New Delhi Station Stampede: प्‍लेटफार्म बदलने के क्‍या हैं पांच नियम,जानें

1 month ago

Last Updated:February 18, 2025, 11:49 IST

New Delhi Railway Station Stampede- नई दिल्‍ली स्‍टेशन में 15 फरवरी को हुई भगदड़ आरपीएफ ने रिपोर्ट में कहा है कि दो बार अलग-अलग प्‍लेटफार्म से ट्रेन का अनाउंसमेंट हुआ है. प्‍लेटफार्म बदलने के क्‍या हैं नियम? ...और पढ़ें

 प्‍लेटफार्म बदलने के क्‍या हैं पांच नियम,जानें

आरपीएफ ने शुरुआती रिपोर्ट जारी की.

हाइलाइट्स

स्‍टेशन से छूटने वाली ट्रेनों के प्‍लेटफार्म नहीं बदले जा सकतेपूर्व में हुए हादसों के बाद गाइड लाइन जारी की गयी थीकुछ ट्रेनों के बदले जा सकते हैं प्‍लेटफार्म

Five Rules Ror Changing Platforms. नई दिल्‍ली रेलवे स्‍टेशन पर 15 फरवरी की रात हुई भगदड़ की रेलवे हाईलेवल जांच करा रही है, लेकिन इससे पूर्व आरपीएफ की एक रिपोर्ट सामने आई है. इसमें दो अलग-अलग प्‍लेटफार्म से कुंभ स्‍पेशल ट्रेन के जाने के लिए अनाउंमेंट हुई थी. पहले 12 नंबर से फिर 16 नंबर से जाने की बात कही गयी है. ट्रेन के प्‍लेटफार्म बदलने के क्‍या हैं नियम, कब और कौन सी ट्रेनों का बदला जा सकता है. आइए जानें सबकुछ-

नई दिल्‍ली स्‍टेशन में हुई भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गयी है. स्‍टेशन में ज्‍यादातर भीड़ महाकुंभ जाने वाली थी. सामान्‍य दिनों में 5000 अनरिजर्व टिकट बिकते हैं लेकिन उस दिन 2600 अनरिजर्व टिकट ज्‍यादा बिके थे. यात्रियों की बढ़ी संख्‍या को देखते हुए एक स्‍पेशल ट्रेन लगाई जा रही थी. उसी का अनाउंसमेंट किया गया था.

प्‍लेटफार्म बदलने की जरूरत कब होती है 

रेलवे मंत्रालय के अधिकारी के अनुसार सामान्‍य तौर पर सभी ट्रेनों का आने और जाने का प्‍लेटफार्म तय होता है. लेकिन अगर कोई ट्रेन लेट स्‍टेशन पहुंच रही है और उसी प्‍लेटफार्म पर दूसरी ट्रेन खड़ी है या फिर कोई ट्रेन पहले से किसी प्‍लेटफार्म पर खड़ी है उसे छूटने में विलंब हो रहा है तो ऐसे में प्‍लेटफार्म बदलने की जरूरत पड़ जाती है.

इन ट्रेनों का प्‍लेटफार्म बदला नहीं जा सकता

धिकारी के अनुसार पूर्व में प्‍लेटफार्म बदलने की वजह से हुए हादसों से सबक लेते हुए यह गाइड लाइन बना दी गयी है कि किसी भी ऐसी ट्रेन का प्‍लेटफार्म नहीं बदला जा सकता है, जो उस स्‍टेशन से चलती हो. यानी वो निर्धारित प्‍लेटफार्म से ही चलेगी.

आगे जाने वाली ट्रेनों के प्‍लेटफार्म बदलने का नियम

ऐसी ट्रेनें जो पीछे के स्‍टेशन से आ रही होती हैं और संबंधित स्‍टेशन पर रुककर आगे जाना है. उनका प्‍लेटफार्म बदला जा सकता है. लेकिन इसके लिए गाइड लाइन है कि वो एक ओर से दूसरी ओर ही बदला जा सकता है. यानी अगर चार पांच प्‍लेटफार्म साथ-साथ हैं तो ट्रेन को चार के बजाए पांच नंबर पर लाया जा सकता है, क्‍योंकि यात्रियों को एफओबी जाने की जरूरत नहीं होती है, सिर्फ एक ओर से दूसरी ओर जाना होता है.

इन ट्रेनों का बदला जा सकता है प्‍लेटफार्म

उन ट्रेनों का प्‍लेटफार्म जरूर बदला जा सकता है, जो संबंधित स्‍टेशन पर खत्‍म होने वाली हैं. क्‍योंकि खत्‍म होने वाली ट्रेन से सभी यात्रियों को उतरना ही होता है. यह किसी भी प्‍लेटफार्म पर जाए, किसी को सुविधा नहीं होती है. इसलिए जरूरत पड़ने पर स्‍टेशन मैनेजर फैसला ले सकता है.

स्‍टेशन से छूटने वाली ट्रेन प्‍लेटफार्म बदलना जरूरी हो तो…

अगर प्‍लेटफार्म पर किसी वजह से कोई ट्रेन खड़ी हो गयी है और उसी समय दूसरी ट्रेन का उसी प्‍लेटफार्म से छूटने का समय हो गया है. ऐसे में ट्रेन का प्‍लेटफार्म बदलना जरूरी हो तो डीआरएम से अनुमति लेनी होती है. इसका अधिकार स्‍टेशन मैनेजर को नहीं होता है. इसके बाद ही बदला जाता है. लेकिन इस तरह की संभावना न के बराबर रहती है. क्‍योंकि ऊपर तक रिपोर्ट भेजी जाती है.

Location :

New Delhi,Delhi

First Published :

February 18, 2025, 11:49 IST

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