Last Updated:April 19, 2025, 13:59 IST
IIT Judge Success Story: बहुत कम लोग अपने बचपन के सपनों को साकार कर पाते हैं, लेकिन एक लड़की ने ऐसा कर दिखा है. उन्होंने दिल्ली ज्यूडिशियल सर्विस एग्जाम को पास करके अपना सपना पूरा किया है.

IIT Judge Success Story Mudita Gairola Law IIT Kharagpur become judge in Delhi
हाइलाइट्स
दिल्ली ज्यूडिशियल सर्विस एग्जाम में 18वीं रैंक हासिल की.IIT खड़गपुर से लॉ की डिग्री प्राप्त कर जज बनने का सपना पूरा किया.वह अब दिल्ली में जज के रूप में सेवा देंगी.Judge Success Story: आप में से कई ऐसे लोग हैं, जिन्होंने बचपन में सपने जरूर देखें होंगे. लेकिन बहुत ही कम लोगों का बचपन में देखें गए सपने साकार हुए हैं. इन्हीं में से एक हैं मुदिता गैरोला, जिन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए दिल्ली ज्यूडिशियल सर्विस की परीक्षा को पास की हैं. इसके साथ ही इस परीक्षा में उन्होंने 18वीं रैंक प्राप्त किया है. हम जिनकी बात कर रहे हैं, उनका नाम मुदिता गैरोला (Mudita Gairola) है.
दिल्ली ज्यूडिशियल सर्विस में हासिल की 18वीं रैंक
दिल्ली ज्यूडिशियल सर्विस में 18वीं रैंक लाने वाली मुदिता गैरोला उत्तराखंड के टिहरी जिले के कीर्तिनगर ब्लॉक स्थित धौडगी गांव की मूल निवासी हैं. उन्होंने दिल्ली ज्यूडिशियल सर्विस एग्जाम में सफलता हासिल कर अपने परिवार और पूरे राज्य का नाम रोशन किया है. अपनी इस उपलब्धि से उन्होंने यह साबित कर दिया है कि अगर इरादे मजबूत हों, तो कोई भी लक्ष्य दूर नहीं है. उनके माता-पिता ने हमेशा उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया और हर कदम पर उनका साथ दिया.
IIT से कर चुकी हैं पढ़ाई
मुदिता की एकेडमिक सफर बेहद प्रेरणादायक रही है. लिंक्डइन प्रोफाइल उन्होंने अपनी स्कूलिंग DPS से की है. इसके बाद महाराजा सूरजमल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से बीटेक की डिग्री हासिल की हैं. बाद में उन्होंने IIT खड़गपुर से RGSOIPL से लॉ की डिग्री प्राप्त की है. टेक्निकल क्षेत्र से लॉ की दुनिया में आकर उन्होंने यह दिखाया कि कठिन रास्ते पर चलकर भी सफलता पाई जा सकती है. मुदिता के पिता सुधीर गैरोला, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) में जनरल मैनेजर के पद से रिटायर हुए हैं, जबकि उनकी मां कल्पना गैरोला एक शिक्षिका हैं.
बचपन का सपना हुआ सच
मुदिता को बचपन से ही जज बनने का सपना था. उन्होंने अपने इस सपने को साकार करने के लिए अथक मेहनत की और उसी का परिणाम है कि आज वे दिल्ली में जज के रूप में सेवा देने जा रही हैं. उन्होंने हरियाणा ज्यूडिशियल सर्विस एग्जाम में भी इंटरव्यू तक का सफर तय किया था. मुदिता की सफलता में उनके परिवार का अहम योगदान रहा है.
First Published :
April 19, 2025, 13:56 IST