नई दिल्ली (MBA Course, MBA Degree Validity): क्या आप एमबीए करना चाहते हैं लेकिन फर्जीवाड़े की चिंता सता रही है? थोड़ी सावधानी और सही जानकारी से आप अपनी डिग्री की सच्चाई आसानी से परख सकते हैं! आज-कल फर्जी संस्थानों के जाल में फंसना आम बात हो गई है, जो कम समय और कम पैसे में डिग्री का लालच देते हैं. लेकिन, सही जांच-पड़ताल कर आप अपने करियर को सिक्योर रख सकते हैं. UGC और AICTE की मदद से आप किसी भी यूनिवर्सिटी या कॉलेज की मान्यता चुटकियों में चेक कर सकते हैं.
यूजीसी और अन्य संस्थान हर साल फर्जी यूनिवर्सिटी की लिस्ट जारी करते हैं. इसका मतलब है कि यह खेल बड़े लेवल पर चल रहा है और आपको इससे अलर्ट रहने की जरूरत है. कुछ आसान टिप्स अपनाकर फर्जी डिग्री के झांसे से बच सकते हैं. इसके लिए ऑफिशियल वेबसाइट्स पर जाएं, संस्थान की रैंकिंग देखें और वहां से पासआउट स्टूडेंट्स की राय लें. डिग्री का वेरिफिकेशन करना उतना ही आसान है, जितना ऑनलाइन शॉपिंग करना! जानिए, एमबीए डिग्री को वेरिफाई करके स्मार्ट स्टूडेंट बनने के टिप्स.
एमबीए डिग्री की मान्यता कैसे चेक करें?
कई बार मैनेजमेंट कॉलेज से एमबीए की पढ़ाई पूरी कर लेने के बाद उसके फर्जी होने की जानकारी मिलती है. जानिए, किसी एमबीए डिग्री की मान्यता जांचने और फर्जीवाड़े से बचने के लिए आसान टिप्स:
1. चेक करें मैनेजमेंट कॉलेज की मान्यता
यूजीसी की मान्यता: भारत में विश्वविद्यालय को यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) द्वारा मान्यता प्राप्त होनी चाहिए. यूजीसी की ऑफिशियल वेबसाइट www.ugc.ac.in पर विजिट करके वहां मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों की लिस्ट चेक कर लें.
एआईसीटीई की मान्यता: एमबीए जैसे टेक्निकल और मैनेजमेंट कोर्स के लिए संस्थान को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) से मान्यता प्राप्त होनी चाहिए. AICTE की वेबसाइट www.aicte-india.org पर जाकर संस्थान की मान्यता चेक करें.
विश्वविद्यालय का प्रकार: चेक करें कि यूनिवर्सिटी या कॉलेज सरकारी, निजी, डीम्ड या ओपन यूनिवर्सिटी है. डीम्ड और निजी विश्वविद्यालयों के लिए यूजीसी और AICTE की मंजूरी अनिवार्य है. यूनिवर्सिटी का स्टेटस क्लियर होना जरसूरी है.
2. संस्थान कितना क्रेडिबल है?
वेबसाइट और कॉन्टैक्ट डिटेल: संस्थान की ऑफिशियल वेबसाइट चेक करें. वहां एमबीए कोर्स, विभाग और मान्यता से संबंधित जानकारी मिल जाएगी. अगर वेबसाइट संदिग्ध लगे या कॉन्टैक्ट डिटेल अधूरी हो तो सतर्क रहने की जरूरत है.
रेटिंग और रैंकिंग: NIRF रैंकिंग www.nirfindia.org या अन्य विश्वसनीय रेटिंग एजेंसियों (जैसे QS World Rankings) की रैंकिंग चेक करें.
पूर्व छात्रों की समीक्षा: लिंक्डइन, Quora या अन्य प्लेटफॉर्म्स पर एक्स स्टूडेंट्स यानी वहां से पासआउट स्टूडेंट्स के रिव्यू पढ़ें.
वेरिफिकेशन प्रक्रिया: विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर डिग्री वेरिफिकेशन का विकल्प होता है. वहां डिग्री नंबर या रजिस्ट्रेशन नंबर डालकर वेरिफाई करें. कुछ विश्वविद्यालयों में इसके लिए फीस देनी पड़ सकती है.
NAD: राष्ट्रीय शैक्षणिक निक्षेपागार ( Academic Depository) पर डिग्री अपलोड होनी चाहिए. NAD पोर्टल www.nad.gov.in पर डिग्री की प्रामाणिकता चेक कर सकते हैं.
एमबीए में फर्जीवाड़े से कैसे बचें?
जरूरी है सावधानी: कम फीस, तुरंत डिग्री देने का वादा या बिना एंट्रेंस एग्जाम के एडमिशन देने वाले संस्थानों से सावधान रहें.
दस्तावेजों की जांच: एडमिशन लेने से पहले संस्थान के मान्यता सर्टिफिकेट, प्रोस्पेक्टस और संबद्धता दस्तावेज मांगें और उनकी प्रामाणिकता चेक करें.
ऑनलाइन/डिस्टेंस लर्निंग: अगर ऑनलाइन या डिस्टेंस लर्निंग से एमबीए कर रहे हैं तो सुनिश्चित करें कि यह यूजीसी-डीईबी (Distance Education Bureau) से मान्यता प्राप्त हो.
स्थानीय जांच: अगर संभव हो तो संस्थान का कैंपस विजिट करें और वहां का इंफ्रास्ट्रक्चर, डिपार्टमेंट्स और सुविधाओं का मूल्यांकन करें.
कंप्लेन सिस्टम: अगर कोई शक हो तो यूजीसी, AICTE या शिक्षा मंत्रालय की शिकायत हेल्पलाइन आईडी या नंबर पर संपर्क करें.
काम आएंगे ये तरीके
शिक्षा मंत्रालय: भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर मान्यता प्राप्त संस्थानों की जानकारी उपलब्ध होती है.
RTI: एमबीए कॉलेज या डिग्री पर संदेह हो तो संस्थान या विश्वविद्यालय के बारे में सूचना के अधिकार (RTI) के तहत जानकारी मांग सकते हैं.
कानूनी सलाह: अगर आपको लगता है कि आप फर्जीवाड़े का शिकार हो गए हैं तो स्थानीय पुलिस या उपभोक्ता फोरम में शिकायत दर्ज करें.