Last Updated:April 16, 2025, 08:10 IST
Indian Army RIMC: पैरेंट्स अक्सर बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित रहते हैं कि उन्हें कहां से पढ़ाई कराया जाए, ताकि लाइफ सेट हो जाए. ऐसे ही एक स्कूल के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां से पढ़ाई करने वाले सेना में ...और पढ़ें

Indian Army RIMC School: यहां से पढ़ाई करने वाले सेना में बन जाते हैं ऑफिसर
हाइलाइट्स
इस स्कूल में 11-18 वर्ष के छात्रों को मिलिट्री ट्रेनिंग मिलती है.28 छात्रों ने NDA/NA 2024 परीक्षा में सफलता पाई हैं.यहां दाखिला ऑल इंडिया कंपटीटिव एग्जाम से होता है.Indian Army RIMC: अक्सर माता-पिता अपने बच्चों की भविष्य को लेकर चिंतित रहते हैं. उन्हें इस बात की चिंता होती है कि उन्हें कहां दाखिला दिलाया जाए, ताकि उनका लाइफ सेट हो जाए. ऐसे ही एक स्कूल के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां से पढ़ाई करने वाले अधिकांश सेना में अफसर बन जाते हैं. इस साल यहां से 28 छात्रों ने एनडीए/नौसेना अकादमी (I) 2024 की परीक्षा में शानदार सफलता हासिल की है. इनमें से पश्चिम बंगाल के एमन घोष ने पूरे देश में पहला स्थान (All India Rank 1) प्राप्त कर संस्थान का नाम रोशन किया है. हम जिस संस्थान की बात कर रहे हैं, इसका नाम राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज (RIMC) है.
राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज (RIMC)
साल 1922 में प्रिंस ऑफ वेल्स रॉयल इंडियन मिलिट्री कॉलेज के रूप में स्थापित यह संस्थान आज रक्षा मंत्रालय के अधीन एक इंटर-सर्विस ‘कैटेगरी ए’ संस्थान है. यह 11 से 18 वर्ष के छात्रों को चयन परीक्षा के माध्यम से प्रवेश देकर मिलिट्री सर्विसेज की तैयारी कराता है. RIMC ने अब तक कई मिलिट्री और सिविलियन क्षेत्रों के बड़े लीडर तैयार किए हैं. इसके पूर्व छात्रों में भारत के चार सेना प्रमुख, दो वायुसेना प्रमुख और पाकिस्तान के भी कई सीनियर मिलिट्री ऑफिसर शामिल हैं. इसके अलावा कई पूर्व छात्र राज्यपाल, राजदूत, मंत्री और सीनियर सिविल सर्वेन्ट्स भी बने हैं.
15 सालों में सबसे बड़ी उपलब्धि
लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव के अनुसार इस बार एनडीए/एनए परीक्षा में RIMC के 38 छात्र शामिल हुए थे, जिनमें से 28 छात्रों ने सफलता प्राप्त की. यह संख्या पिछले 15 वर्षों में सबसे अधिक है. इसके अलावा एमन घोष के अलावा चार अन्य छात्रों ने भी टॉप 20 रैंक में अपनी जगह बनाई है. इनमें कार्तिक पंत (AIR 5, उत्तराखंड), ब्रह्म स्वरूप दास (AIR 14), श्रवण अग्रवाल (AIR 15) और आदित्य राज (AIR 17) हैं. उन्होंने कहा कि RIMC के कमांडेंट कर्नल राहुल अग्रवाल और आर्मी ट्रेनिंग कमांड (ARTRAC) के मार्गदर्शन ने इस उपलब्धि को संभव बनाया.
ऐसे मिलता है यहां दाखिला
राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज (RIMC), देहरादून में साल में दो बार यानी हर छह महीने में लगभग 25 कैडेटों का चयन किया जाता है. यह चयन एक ऑल इंडिया कंपटीटिव एग्जाम के माध्यम से होता है.
आरआईएमसी में दाखिले के लिए कुछ विशेष मानदंड होते हैं. इसके बारे में नीचे देख सकते हैं.
उम्मीदवार की उम्र उस सेशन की शुरुआत (1 जनवरी या 1 जुलाई) तक 11 वर्ष से कम नहीं और 13 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए. एडमिशन केवल कक्षा आठ में ही दिया जाता है. अभ्यर्थी को कक्षा सात में अध्ययनरत होना चाहिए या किसी मान्यता प्राप्त स्कूल से कक्षा सात पास किया हुआ होना चाहिए.
ऐसे करें आवेदन
आरआईएमसी में दाखिले के लिए आवेदन फॉर्म संबंधित राज्य सरकारों को जमा करना होता है. राज्य स्तर पर छंटनी के बाद चयनित छात्रों को नेशनल लेवल की प्रवेश परीक्षा में शामिल किया जाता है.
एग्जाम पैटर्न
चयन प्रक्रिया दो चरणों में होती है. इसमें निम्नलिखित शामिल है.
लिखित परीक्षा:
अंग्रेज़ी – 125 अंक
गणित – 200 अंक
सामान्य ज्ञान – 75 अंक
कुल – 400 अंक
मौखिक परीक्षा (इंटरव्यू):
50 अंकों की यह परीक्षा उन उम्मीदवारों के लिए होती है, जो लिखित परीक्षा में सफल होते हैं. उम्मीदवारों का अंतिम चयन उनकी लिखित और मौखिक परीक्षा के संयुक्त अंकों के आधार पर किया जाता है.
First Published :
April 16, 2025, 08:10 IST