Last Updated:February 23, 2025, 11:40 IST
JEE Main Cut Off: जेईई मेन सेशन 1 रिजल्ट जारी हो चुका है. जेईई मेन सेशन 2 परीक्षा अप्रैल में होगी. इसके बाद फाइनल जेईई रिजल्ट जारी किया जाएगा. जेईई मेन में टॉप ढाई लाख रैंक हासिल करने वाले अभ्यर्थी जेईई एडवांस्...और पढ़ें

JEE Main Cut Off: कुछ इंजीनियरिंग कॉलेज सिर्फ जेईई मेन रिजल्ट के आधार पर भी एडमिशन देते हैं
हाइलाइट्स
जेईई मेन सेशन 1 रिजल्ट जारी हो चुका है.जेईई में 40-100 परसेंटाइल पर भी बीटेक संभव.NITs, IIITs में एडमिशन के लिए कटऑफ देखें.नई दिल्ली (JEE Main Cut Off). जेईई परीक्षा दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं की लिस्ट में शामिल है. देश के टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन के लिए जेईई पास करना जरूरी है. इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा 2 चरणों में होती है- जेईई मेन और जेईई एडवांस. जेईई मेन सेशन 1 में असफल होने या कम मार्क्स आने पर कैंडिडेट्स सेशन 2 परीक्षा दे सकते हैं. जेईई कटऑफ के आधार पर ही इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन मिलता है.
जेईई मेन (JEE Main) में 40 से 100 परसेंटाइल के बीच स्कोर करने वाले उम्मीदवारों को उनकी रैंक, परसेंटाइल, श्रेणी (जनरल, OBC, SC, ST, EWS) और सीट की उपलब्धता के आधार पर इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन मिलता है. जेईई मेन के सामान्य ट्रेंड्स और पिछले वर्षों के आधार पर आप चेक कर सकते हैं कि 40, 50, 60, 70, 80, 90 या 100 परसेंटाइल हासिल करने पर कौन सा कॉलेज मिलेगा. ध्यान दें कि सटीक कट-ऑफ और कॉलेज की लिस्ट हर साल बदलती है.
JEE Main परसेंटाइल और रैंक का अनुमान
जेईई मेन में कितने परसेंटाइल पर कौन सी रैंक मिलती है, इसकी जानकारी होना जरूरी है (BTech Without JEE Advanced). किसी भी इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन से पहले आपको परसेंटाइल और रैंक की डिटेल्स पता होनी चाहिए. जेईई एडवांस्ड परीक्षा के बिना यानी सिर्फ जेईई मेन रिजल्ट के आधार पर भी बीटेक कॉलेज में एडमिशन मिल सकता है. (नोट: ये रैंक्स अनुमानित हैं. जेईई परीक्षा की कठिनाई और उम्मीदवारों की संख्या के आधार पर इसमें बदलाव हो सकता है)
40 परसेंटाइल: लगभग 2,70,000 से 3,00,000 रैंक
50 परसेंटाइल: लगभग 2,40,000 से 2,60,000 रैंक
60 परसेंटाइल: लगभग 2,00,000 से 2,30,000 रैंक
70 परसेंटाइल: लगभग 1,70,000 से 2,00,000 रैंक
80 परसेंटाइल: लगभग 1,30,000 से 1,60,000 रैंक
90 परसेंटाइल: लगभग 80,000 से 1,10,000 रैंक
95 परसेंटाइल: लगभग 40,000 से 60,000 रैंक
98-100 परसेंटाइल: 1 से लगभग 20,000 रैंक
40 से 100 परसेंटाइल: कहां मिलेगा एडमिशन?
जेईई में 40 से 100 परसेंटाइल हासिल करने वाले स्टूडेंट्स रैंक और कटऑफ के आधार पर इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं. नीचे परसेंटाइल वाइज कॉलेज के नाम चेक कर सकते हैं.
1. 40-60 परसेंटाइल (रैंक: 2,00,000-3,00,000)
संभावित कॉलेज: जनरल श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए इस रैंक पर NITs और IIITs में एडमिशन मिलना मुश्किल है. लेकिन आप कुछ प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज और स्टेट लेवल के कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं. कई कॉलेज अपनी प्रवेश परीक्षा या मेरिट के आधार पर सीधे दाखिला देते हैं.
श्रेणी का प्रभाव: SC/ST या PwD श्रेणी के उम्मीदवारों को कुछ कम रैंकिंग वाले सरकारी कॉलेज या GFTI में मौका मिल सकता है.
सलाह: इस रेंज में NITs/IITs के बजाय प्राइवेट कॉलेज या स्टेट इंजीनियरिंग कॉलेज पर ध्यान दें.
2. 60-80 परसेंटाइल (रैंक: 1,30,000 – 2,00,000)
संभावित कॉलेज: इन रैंक्स पर भी NITs में दाखिला मिल पाना चैलेंजिंग है. लेकिन होम स्टेट कोटा या कम डिमांड वाले ब्रांच (जैसे मैकेनिकल, सिविल) में एडमिशन मिल सकता है. आप विभिन्न कॉलेजों की ऑफिशियल वेबसाइट पर अपडेट्स चेक कर सकते हैं.
कुछ IIITs और GFTIs में भी मौका: ट्रिपल आईटी ऊना IIIT कल्याणी
प्राइवेट कॉलेज: लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU), पंजाब KIIT यूनिवर्सिटी, भुवनेश्वर एमिटी यूनिवर्सिटी (विभिन्न कैंपस) SAGE यूनिवर्सिटी, इंदौर
श्रेणी का प्रभाव: OBC/SC/ST उम्मीदवारों को NITs या GFTIs में बेहतर मौका मिल सकता है.
सलाह: JoSAA काउंसलिंग और स्टेट-लेवल काउंसलिंग में हिस्सा लें.
3. 80-90 परसेंटाइल (रैंक: 80,000 – 1,30,000)
संभावित कॉलेज: कुछ मध्यम रैंकिंग वाले NITs में एडमिशन मिल सकता है. पिछले कुछ सालों के ट्रेंड और कटऑफ लिस्ट देखकर एनआईटी और ट्रिपल आईटी में एडमिशन के लिए आवेदन कर सकते हैं. जोसा काउंसलिंग से पहले ही कॉलेजों की लिस्ट बनाकर रखना बेहतर रहेगा.
प्राइवेट और अन्य सरकारी कॉलेज: BIT Mesra (ऑफ-कैंपस) VIT वेल्लोर (VITEEE पास करना जरूरी है) SRM यूनिवर्सिटी (SRMJEEE उत्तीर्ण करना अनिवार्य)
श्रेणी का प्रभाव: जनरल वर्ग वालों के लिए कॉम्पिटीशन ज्यादा है, लेकिन आरक्षित श्रेणियों को अच्छे मौके मिल सकते हैं.
सलाह: लोकप्रिय ब्रांच (CSE/IT) मिलना मुश्किल है, लेकिन कोर ब्रांच (मैकेनिकल, केमिकल) में संभावना बन सकती है.
4. 90-95 परसेंटाइल (रैंक: 40,000 – 80,000)
संभावित कॉलेज: जेईई में इतना परसेंटाइल बेहतर स्कोर माना जाता है. इस स्कोर पर टॉप एनआईटी की बीटेक ब्रांच में एडमिशन ले सकते हैं. इनके अलावा आप चाहें तो प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज में भी दाखिला ले सकते हैं.
प्राइवेट कॉलेज: थापर यूनिवर्सिटी मणिपाल यूनिवर्सिटी
श्रेणी का प्रभाव: जनरल के लिए टॉप NITs में मुश्किल है, लेकिन आरक्षित श्रेणी वालों को एडमिशन में फायदा मिल सकता है.
सलाह: JEE Advanced की तैयारी करें, क्योंकि यह रेंज उसे क्वॉलिफाई करने के करीब है.
5. 95-100 परसेंटाइल (रैंक: 1 – 40,000)
संभावित कॉलेज: जेईई में टॉप रैंक हासिल करने वाले उम्मीदवार एनआईटी और आईआईआईटी में एडमिशन ले सकते हैं. इस रैंक वाले उम्मीदवारों को आईआईटी में एडमिशन के लिए जेईई एडवांस्ड परीक्षा जरूर देनी चाहिए. उनकी सफलता की गारंटी ज्यादा रहती है.
श्रेणी का प्रभाव: जनरल में भी CSE/IT जैसी बीटेक ब्रांच में एडमिशन मिल सकता है.
सलाह: JEE Advanced पर फोकस करें और JoSAA काउंसलिंग में टॉप ऑप्शंस चुनें.
महत्वपूर्ण बातें
काउंसलिंग प्रक्रिया: टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज और बेस्ट बीटेक ब्रांच में एडमिशन के लिए JoSAA (नेशनल लेवल) और स्टेट-लेवल काउंसलिंग (जैसे MP-DTE, TNEA) में हिस्सा लें.
श्रेणी लाभ: आरक्षित श्रेणियों (OBC, SC, ST, EWS) को कम परसेंटाइल पर भी बेहतर कॉलेज में सीट मिल सकती है.
ब्रांच सेलेक्शन: लोकप्रिय ब्रांच (CSE/IT) के लिए 90+ परसेंटाइल जरूरी है. कोर ब्रांच (मैकेनिकल, सिविल) कम परसेंटाइल पर उपलब्ध हैं.
प्राइवेट कॉलेज: कई प्राइवेट कॉलेज JEE स्कोर के बिना यानी अपनी खुद की प्रवेश परीक्षा या मेरिट लिस्ट के आधार पर एडमिशन देते हैं.
First Published :
February 23, 2025, 11:40 IST