवैत यात्रा इस बात का सबूत है. तकरीबन 43 साल के बाद भारत कोई प्रधानमंत्री कुवैत गया. इससे इस दौरे की अहम‍ियत को समझा जा सकता है. वेस्‍ट एशिया के हालात मौजूदा समय में काफी तनावपूर्ण हैं, इस लिहाज से भी पीएम मोदी की कुवैत यात्रा को काफी महत्‍वपूर्ण माना जा रहा है. दोनों देशों के प्रधानमंत्री द्विपक्षीय संबंधों को नया आयाम देने वाले कई अहम समझौते किए हैं. पीएम मोदी अरब के मुस्लिम देशों की यात्रा कर रिलेशन को मजबूती देने के प्रयास में जुटे हैं. उनकी यह कोशिश रंग भी ला रही है. इसके साथ ही पीएम मोदी पड़ोसी देश पाकिस्‍तान को भी ठोस संकेत दे रहे हैं. कुवैत के प्रधानमंत्री शेख अहमद अब्‍दुल्‍ला अल अहमद अल सबाह ने जिस गर्मजोशी से पीएम नरेंद्र मोदी का स्‍वागत किया वह पाकिस्‍तानी प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के लिए भी एक सबक है. पीएम मोदी और अल-सबाह की तस्‍वीरों को देखकर शाहबाज शरीफ को समझ लेना चाहिए कि इस्‍लाम और आतंकवाद एक नहीं है. आतंकवाद का सभ्‍य समाज में कोई जगह नहीं है.

पीएम मोदी ने जब कुवैत की धरती पर कदम रखा तो उनका भव्‍य स्‍वागत किया गया. पीएम मोदी कुवैत के अमीर शेख मिशअल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के निमंत्रण पर कुवैत पहुंचे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस यात्रा के महत्‍व को इसी से समझा जा सकता है कि कुवैत के प्रधानमंत्री अल-सबाह उन्‍हें सी-ऑफ करने खुद एयरपोर्ट तक पहुंचे थे. इस दौरान दो देशों के शीर्ष नेताओं की गर्मजोशी ने बाकी दुनिया को भी मजबूत और ठोस संदेश दिया. पड़ोसी देश पाकिस्‍तान हमेशा इस्‍लाम की आड़ लेकर आतंकवाद को शरण देने और उसे फैलाने में जुटा रहता है. शाहबाज शरीफ की पाकिस्‍तान इस्‍लाम का नाम लेकर इस्‍लामिक देशों में समर्थन जुटाने की जुगत में जुटे रहते हैं. पीएम मोदी और कुवैत के प्रधानमंत्री अल-सबाह के बीच की ट्यूनिंग पाकिस्‍तान और शाहबाज शरीफ के लिए आंखें खोलने वाली है, क्‍योंकि इस्‍लाम और आतंकवाद एक नहीं है. ये दोनों अलग हैं और दुनिया फिर चाहे वह इस्‍लामिक देश ही क्‍यों न हो, इसे किसी भी हालत में स्‍वीकार नहीं करेगी.

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आतंकवाद का पनाहगाह पाकिस्‍तान
पाकिस्‍तान आतंकवादियों के पनाहगाह के तौर पर पूरी दुनिया में कुख्‍यात है. UN की ओर से ब्‍लैकलिस्‍टेड आतंकवादी और टेररिस्‍ट ऑर्गेनाइजेशन नाम बदलकर पाकिस्‍तान से भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं. बता दें कि पाकिस्‍तान के काले कारनामों का ही नतीजा है कि अमेरिका ने उसके खिलाफ फिर से मिसाइल प्रतिबंध लगा दिया है. इसके अलावा FATF भी पाकिस्‍तान के खिलाफ सख्‍त रुख अपनाए हुए है. इसके बावजूद पीएम शाहबाज शरीफ आंख पर पट्टी बांधकर उनका समर्थन कर रहे हैं. आतंकवदियों को खुलेआम समर्थन दे रहे हैं. भारत में वॉन्‍टेड आतंकावदी पाकिस्‍तान में शरण लिए हुए है. यह लिस्‍ट काफी लंबी है. तमाम तरह के सबूत देने के बाद भी पड़ोसी देश आतंकवादियों और आतंकवाद के खिलाफ एक्‍शन लेने को तैयार नहीं है.

विपक्ष भी तस्‍वीरों को देखकर समझ ले
भारत में भी विपक्षी पार्टियां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुस्लिम विरोधी करार देने की कोश‍िशों में जुटे रहते हैं. दूसरी तरफ, अंतरराष्‍ट्रीय मंच पर पीएम मोदी को कई मुस्लिम बहुल देशों ने अपने यहां का सर्वोच्‍च सम्‍मान देकर यह साफ कर दिया है कि वह सर्वस्‍वीकार्य है. विपक्ष का उन्‍हें मुस्लिम विरोधी बताना निराधार और निरर्थक है. बता दें कि राहुल गांधी विदेश में जाकर कई बार मोदी सरकार को अल्‍पसंख्‍यक विरोधी साबित करने की कोशिश कर चुके हैं. अब उदाहरण भी देख लीजिए. मुस्लिम बहुल देश कुवैत ने पीएम मोदी को मुबारक अल-कबीर ऑर्डर से सम्‍मानित किया है. यह कुवैत का हाइएस्‍ट सिविलियन ऑनर है. इससे पहले दुनिया की सिर्फ तीन हस्तियों को इससे नवाजा गया है. इससे पहले UAE, मिस्र, बहरीन, मालदीव जैसे देश भी पीएम मोदी को सम्‍मानित कर चुके हैं.

Tags: news, Middle east, Pakistan news, Prime Minister Narendra Modi

FIRST PUBLISHED :

December 22, 2024, 20:44 IST

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